अपनी कुंवारी चूत में मेरा लंड सेट करने लगी

Pehli Chudai

Sexy Virgin Girl XXX

मेरा नाम अजय है। मित्रों मैं मेरे जीवन की पहली कहानी, आप के समक्ष रख रहा हूँ। मैंने इससे पहले कभी चूत का स्वाद नहीं लिया था। हमेशा मैं अपने ब्लोक की लडकियों और भाभीयों के बदनों को आँखों से नाप कर रात को सपनों में अपने बिस्तर में पाता था और सुबह लण्ड महाराज कच्छे में ही विसर्जित हो जाते थे!! Sexy Virgin Girl XXX

तो हुआ यूँ क़ी मैं बीए करने के बाद बेराजगार था। जिसके बाद काम की तलाश में, मैं इधर उधर भटक रहा था। इसी प्रकार मेरा काम की तलाश में लुधियाना जाना हुआ। और मेरी कहानी यहीं से शुरू हुई… मैं जैसे ही लुधियाना स्टेशन पर उतरा तो स्टेशन पर भीड़ के मारे, मैं मेरे आगे चल रही नवयुवती के सीने पर जा टकराया!!

पीछे से अधिक भीड का दबाव होने के कारण, मेरा हाथ उसके सीने पर दब गया। जिदंगी में पहली बार महिला के जिस्म को छूने से मेरे शरीर में सिरहन सी दौड़ गई और मेरा आठ इंच लम्बा लिंग भी पैंट मे अपना फन उठाने लगा!!

इस दौरान जिस नवयुवती के सीने पर मेरे हाथ का दबाव था, मैंने उसे पीछे मुड कर देखा। मेरे होश उड़े हुए थे कि कहीं अभी एक चमाट ना मुँह पर आकर लगे। लेकिन हुआ इसका उल्ट, उसने एक प्यारी मुस्कान मेरी तरफ उछाली और महिला की तरफ से रास्ता साफ देख कर मेरा जोश बढ़ गया।

जैसा की होता है, मैं उसे अब अंजान महिला ना मान कर अपनी ही प्रोपर्टी मान बैठा और अब मैं दोनों हाथों से उसके शरीर को जकड़े हुए था। इधर दूसरी ओर मेरे लिंग महाराज भी अपना फन उठा चुके थे और उस अंजान नवयुवती की गुदा के सुराख पर अपना आसन जमाए हुए थे, जो की पीछे से पडने वाले धक्कों से उस गुफा में प्रवेश करने का भरसक प्रयास कर रहे थे!!

इस वक्त मैं पूरे जोश में था, साथ ही मेरा जोश उस समय दुगना हो जाता था जब वह महिला बीच बीच मे मेरे लिंग को हिला कर अपने सही स्थान पर सैट करवा रही थी… मैं बार बार उसे नवयुवती इसलिए कह रहा हूँ क्यूंकी मैं उसका नाम नहीं जानता था।

मैंने एक हाथ उसके शरीर से हटाया और अपने लिंग को पैंट की बैल्ट की तरफ मोड लिया, क्यूंकी हम गेट के नजदीक पहुँच चुके थे। इसी दौरान उसने पीछे मुडकर देखा, उसका चेहरा लाल और आँखें मस्त हो चुकी थीं। उससे दूर होकर मैं भी कुछ विचलित सा हो गया और यही हाल उसका था!! चलो खैर, सीने पर पत्थर रखकर उसे छोडकर पीछे होना पडा…

पर इससे पहले मैं और वो जुदा होते, एक ऑटो वाला आया और मुझसे पूछा – कहाँ जाना है, भाई साहब-भाभीजी?

हमारे मुँह से एक साथ निकला कैम्प!!…

वह मुझे और मैं उसकी तरफ देखने लगे और खो गए। ऑटो वाले ने हम झिंझोडा और कहा – बाकी घर जाकर देख लेना, एक दूसरे को… यहां से तो चलो!!!

वो शर्मा गई और हम ऑटो मे बैठ गए। हमारे बैठते ही ऑटो वाले ने गाना लगा दिया – “थोडा सा प्यार हुआ है… थोडा है बाकी!!”

गाने के बोल सुनते ही हम एक दूसरे को देखने लगे। तभी उस नवयुवती ने कहा -कहाँ जाना है, आपको?

मैं हडबडाहट में बोला – जी!!

उसने पुन: कहा – कहाँ जाना है, आपको??

अब मैंने अपनी जेब से एक कार्ड निकाल कर उसे दिखाया। उसने पता पढा और कहा – यह तो बिल्कुल मेरे घर के पास है।

उसके इतना कहते ही हम खामोश हो गए। उसने फिर पूछा – क्या नाम है, आपका?

मैंने कहा – अजय! और आपका?

उसने कहा – दीपिका!!

जैसा उसका नाम वैसा ही उसका फिगर 36-26-38… मस्त चूचे… पतली कमर और थोडी सी भारी गाण्ड… जिसे देखते ही मेरा लण्ड एक फिर फन उठाने लगा!! जिस पर मैंने अपना हाथ रख कर दबाना शुरू कर दिया!!! शायद दीपिका को इस चीज का एहसास हो गया था। ये कहानी आप क्रेजी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.

