हेलो दोस्तों नमस्कार, केसे हो आप सब? मेरा नाम हषु है. आज में आपको बताने जा रहा हू वो सिफ़ँ कहानी नहीं है वो एक सच्चाई है के केसे मेरे साथ क्या हुआ।
में गुजरात का रहने वाला २४ साल का बंन्दा हु। ओर में जब २१ साल का था मेरी नौकरी लग गई। मेरे परीवार में ओर मेरी दीदी रहते है। मेरे माता पीता बचपन में चलबसे थे तो पढ़ाई नई हुई।
मेरी जोब साईट सुपरवाईजर की लग गइ तो में बहुत ख़ुश था।जब मेंने पहले दीन जोईन कीया तो मुजे पता नई था की वहा के कोई मालिक नहीं मालकीन थी।
वो एक गुजराती २७लेडी थी दीखने में अच्ची थी. उस वक़्त तेय कर लीया मेडम की गांड चाटनी है मुजे चाटना बहुत पसंद है। में साईड पे जाकर उन की ओफीस में ग़लती से नोक कीये बीना चला गया।
जब मेंने उसे देखा तो देखता ही रह गया देसी गुजराती भाभी कसा हुआ बदन था। उस वक़्त उन्नोने गुजराती टाईट बा्उन कलर का टोप ओर काले कलर का लेंगीस पहने हुआ था।
अब में ओफीस में गया ओर उन्नोने मुजे मेरे बारे पुछा ओर ईटरव्यु लीया मेंने वो ख़त्म कीया बाद में उन्नोने मुजे बहार वेईट करने के लीये बोला ओर में बहार आ गया।
थोड़ी देर के बाद मेडम ओफीस से बहार आई ओर मेरे परीवार के हालात देखकर वो मुजे जोईन करने को बाल दीया।में बहुत खुस था ओर उन्नोने मुजे कल से जोईन होने का ओडर दीया ओर चली गई।
अगले दीन में थोड़ा ओर तैयार होके गया।मेने देखा वो अपना काम ओफीस का कर रही थी। में गया ओर उन्को मोरनिंग विश कीया ओर में साईड पर चला गया वहाँ पे सारे मजदुरो को अपना काम पे लगा दीया ओर मेरा काम ख़त्म करके कोई मटीरीयल मंगवाना होता तो वो मुजे देखना था।
तो मेने सोचा मटेरीयल के बहाने मैडम से थोड़ी बात करलु फिर में उनकी ओफीस पे गया वहाँ मेडम के अलावा कोई नई था सब खाना खाने गये थे।
में पहले मेडम को मटीरीयल का कहा तो उन्नोने मुजे बोला की में उनकी एक फेकटरी है। सीमेन्ट की तो वहाँ ओडर दू।पर मुजे मालूम नहीं था ओर वो रास्ता ख़राब ओर ५-६ कीमी जंगल जेसा था।
तो उन्नोने मुजे बोला की में भी उनके साथ चलु वहाँ पे तो में पहले से रेडी था। में तुरंनत हाँ बोला ओर हम उनकी गाड़ी से चलने लगे। थोड़ा दूर जाते ही उनकी गाड़ी का पंचर हो गया।
हम लोग परेशान हो गये ठंडी का मौसम था। पता नहीं कब रात हो गई हमने बहुत कोशीश की पर जंगल ओर ठंड की वजह कोई आया नहीं। ओर अब रात के ९:३० हो गये मेडम की तो डर के मारे एसे ही बेठ गई बेचारी।
में – मेडम हम क्या करेंगे अब??
मेडम – क्या करे कुच समज नहीं आ रहा ओर भुख ओर ठंड लग रहे हे।
में – मैडम क्यु ना हम अब गाड़ी में रहे वैसे कोई दीख नहीं रहा तो..
मेडम – तुरंत गाड़ी में बेठ जाते है वरना ठंड लग लायेगी।
ओर हम बेठ के बातें करने लगे।
मेडम – में एक बात बोलु?
मेने तुरंत उनको हाँ बोला। मेंने सोचा की मुजे कुच करना पड़ेगा नहीं पर में ग़लत था।
मेडम ने मेरे घर के बारे पुछा ओर मेरी पंसद ना पसंद तो मेने सब बता दीया फिर-
मेडम – ठंड बहुत लग रही है।
मेरे दीमाग में अब मेडम की गांड को चुसने का था तो मेने सोचा सेक्सी मुवी के बहाने कुच हो जाय।
में – एक काम करे, मेरे मोबाईल पे मुवी देखते है?
