एक दुसरे की माँ चोदने लगे दोनों दोस्त

Maa Beta Sex Story

Desi Aunty Suck Dick

नमस्कार मेरा नाम शालीन है और मैं जयपुर का रहने वाला हूँ। यह घटना 2010-11 की है, तब मेरी उम्र 19-20 साल की थी उन दिनों मेरा एक दोस्त था मन्नु हम दोनों का एक दूसरे के घर काफी आना-जाना था। क्यूंकि मेरी जॉइंट फॅमिली है तो मैं ही ज़्यादातर मन्नु के घर जाता था। Desi Aunty Suck Dick

एक दिन की बात है मैं मन्नु के घर गया उस समय वो कंप्यूटर पर बैठा गेम खेल रहा था, मेरे पहुँचने के बाद उसने गेम बंद किया और बोला – पिक्चर देखेगा ? मैं पुछा कौनसी तो वो बोला – ब्लू फिल्म है मेरे पास। मैंने कहा – नहीं यार….कोई आ गया तो!

तब मन्नु बोला – तू डर तो ऐसे रहा है जैसे तेरे घर पर देख रहे हों!

मैंने कहा – लेकिन तेरी मम्मी ने देख लिया तो ?

मन्नु – अरे मेरी मम्मी सो रही हैं दूसरे कमरे में, अपन आवाज़ बंद करके देखेंगे उनको पता नहीं चलेगा।

मन्नु के इतना कहने पर मैं मान गया, फिर उसने ब्लू फिल्म चालू कर दी। उसमें एक जापानी आंटी को एक जवान लड़का चोदने आता है। फिल्म आगे बढ़ रही थी और वो लड़का अब आंटी के बूब्स दबा रहा था यह देख हम दोनों भी गरम हो रहे थे…तभी मन्नु ने मुझसे पुछा – मस्त है ना ?

मैंने कहा – हाँ!

अब उस लड़के का हाथ आंटी की पैंटी पर था और वो उनकी चूत में ऊँगली डाल रहा था.

यह देख मन्नु बोला – बता चूत में जब लंड जाता है तो ज्यादा मज़ा किसको आता है?

मैंने कहा – लंड को ही आता है यार!

मन्नु बोला – गलत….चूत को आता है, नहीं यकीन तो अपने कान में ऊँगली डाल के देख ले।

मैंने अपने कान में ऊँगली डाली और उसकी बात समझ गया, अब फिल्म में वो लड़का आंटी की चूत में लंड डाल रहा होता है….तो मन्नु भी उसका लंड बाहर निकल कर मुट्ठ मारने लगता है। और मुझे कहता है – तू भी मार ले!

मुझे शर्म आ रही होती हैं क्यूंकि मेरा लंड मन्नु के लंड से थोड़ा छोटा होता है….लेकिन फिर मैं भी अपना लंड बाहर निकाल लेता हूँ। अभी हम दोनों मुट्ठ मारना शुरू ही करते हैं, की तभी पीछे से आवाज़ आयी….जब मैंने पीछे देखा तो मन्नु की मम्मी खड़ी थी, उन्हें देख मैं तो डर गया। मैंने मन्नु को इशारा किया फिर डरते हुए आंटी से कहा – क्या हुआ आंटी ?

तो वो दोबारा बोली – कब तक नंगी पिक्चर देख कर हिलाते रहोगे! आओ असली छेद का मज़ा लो….आंटी अपनी चूत में ऊँगली करते हुए बोली।

उस समय उन्होंने सफ़ेद रंग की सलवार कमीज पहन रखी थी, अब मैंने फिरसे मन्नु की तरफ देखा तो वो मुझे देख मुस्कुरा दिया और उसने आंटी की तरफ जाने का इशारा किया।

तब मैंने कहा – नहीं यार यह गलत है।

तब मन्नु बोला – भाई यह गलत नहीं है….तूझे पता है मेरी मम्मी ने दस साल से सेक्स नहीं किया है। एक औरत की भी तो इच्छाएं होती हैं।

