बहन अपनी चूची पर साबुन मलवाती मुझसे

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Bur Chatne Wali Kahani

सबको नमस्कार। मेरा नाम विकास है 26 साल का नौजवान हु और जिम में अच्छा बॉडी बनाता हूँ इसके लिए बहुत मेहनत करता हु। मेरी एक छोटी बहन है जिसकी उम्र 23 साल है और इस समय वो सरकारी जॉब कर रही है। मेरा एक बढ़िया से किराने की दुकान है जिसपर मैं बैठता हु। मेरे यहाँ 3 आदमी काम करते है। Bur Chatne Wali Kahani

आज से लगभग 11 साल पहले मेरे माता पिता की सड़क हादसे में मौत हो गयी थी उस समय मैं सिर्फ 15 साल का था और मेरी बहन लगभग 12 साल की थी। उस समय मेरी एक बहुत छोटी सी दुकान ही थी जिससे घर का खर्च बहुत अच्छे से चलता था पर हादसे में हम भाई-बहन हो तोड़ कर रख दिया था।

अब मैं अपनी पढ़ाई छोड़ कर दुकान पर मेहनत करने लगा और आज बड़ी दुकान कर ली। जब माँ पापा थे तो मैं पापा के पास और बहन मम्मी के पास सोती थी पर उनके जाने जे बाद मेरी प्यारी बहन मेरे साथ ही सोती थी अब मैं ही उसका माँ-बाप दोनों था।

जब वो छोटी थी तो मुझे पकड़ कर सोती थी पर जब वो धीरे धीरे 15 साल की हुई तो उसके दूध(चुची) धीरे धीरे आकार लेने लगे थे। रात को जब मेरे पास सोती तो मैं उससे दूर हो कर सोता था पर वो मेरे पास आ कर लिपट जाया करती थी जिससे उसके चुचे मेरे सीने पर लगते थे जिससे मेरा लण्ड पूरा आकार ले लेता था।

मैं सोचता था कि गलती से कभी उसका हाथ मेरे लण्ड पर न आये पर एक रात वो मेरे लण्ड को पकड़ ली। उसका हाथ हटाने पर भी वो पकड़ लेती थी। कभी कभी मेरे हथेली को अपने सीने पर दबा कर सोती थी। मैं इसके कारण पूरी रात सो नही पाता था।

रात में मैं कई बार मुठ मारता था तब जा कर कही नीद आती थी। पहले जब छोटी थी तब मैं उसे पूरा नंगा कर के नहलाता था पर जब वो बड़ी होती गयी तो मैं उसे समझता कि अपने आप नहाया करो पर वो बार बार ये कहती कि कल से अपने आप नहाएगी आज नहला दो।

अपने आप नहाने से पीठ पर साबुन नही लग पता और तरह तरह के बहाने बनाती। जिद पकड़ के बैठ जाती थी। मजबूरन उसे नहलाना पड़ता था। और वो जब भी नहाने आती तो तुरंत अपने ब्रा और पैन्टी को मेरे सामने ही उतार देती थी बोलने पर कहती कि तुमसे क्या शर्माना तुम तो मेरे भाई हो।

मैं जब भी साबुन लगाता तो अपने चुचे को ज्यादा मलवाती थी और बुर में अँगुली डलवा के साफ करवाती थी। नहाते टाइम वो मेरे लण्ड से खेला करती थी और मेरे हाथ को जबरदस्ती अपने चुचे पर रखवाती थी। जब मैं 24 का हुआ तो तब मेरी शादी एक खूबसूरत लड़की सिमरन से हुई। ये कहानी आप क्रेजी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.

तब वो 19 साल की थी शादी के एक हप्ते पहले तक वो मुझसे ही कहती कि नहला दो और नंगा हो कर नहाने आ जाती यहाँ तक तो उसके झांट के बाल भी मैं बनाता था। पर शादी जब हुई और जब मेरी पत्नी आयी तब से वो अकेले हो गयी और काफी उदास रहा करती थी। खुद नहाती और खुद सारे काम करती।

मेरी पत्नी उसे उदास देख कर उसे खूब प्यार देती पर वो हमेशा उदास रहा करती थी। अब मुझे भी उसको नंगा देखने की और उसके बुर में अंगुली करना बहुत याद आता था। अब मैं अपने परिवार में खो गया और अपने पत्नी चोदने खाने में लगा था उधर मेरी बहन अपने पढ़ाई में लगी रही।

