अंधेरे में बेटे से चुद गई – 8

Maa Beta Sex Story

New Maa Beta Sex Story 8
(अंधेरे में बेटे से चुद गई 8)

पिछले maa beta sex story विशाल शरीर के नीचे दबी सुबकती रही मुझे लगा कि एक जनम जितने समय के बाद मेरी सुबकियां थोड़ी हल्की होने लगीं मुझे बड़ी देर लगी समझने में कि मैंने रोना बंद कर दिया था मेरा हिचकियां लेकर सुबकना भी बंद हो गया था maa beta sex story में अब आगे पढ़े

जब दीनू को लगा कि मैंने रोना बंद कर दिया था तो उसने मेरा मुंह मुक्त कर मेरे आंसू और नाक से गंदे चेहरे को चाटकर साफ करने लगा दीनू की जीभ मेरी नाक के अंदर समा गई दीनू का लंड अभी भी मेरी गांड के अंदर बाहर जा रहा था maa beta sex story

मुझे विश्वास नहीं हुआ कि मेरी गांड अब दीनू के लंड को बिना तीव्र पीढ़ा के संभाल रही थी दीनू ने मेरी नाक को अपने मूंह में भर कर जोर से चूसा दीनू ने मेरे दोनों नथुनों में अपने जीभ अंदर डाल कर मुझे हंसा दिया मां अब कितना दर्द हो रहा है ? दीनू के चेहरे पर शैतानी भरी मुस्कान थी

मैं शर्मा गई दीनू मेरी गांड में बहुत दर्द हो रहा था तू कितना बेदर्द हैं एक क्षण भी तू ने अपना लंड को मेरी गांड मारने से नहीं रोका

मां ऐसा दर्द तो सिर्फ पहली बार ही होता है मुझे लगा कि जितनी जल्दी आपकी गांड मेरे लंड की आदी हो जाये आपका दर्द

उतनी ही जल्दी कम हो जाएगा दीनू ने प्यार से मेरी नाक की नोक को अपने दांतों से काटा

मैंने दीनू की बांहों पर गहरे खरोंचो को प्यार से चूम कर खून चाट लिया सॉरी दीनू मैंने बाहें खरोंच डाली दीनू ने मुस्कुरा कर मुझे प्यार से चूम लिया

मां ऐसा दर्द तो सिर्फ पहली बार ही होता है मुझे लगा कि जितनी जल्दी आपकी गांड मेरे लंड की आदी हो जाये आपका दर्द उतनी ही जल्दी कम हो जाएगा दीनू ने प्यार से मेरी नाक की नोक को अपने दांतों से काटा maa beta sex story

दीनू ने मुझे चूम कर मेरी गांड मारनी शुरू कर दी मेरी गांड अब दीनू के विशाल लंड के अनुकूल रूप से चौड़ी हो गई थी

उसका अमानवीय लंड मेरी गांड के छेद को रगड़ कर अंडर बाहर जा रहा था मेरी गांड मानों सुन्न हो चुकी थी मेरी गांड का दर्द पूरा तो ठीक नहीं हुआ पर मुझे अब उस दर्द से कोई बहुत परेशानी नहीं हो रही थी दीनू अपने बड़े लंड को अविरत मेरी गांड के अंदर बाहर करता रहा दीनू मेरी गांड को अपने लंड से बहुत जल्दी परिचित कराने के लिए उत्सुक था

दीनू ने अपने आकर्षक कसे हुए कूल्हों का इस्तमाल कर अपनी मां की गांड को बेरहमी और निर्ममता से चोदना शुरू कर दिया दीनू अपने बड़े लंड के सुपाड़े को छोड़ कर पूरा बाहर निकालने के बाद एक भीषण धक्के से उसे वापस मेरी गांड में ठूंस रहा था उसके जोरदार धक्कों से मेरा पूरा शरीर हिल रहा था मेरी सिसकियां दीनू के कान में संगीत सा बजा रहीं थी maa beta sex story