तब मैंने आंटी की तरफ देखा तो उन्होंने अपनी सलवार का नाड़ा खोल दिया जिससे उनकी सलवार नीचे गिर गयी और जांघें नंगी हो गयी। मैं आपको बता दूँ आंटी सांवली और काली के बीच हैं और काफी मोटी हैं। उसके बाद आंटी ने अपनी कमीज ऊपर की जिससे उनके स्तन नंगे हो गए यानी उन्होंने ब्रा नहीं पहनी थी। ये कहानी आप क्रेजी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.

वैसे एक बात बता दूँ जब भी मैं दिन में मन्नु के घर जाता था तो मैंने कभी भी आंटी को सूट के अंदर ब्रा-पैंटी पहने नहीं देखा था। फिर आंटी ने मेरे पास आकर अपना एक स्तन मेरे मुंह में डाल दिया, मैंने ना चाहते हुए भी आंटी के स्तन को मुंह में ले लिया….उनका निप्पल काफी काला था।

अब मुझे उनके स्तन चूसने में मजा आने लगा था, उनके स्तन काफी मोटे और मुलायम थे। करीब पांच मिनट तक मैंने आंटी के स्तन चूसे उसके बाद उन्होंने मेरा हाथ पकड़ के अपनी चूत पे रख दिया और उसमें ऊँगली डालने को कहा।

आंटी की चूत पर काफी बाल थे….खैर मेरे द्वारा चूत में ऊँगली करने पर आंटी सिसकारियां ले रही थी। तब उन्होंने कहा की मेरी चूत चाटो….ये सुनकर मैंने मना कर दिया लेकिन फिर मैंने हिम्मत करते हुए अपना मुंह आंटी की जाँघों के बीच में रखा और ऊपर से चूत को सूंघा जिससे मुझे अजीब सी बदबू आयी, मैंने उबकाई लेते हुए मुंह हटा लिया।

तब आंटी ने मन्नू को इशारा किया तो उसने पीछे से मेरा गाला पकड़ के मुंह उसकी मम्मी की चूत पर चिपका दिया….जिससे ना चाहते हुए भी अब मुझे आंटी की चूत चाटनी पड़ी। कुछ मिनट तक चूत चाटने के बाद आंटी झड़ गयी जिससे उनकी चूत से गाढ़ा सा पानी निकल गया।

अब आंटी ने उनकी कमीज उतरी और नंगी होकर पलंग पर लेट मुझे ऊपर आने को कहा, तब मैंने अपनी जीन्स और अंडरवियर उतार दिया और आंटी के पास चला गया… तब उन्होंने मेरा लंड पकड़ा और चूत में डालते हुए मुझे धक्के लगाने को बोली।

मैंने एक झटका और मारा तो लंड पूरा अंदर चला गया… अब मैं आंटी की चूत में धक्के मारते हुए उन्हें चोद रहा था जिससे उनके मोटे स्तन हिल रहे थे तो मैंने उनके स्तन अपने हाथों में लेकर दबाते हुए उन्हें चोदने लगा।

अभी मुझे 2 मिनट ही हुए होंगे की मैंने देखा आंटी की नज़रें दरवाज़े की तरफ हैं, और मुझे भी ऐसा लगा की कमरे में हम तीनों के अलावा कोई चौथा भी है। क्यूंकि दरवाज़ा मेरी पीठ की तरफ था तो मैंने पीछे मुड़कर देखा, और क्या देखता हूँ की मेरी मम्मी दरवाज़े पर खड़ी हैं।

आप सोच रहे होंगे की मेरी मम्मी अचानक से कैसे आ गयी? दरअसल मेरी मम्मी और आंटी रोज़ शाम को 6 बजे एक साथ पार्क जाती हैं, उस दिन भी मम्मी आंटी को पार्क जाने के लिए बुलाने आयी थी। खैर मम्मी को देख मेरी तो सिट्टी-पिट्टी गुम हो गयी और डर के मारे मेरा मुट्ठ आंटी की चूत में ही निकल गया और मैं निढाल हो कर आंटी के ऊपर लेट गया।

तब मम्मी बोली – यह सब करने आते हो तुम यहाँ?