मेडम ने हाँ बोला।
फ़ीर हम लोग पीछे की सीट में आ गये ओर ठंड की वजह से दोनों एक दूसरे से सट कर बेठ गये। तब मेरा दीमाग बिगड़ा ओर मेडम मुवी देख रही थी तो मेने एक हाथ उन के हाथ पर रख कर ग़ीस ने लगा। ओर उसे उनको गरमी लगने के कारन अच्छा लगा ओर मुजे कुच नहीं बोला अपनी अांखे बंद कर ली। १० मीनीट बाद-
में – मेडम सो गई क्या..?
मेडम ने कुच बोला नहीं मेने सोचा कुच करना तो पड़ेगा। मुजे डर लग रहा था पर क्या करे हमारे उत्साद क़ाबू में नहीं थे। ओर बिना कुच सोचे मेने अपने होंठ उनके होंठ पे रख के धीरे धीरे उनकी मरुन कलर की लीपस्टीक को चुसने लगा।
माँ क़सम उतना मज़ा कभी नहीं आया। अब वो भी मेरा साथ दे रही थी। हम दोनों गरम होने लगे थे। १५ मीनीट की कीस्स के बाद हम अलग हुअे। अब गाड़ी में गरमी बढ़ने लगी थी। मेडम मुजे कामुक्ता भरी नज़र से देखने लगी थी फीर-
मेडम – अब ईतना हुआ है तो अब खेल भी हो जाये।
ओर बीना देर करते मेडम ने मेरे होंठ पर होंठ रख दीया ओर गाड़ी की पीछली सीट पे मेडम ने मुजे सुला दीया ओर वो मेरे उपर आ गई।
अब में आउट ओफ कटो्ल हो गया ओर उनका पींक कलर का पंजाबी टोप उतार दीया। मेने देखा मेडम की पींक कलर की ब्रा मे उनके ३७ के टाईट ब्बुस क्या लग रहे थे। मेंने अपने हाथ उनकी ब्रा मे डाल के ज़ोर ज़ोर से दबाने लग गया।
मेडम – आहहहहहहहहहह उफफफफफफ करके आहे भरने लगी ओर उन्नोने मेरे हाथ पे मेडम अपने एक हाथ से बोल दबा रही थी। ओर दुसरा हाथ उनके लेगीस के उपर से ही चुत पर ज़ोर से दबवाने लगी।
अब मेडम एसे ही गाड़ी से उतरने लगी ओर मुजे भी उतार दीया ओर-
मेडम – चलो कपड़े उतारो गाड़ी मे नंगे ही जाते है।
मे – कोई आयेगा तो..?
मे मेडम की पहल देखना चाहता था।
मेडम मेरे पास आकर ब्रा को उतार दीया ओर उपर से वो नंगी थी। अब मेने ज़्यादा टाईम बिगाड़े बीना अंडरवेयर मे आ गया। ओर फीर हम लोग गाड़ी मे गये। मेडम को नीचे सीट पे लेटा के मे मेडम के उपर चड गया ओर लीप लोक कर के ज़ोर ज़ोर से कीस्स करने लगे।
ओर मेडम ने मेरे हाथ पकड़ के ख़ुद उनकी लेगीस मे डाल दीया ओर उनकी चड्डी के उपर से चुत पर दबाने लगा। मुजे महसूस हुआ के उनकी चुत पे थोड़े बाल थे।
हम दोनों मस्ती मे ईतना चुर थे की हमें पता ही नहीं के हम गाड़ी मे चुदाई का खेल खेलने लगे। अब मुजे कंटोल नहीं रहा तो मेने उनकी चुत को ज़ोर से मसला। तो वो ज़ोर से आहहहहहहहहहहहहहहहहह ओहहहहहहहहह मर गइइईईईई ओर ज़ोर से उपर नीचे होने लगी।
फीर मेडम ने मेरे जांगीया निकाल लीया ओर लंड को आज़ाद कर दीया ओर मेरे ५.३ ईंच का लंड को उपर नीचे करने लगी। मुजे ज़ोर से नशा चढ़ने लगा था। ओर एसे ही हम दोनों को कब नींद आ गई पता ही नहीं चला।
फीर सुबह केसे हम घर गये ओर केसे उसकी गाड को चाटा मे अगली स्टोरी मे लीखुगा। मुजे बताना केसी लगी मेरी स्टोरी –