वह भी मेरे लण्ड की तरफ “भूखी शेरनी” की तरह देख रही थी। तभी उसने अपना मोबाईल निकाल कर नम्बर मिलाया और बोला – मम्मी, मैं लुधियाना आ गई। उस तरफ जाने क्यां जवाब मिला, वो एकदम से खिल उठी और मुझे देखकर बोली – आपकी और मेरी मंज़िल आने वाले है।

अचानक ऑटो का पहिया, खडे में गिरा और उसका संतुलन बिगड गया और वह मेरे ऊपर आ गिरी!! उसके नरम चुचों की चुभन, मैं मेरे सीने पर महसुस कर रहा था। इतने में उसके गालों पर होठ टकरा गए और मैंने एक चुंबन उन पर जड दिया… जिसकी सिरहन मैं उसके जिस्म में महसुस कर रहा था!!

इतने मे ऑटो रूका और चालक ने कहा – आपकी मंज़िल आ गई… और वो मुझसे अलग हो गई।

मैंने जैसे ही ऑटो चालक को पैसे देने के लिए पर्स निकला, उसने मेरा हाथ पकड कर दबाया और आँखों से इशारा किया। मैं रूक गया और उसने ऑटो चालक को रूखसत कर दिया।

मैंने उससे कहा – वो मेरा पता?

तो उसने कहा – बताती हूँ, जल्दी क्या है!!

इतना कहकर वह आगे चल दी और मैं जादू सा बँधा, उसके पीछे चल दिया। उसने गली के कोने पर आकर मुझे रूकने को कहा और एक दुकान मे जाकर कुछ खाने का सामान लेकर लौटी और फिर चल पडी। मैं फिर उसके पीछे चल पडा.

गली के अंत में जाकर वह एक शानदार मकान के सामने रूकी और गेट का ताला खोलने लगी और हाथ मे लिया सामान मुझे पकडा दिया। मैं जादु के गुडडे की तरह उसका हुक्म बजा रहा था और मैंने समान को हाथ में ले लिया। इतने में उसने गेट खोल लिया और मुझे अंदर बुलाया!!

मैंने कहा – वो मेरा पता??

तो उसने कहा – जो काम अधुरा छोडा, पहले वो तो पूरा कर लो। फिर नए काम पर जाना!!!

मैं समझ गया की रास्ता साफ है!! मैं अंदर चला गया… उसने मकान के भीतर का दरवाजा खोला और मुझे ड्राईंग रूम में ले आई और सोफे पर बैठने को कहा। मैंने समान रखा और दीपिका को बाहों में भर लिया और उसे चूमने लगा!!!

उसके पतले होठों को अपने होंठों से लोक कर दिया और एक हाथ उसके मस्त टाईट चुचों पर रख कर उन्हें दबाने लगा। वह भी इस तरह मस्त हो गर्ई और मुझे चूमने लगी और अपने ऊपर दबाने लगी। इस वक्त हम दोनों ज्वार भाटे की तरह वासना से तप चुके थे।

मैंने उसकी कमीज में नीचे हाथ डाल दिया और उसके चुचों को पकड लिया और दबाने लगा… उसने मेरा हाथ पकडा और मुझे अलग करते हुए मेरे लण्ड के ऊपर हाथ रखा और उसे पकडकर घर के अंदर की और चल पडी और बैड रूम में जाकर रूकी।

बैड रूम में जाते ही मैंने पुन: उसे दबोच लिया और उसके कपडे उसके जिस्म से अलग करने लगा!! उसकी कमीज उतारते ही सफेद ब्रा में उसका दूधिया जिस्म सोने की तरह चमक रहा था!! उसके जिस्म पर बने मेरे हाथों के निशान साफ दिख रहे थे।

अब मैंने उसकी ब्रा उसके जिस्म से अलग की तो उसके मस्त मोटे मोटे चुचे मेरे सामने कुदकर आ गए!! मैंने उन्हे हाथों में लेकर दबाना शुरू कर दिया…, फिर लाल कत्थेई निप्पल को चुटकी में लेकर मसला तो वह चिहूँक उठी और उसने मेरे लिंग को पैंट के ऊपर से मसल दिया!!

अब चिहुकनें की मेरी बारी थी… मैंने उसके चुचों को दबाया और निप्पल को मुँह मे ले लिया और चूसने लगा। वह अपने हाथों को मेरे बालों मे फिराने लगी। कुछ देर बाद मैंने उन्हें छोडकर उसकी चूत पर सलवार पर से हाथ फेरा, तो वह गीली हो चुकी थी!!