मन्नु भी मम्मी को देख साइड में खड़ा हो गया था… तब मन्नु की मम्मी ने मुझे अपने ऊपर से हटाया और पलंग से उठकर खड़ी हो गयी, आंटी को नंगा देख मम्मी बोली – भाभी जी आपको तो सोचना चाहिए था यह सब करते हुए!

तब आंटी बोली – अरे भाभीजी, यही तो उम्र है इसकी मजा लेने की!

तब मम्मी मुझ से गुस्से में बोली – शालीन अपने कपडे पहनो और घर चलो….आज तुम्हारी खैर नहीं!

लेकिन मेरी हिम्मत नहीं हुई और मैं पलंग पर मुँह छुपा कर लेटा रहा।

तब आंटी मेरी मम्मी के पास गयी और बोली – गुस्सा क्यों कर रही हो भाभीजी आओ तुम भी मज़ा करो!

कहते हुए आंटी ने मेरी मम्मी को चूम लिया, मैं उँगलियों के बीच से सब देख रहा था। चुम्बन लेने के बाद आंटी ने मुड़कर मन्नु को देखा….फिर मेरी मम्मी को देख हंसने लगी, मम्मी उनकी बात समझ चुकी थी और वहां से जाने लगी.

तब आंटी ने मम्मी को पकड़ लिया अब तक मन्नु भी मम्मी के पास आ गया और उसने एक हाथ से मेरी मम्मी की सलवार का नाड़ा खोल दिया और पैंटी के ऊपर से ही मम्मी की चूत सहला दी। मन्नु की इस हरकत से मम्मी ने उसे गुस्से से देखा.

और इससे पहले की मम्मी अपनी सलवार पकड़े आंटी और मन्नु ने मिलकर मेरी मम्मी को पकड़ के पलंग पर लेटा दिया और आंटी नीचे थी और उन्होंने कमर से मेरी मम्मी को पकड़ रखा था। मैं आपको बता दूँ की मेरी मम्मी भी सांवली है लेकिन वो आंटी से गोरी है.

वो दिखने में तारक मेहता की दया भाभी जैसी दिखती है और फिगर भी वैसा ही है। अब मन्नु ने दरवाज़ा अंदर से बंद किया, और मेरी मम्मी के पास आ गया। क्यूंकि मम्मी की सलवार पहले ही उनके घुटनों से नीचे हो चुकी थी जिसे मन्नु ने उतार दिया और मेरी मम्मी की दोनों टांगें कसकर पकड़ ली। “Desi Aunty Suck Dick”

मम्मी आंटी और मन्नु का विरोध कर रही थी और उनकी पकड़ से छूटने की कोशिश कर रही थी। तब आंटी ने मम्मी की कमीज स्तनों से भी ऊपर कर के उतार दी अब मम्मी के शरीर पर सफ़ेद ब्रा-पैंटी ही बची थी। अब मम्मी अपने हाथों से स्तन छुपाकर बोली – यह गलत है भाभीजी!

पर आंटी मम्मी की ब्रा में हाथ डालके उनके स्तन दबाने लगी लेकिन मम्मी का विरोध अब भी जारी था। तो आंटी मम्मी की गर्दन और कानों को जीभ से चाटने लगी जिससे मम्मी सिसकारी लेते हुए उनका विरोध कर रही थी। कु

छ देर बाद आंटी मम्मी के नीचे से निकल कर मम्मी के ऊपर आ गयी और मम्मी की ब्रा उतार कर उनके ऊपर लेट गयी जिससे आंटी और मेरी मम्मी के स्तन के निप्पल टच हो रहे। वैसे तो आंटी मेरी मम्मी को गरम कर रही थी लेकिन मम्मी अब भी उनका उनकी पकड़ से छूटने की कोशिश कर रही थी.