मैं अपनी गांड में दीनू के लंड के हर धक्के को अपनी सिसकारी से स्वागत कर रही थी दीनू ने मेरी गांड की चुदाई के गति बड़ा दी दीनू अपना लंड सिवाय मोटे सुपाड़े को छोड़ कर पूरा बाहर निकाल कर एक भयंकर ठोकर से मेरी गांड की भीतरी गहराइयों में ठूंस रहा था कमरे की हवा मेरी गांड की मधहोश सुगंध से भर गई दीनू का लंड मेरी गांड को चौड़ा कर आराम से अंदर बाहर जा रहा था दीनू ने मेरे दोनों मम्मों को मसलना शुरू कर दिया

मेरी सिस्कारियां अब अविरत मेरे मूंह से उबल रहीं थीं दीनू का लंड डेढ़ घंटे से मेरी गांड मार रहा था अचानक मेरी सिसकारी मेरे दर्द भरे यौन चरमोत्कर्ष के तूफान से और भी ऊंची हो गई दीनू का बड़ा लंड अब मेरी गांड में रेल के इंजन की गति से अंदर बाहर हो रहा था दीनू ने मेरे दोनों मम्मों को बेदर्दी से मसल कर अपना लंड मेरी गांड में जड़ तक अंदर दबा कर मेरे ऊपर लेट गया मैंने अपनी गुदाज़ गोल जांघें दीनू की कमर के इर्द गिर्द डाल कर अपनी एड़ियां दीनू के विशाल कूल्हों पर कस कर दबा दीं

दीनू ने मेरे मुंह को चूमते हुए मेरी गांड मारना फिर से शुरू कर दिया दीनू का लंड ने मेरी गांड को फिर से मथ कर मेरे दुसरे कामोन्माद को परवान चड़ा दिया दीनू और मैं एक साथ अपने आनंद की पराकाष्ठा पर पहुंच गए maa beta sex story

मेरा सारा शरीर कामुकता की मदहोशी में अकड़ गया दीनू का लंड मेरी गांड में झटके मार मार कर स्खलित होने लगा मेरी आंखें मादक चरम आनंद की उन्मत्तता से बंद हो गयीं दीनू और मैं बड़ी देर तक अपने यौन स्खलन के आनंद से एक दुसरे की बांहों में लेटे रहे

आखिरकार दीनू ने अपना मुश्किल से थोड़ा नरम हुए लंड को मेरी अत्यंत चौड़ी हुई गांड में से निकाल कर मेरी गांड चाटने लगे मेरे नथुने मेरी गांड की खुशबू से भर गए दीनू ने प्यार मेरी सूजी गांड को चाट कर साफ किया

दीनू की जीभ मेरी बेदर्दी से चुदी थोड़ी ढीली खुली गांड में आसानी से अंदर चली गई मेरी गांड साफ कर दीनू बोला

मां अब मैं आपकी गांड पीछे से मारूंगा मैं अब गांड मारने के आनंद की कामुकता से प्रभावित हो गई थी

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मैं पलट कर घोड़ी की तरह अपने हाथों और घुटनों पर हो गई दीनू का तना हुआ लंड मेरी गांड के मल के लेप से भूरे रंग का हो गया था मैंने जल्दी से दीनू के लंड को अपने मूंह और जीभ से चाट कर साफ किया मुझे अपनी गांड और दीनू के वीर्य का मिला जुला का स्वाद अत्यंत अच्छा लगा maa beta sex story

दीनू ने अपना लंड मेरी गांड में पीछे से हौले हौले अंदर डाल दिया मेरी गांड इतनी देर में फिर से तंग हो गई थी

पर मुझे इस बार बहुत थोड़ा दर्द हुआ दीनू ने मेरी गांड शीघ्र तेज़ी से चोदना शुरू कर दिया हमारा कमरा मां बेटे के बीच अवैध गांड चुदाई से उपजी मेरी सिस्कारियों से भर गया

दीनू के हर भीषण धक्के से मेरा शरीर फिर से कांप उठा उसकी बलवान मांसल जांघें हर धक्के के अंत में मेरे कोमल मुलायम भरे भरे चूतड़ों से टकरा रहीं थीं हमारे शरीर के टकराने की आवाज़ कमरे में थप्पड़ की तरह गूंज रही थी

दीनू ने मेरी गांड की चुदाई पहली बार की तरह बेदर्दी से की मुझे पांच बार झाड़ कर दीनू दूसरी बार मेरी गांड में स्खलित हो गया दीनू का गरम गाड़ा वीर्य मेरी गांड की नाजुक दीवारों से टकरा कर मेरी गांड में मथे हुए मल के साथ मिल गया maa beta sex story