मैंने बिना देरी किए उसकी सलवार का नाडा तोड दिया। उसकी सलवार बिना रूकावट के फर्श पर थी, और उसकी नंगी चूत मेरे सामने थी!! मैंने उसे पलंग पर धक्का देकर गिरा दिया और उसकी चूत को देखने लगा। उसने शर्माते हुए अपनी चूत को छुपा लिया… “Sexy Virgin Girl XXX”

मैंने उसकी टाँगों को अलग किया और कहा – जानेमन!! इस खजाने का तो आज लुटने का दिन है और इसे छुपा रही हो।

तो उसने कहा – मेरे खजाने को क्या आँखों से ही लुटोगे?? इसका असली खिलाडी तो निकालो…

मैंने उसकी बात पर सहमती जताते हुए अपने सारे कपडे उतार दिए और हम दोनों आदम जात नगें हो गए!!! उसने मेरे तने हुए लण्ड को देखा तो वह एक दम पलंग से उठी और मेरे लिंग को हाथों मे ले लिया और उसकी मोटाई व लम्बाई नापने लगी और अपने सीने पर हाथ रख कर बोली – हाय माँ!! मर गई ख़मखा पगां ले लिया… आज तो मैं मर ही जाऊँगी!!

मैंने सोचा, कहीं खडे लण्ड पर धोखा ना हो जाए!!

मैंने तपाक से उसके ऊपर गिरते हुए उसके होठों पर होंठ रख दिए और चूसना शुरू कर दिया। साथ ही हाथ से लण्ड को उसकी चूत पर रगडना शुरू कर दिया और मौका देखते ही उसकी चूत मे दबाव बना कर लण्ड का टोपा अंदर कर दिया!!

लण्ड अंदर जाते ही वह चीख पडी और मुझे कस के पकड कर बोली – मार दिया मादर चोद… फाड़ दी मेरी कुँवारी चूत… लुट लिया मेरा खजाना… हरामी निकाल इसे बाहर… तेरी बहन की चूत, निकाल इसे… अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह…

इससे पहले वह कुछ हिलती, मैंने अपने जिस्म का सारा वजन उसके कोमल बदन पर डाल दिया ताकी वह हिल ना सके और उसे अपने हाथों से सहलाने लगा। जैसे ही वह कुछ शांत हुई मैंने उसकी चूत से लण्ड निकालकर, एक झटका मारा इस बार आधा लण्ड उसकी चूत में था!!!

लेकिन इस बार उसकी आँखों में आँसू थे। लेकिन उसने मुझे पकड कर अपने आप को सभांला, जिसका मैंने फायदा उठाते हुए दूसरे झटके में उसकी कुँवारी चूत में अपना आठ इंच लम्बा व तीन इंच मोटा लण्ड पूरा अंदर कर दिया…

इस बार वह फिर मचली लेकिन मैंने उसे सहलाते हुए व लण्ड को अंदर बाहर करते हुए उसे तैयार कर लिया और धीरे धीरे अपनी गति तेज कर दी!! अब वह भी मेरा सहयोग कर रही थी। खून के लाल रंग व वासना के रंग में रंगा मेरा लण्ड “आग का गोला” लग रहा था!! ये कहानी आप क्रेजी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.

लगभग 20-25 मिनट में उसकी चूत ने दो बार पानी छोडा!! इसके बाद आह… आहह… उम्म… उफ़… आ आ आ आ आ आ आ आ आ… च चा चा चो द द द द… मादार चोद… तेरी बहन की चू त त त त… रंडी साली… ले ले ले ले… व चूत के पानी की छप छप की आवाज़ और उसकी भिन्नी भिन्नी खुसबू ने कमरे को महका दिया!! “Sexy Virgin Girl XXX”

फिर लगभग तुरंत ही वह झड़ गई, मैंने भी अपना पहला लण्ड का अनमोल खजाना उसकी चूत में झाड दिया और उसके ऊपर गिर कर साँसें लेने लगा!! उसके बाद दीपिका ने मेरे लण्ड को साफ किया और मुँह मे लेकर चूसा। उसके चूसने से मैं पुन: तैयार हो गया और फिर मैंने दीपिका को बाहों मे लेकर लम्बी दौड शुरू कर दी।

दूसरी बार झडने के बाद, मुझे ध्यान आया मैंने इंटरव्यु पर जाना है!! तो मैं कपडे पहनने लगा पर दीपिका ने रोक दिया और कहा – बाथरूम में जाकर नहा लो, जब तक मैं तुम्हारे लिए कुछ लाती हूँ। यह कह कर वह किचन में चली गई और मैं कमरे के अटैच बाथरूम में।

मैं नहाकर बाहर आया तो वह मेरे लिए जूस लेकर आई थी। मैंने जूस पिया और उससे वह पता पूछा तो उसने मुझे पीछे वाले घर का पता बताया। मैंने जाने से पूर्व दीपिका को बाहों मे भरा और एक लम्बा किस उसके होठों पर किया।

दीपिका ने मुझसे अलग होकर मेरा नम्बर लिया और फिर दुबारा आने को कहा… इस प्रकार दीपिका की कुँवारी चूत चोद कर मेरे लण्ड की सील टूटी। उसके बाद मैंने दीपिका की तीन कुँवारी बहनों को चोदा जो की अगली कहानी में आपसे शेयर करूँगा…

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