उसका मेहनत रंग लाया और वो सरकारी विभाग में कंप्यूटर ऑपरेटर हो गयी। एक बार मेरे रिश्ते में किसी की मौत हो गयी तो मैं मेरी बहन और मेरी पत्नी एक बाइक पर बैठ कर उनको देखने चले गए हल्का हल्का ठण्ड का मौसम था तो सोचा रात में न रुका जाए क्योंकि बादल भी खूब लगे था और जहाँ गए थे वहाँ भीड़ भी काफी थी तो वापस घर चलना ही अच्छा समझा।

जब हम वापस आ रहे थे तो मेरी बहन बीच मे बैठी थी और पत्नी पीछे बैठी थी मैं गाड़ी चला रहा था तब मेरी बहन अपने चुची को मेरे पीठ में रगड़ने लगी मुझे बहुत अच्छा लग रहा था अब वो अपना हाथ आगे बढ़ा कर मेरे लण्ड को पकड़ कर मसलने लगी।

कुछ देर में बहुत तेज बारिश होने लगी और हम तीनों भीगने लगे रास्ते मे कोई घर नही था। कुछ देर आगे चलने पर एक बड़ा सा झोपड़ी दिखा अब हम तीनों वही गाड़ी खड़ा कर के चले गए। अंदर जाने के बाद हम लोग बुरी तरह से कापने लगे क्योकि तीनो बहुत भीग गए थे।

उस झोपड़ी में एक बूढ़ी औरत रहती थी जो बगल वाले कमरे सो रही थी जब हम लोगो की कापते हुए सुना तो बेचारी ने कुछ लकड़ी और चारपाई और बिस्तर दिया बोला कि रात यही काट लो। उस बेचारी को चलने में कुछ दिक्कत थी और रात में साफ दिखाई नही दे रहा था तो मैंने जल्दी से चारपाई बिछाया और आग जलाया। “Bur Chatne Wali Kahani”

मैने अपने पत्नी सिमरन को कहा कि यहाँ कोई नही है तुम अपने कपड़े निकल कर कही टांग दो आग की गर्मी से ये सुख जाएंगे। अब मेरी पत्नी और मेरी बहन जल्दी जल्दी अपने कपड़े उतार लिए बस ब्रा और पैन्टी में आ गए।

मेरी बहन तो एक कदम आगे बढ़ कर अपने ब्रा और पैन्टी को भी उतर दिया और मेरी पत्नी के भी उतर दिए। अब मेरा बुरा हाल था। पर दोनों की हरकतें देख कर लगता था कि दोनी आपस मे अंगुली करते थे उधर मेरी पत्नी मेरी बहन का बुर चाटने लगी और मेरी बहन भी मेरी पत्नी के बुर को चाटने लगी। ये कहानी आप क्रेजी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.

अब इस खेल में मैं भी शामिल होना चाहता था अब जल्दी से मैं भी अपना सभी कपड़ा खोल कर नंगा हो गया। और लण्ड को बहन के पीठ पर रगड़ने लगा अब बहन ने झट से मेरे लण्ड को अपने मुँह में ले ली। मुझे तो जैसे स्वर्ग का आनंद आने लगा। मेरी बहन मेरे लण्ड को मुह में भर रही थी उधर मेरी पत्नी अपना बुर मेरे मुह पर रगड़ने लगी। मुझे काफी मजा आ रहा था।

अब मेरी बहन मेरे लण्ड पर अच्छे से थूक लगा कर अपने बुर कद मुँह पर मेरे लण्ड को रगड़ने लगी और कुछ देर में लण्ड को अन्दर ले ली जैसे आधा लण्ड अंदर गया उसकी आँखें उलट गई और जब पूरा लण्ड अंदर गया तब उसकी झिल्ली फट गई। अब मैं अपने पत्नी को ऊपर से उतार के बहन को अच्छे से पेलने लगा और वो सिसकारी ले कर मजे ले रही थी और बोल रही थी कि आज मेरे सपने का लण्ड मुझे मिल गया। भैया मुझे रोज पेला करो नही तो मैं मर जाऊँगा। अब रोज रात को मेरी पत्नी और मेरी बहन रोज मेरे लण्ड का मजा लेती है।

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