तब मैंने मन्नु से कहा – भाई प्लीज मत कर यार, जाने दे हमें!

तब मन्नु बोला – अच्छा तू मेरी मम्मी को चोद दे और मैं तेरी मम्मी को ऐसे ही जाने दूँ ? चुपचाप बैठा रह यहीं!

यह सुनकर मैं साइड में बैठ गया। उसके बाद मन्नु ने मम्मी की टांगों से पकड़ ढीली कर दी और अपना मुंह मेरी मम्मी की चुत के पास ले गया। पहले तो उसने मम्मी की चुत को पैंटी के ऊपर से सूंघा फिर वो मम्मी की चुत को ऐसे चूसने लगा जैसे कोई रसगुल्ले की चासनी को चूसता है।

मन्नु द्वारा चूत चूसे जाने से मम्मी की सिसकारियां बढ़ गयी थी तो आंटी ने मेरी मम्मी के मुंह में जीभ डालकर चूसने लगी। अब मम्मी की हालत बुरी हो रही थी यानी उन्हें भी मज़ा आ रहा था, यह देख मेरा लंड भी खड़ा हो रहा था। ये कहानी आप क्रेजी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है. “Desi Aunty Suck Dick”

तभी मम्मी का शरीर अकड़ गया और उनकी चूत ने पानी छोड़ दिया जिससे उनकी पैंटी गीली हो गयी। तब मन्नु ने मम्मी की पैंटी को देखा जो गीली हो चुकी थी और चुत के अंदर चिपक गयी थी। फिर मन्नु ने मम्मी की पैंटी उतार दी और उनकी जाघों को चूसने लगा.

और चूसते हुए वो दोबारा मम्मी की चूत तक पहुँच गया और जीभ अंदर डाल के चाटने लगा। अब मम्मी सेक्सी आहें भर रही थी और कुछ मिनट बाद वो दोबारा झड़ गयी और बोली – अब और मत तड़पाओ, डाल दो अंदर।

यह सुनकर मन्नु ने मुझे देखकर अपनी पैंट उतारी और अपना खड़ा लंड बाहर निकाला, यह देख आंटी भी मेरी मम्मी के ऊपर से हट गयी। अब मन्नु ने एक हाथ से मम्मी की कमर को पकड़ा और दूसरे हाथ से अपना लंड पकड़कर चुत में डालने लगा.

मन्नु का लंड वैसे तो मोटा है लेकिन मम्मी की चूत गीली होने के कारण आसानी से अंदर चला गया फिर वह धक्के मारते हुए मेरी मम्मी को चोदने लगा साथ में वो मम्मी के स्तन भी दबा रहा था। जिससे मम्मी की सिसकारियां बढ़ रही थी तो मन्नु ने उसकी टी शर्ट उतारी और मम्मी के ऊपर लेट गया. “Desi Aunty Suck Dick”

मन्नु क्यूंकि मोटा है तो उसके लेटने से मम्मी नीचे दब गयी जिससे उसके और मम्मी के होंठ आपस में मिल गए। अब वो मम्मी को किस करते हुए चोद रहा था मम्मी भी उसका पूरा साथ दे रही थी। यह देख मैंने भी मुट्ठ मारना शुरू कर दिया.

फिर पांच मिनट के बाद मन्नु ने उसका गाड़ा वीर्य मम्मी की चुत में ही निकाल दिया। इसके बाद तो सेक्स का ऐसा सिलसिला शुरू हुआ की हम हफ्ते में दो से तीन बार एक दूसरे की मम्मी की चुदाई करने लगे। तो कैसी लगी मेरी सच्ची कहानी कमेंट करके बताना ज़रूर!

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