दीनू मेरी गांड से अभी भी संतुष्ट नहीं हुआ था और एक बार फिर मेरी गांड के मंथन के लिए तैयार हो गया उस रात दीनू के विशाल लंड ने मेरी गांड तीन बार और मारी मैं दीनू के साथ लम्बी रतिक्रिया में बार बार झड़ने की मदहोशी से बेहोशी की अवस्था में पहुंच गई

मैं अपने निरंतर रति-निष्पत्ति की गिनती भी नहीं रख पाई दीनू ने मेरी गांड पांचवी बार अपने गाड़े वीर्य से भर दी मैं बिकुल थक कर चूर हो गई थी दीनू मेरी गांड चार घंटों से मार रहा था

मैंने दीनू के मुंह और गालों को प्यार से चूम चूम कर गीला कर दिया दीनू ने अपना लंड मेरी गांड से बाहर निकाल लिया

मैं अभी भी कुतिया की तरह अपनी चूत बाहर निकाले खड़ी थी दीनू ने अपने दोनो हाथो से मेरे मम्मों को पकड़ा और प्यार से उन्हे मसलने लगा

उसके झुकते ही मुझे मेरे चूतड़ों के बीच कुछ गर्म कठोर चीज महसूस हुआ कि ये उसके सुपारे का स्पर्श था उसने मेरे कंधों को पीछे से पकड़ा और अपनी कमर नीचे कर लिंग से मेरी चूत टटोलने लगा वो कभी लिंग दाएं तो कभी बांए तो कभी ऊपर तो कभी नीचे करके मेरे चूत द्वार को ढूंढने लगा maa beta sex story

इधर मेरी व्याकुलता बढ़ती ही जा रही थी सो मैं बोल पड़ी लंड को हाथ से पकड़ कर चूत में घुसाओ ना इस पर उसने उत्तर दिया ऐसे ही घुस जाएगा मां वो फिर प्रयास करने लगा काफी देर प्रयास करने के बाद भी लिंग चूत का मुख स्पर्श करके इधर उधर चला जाता तब मैंने कहा देरी मत करो थूक लगा कर जल्दी घुसाओ

उसने मेरी बात मानी और लंड पर थूक मल कर चिकना किया और फिर पहले की भांति लिंग घुसाने का प्रयास करने लगा थोड़ा प्रयास करने के बाद आखिरकार उसके लंड के सुपारे ने मेरी चूत का द्वार भेद ही दिया

मैं बोल पड़ी हां दीनू घुस गया जल्दी करो

मेरी बात सुनते ही वो भी बोल दिया हां मां अब हो जाएगा आप तैयार रहो

उसने बात खत्म करते ही जोर से धक्का मारा और लंड मेरी चूत की दीवार फैलाकर भीतर चला गया इस धक्के से जहां उसके लंड ने मेरी चूत की दीवारें फैला दी वहीं मेरी चूत की मांसपेशियों के विरुद्ध उसके लिंग की ऊपर की चमड़ी पीछे की ओर खिंचती चली गई जिससे उसका सुपारे से लेकर लंड का कुछ हिस्सा खुल गया था और मैं उसकी नसों को अपनी चूत के भीतर महसूस करने लगी थी

मैं उस धक्के से जोर से कराह उठी और बोल पड़ी ओह मां दीनू इतनी जोर से ना मारो बच्चेदानी तक जा रहा है मेरी बात सुन कर शायद उसे खुशी हुई और उसे भी अपनी मर्दानगी पर गर्व हुआ वो बोल पड़ा मजा आ गया मां maa beta sex story

उसने कुछ देर अपने लंड को मेरी चूत में टिकाए हुए हल्के हल्के हिलाता रहा और फिर धीरे धीरे उसने धक्के मारने शुरू किए अब जाकर मेरी जलन शांत होने लगी थी पर अभी तो वासना की आग ने जलना शुरू ही किया था और हम दोनों मध्य तक आ गए थे

दीनू के धक्कों से मैं यह तो समझ गई थी कि उसे बहुत मजा आ रहा और उसका जोश साफ झलक रहा था जिस प्रकार से वो ताकत लगा रहा था

पर उसके मन में मेरा खौफ भी था और इस वजह से वो एक आज्ञाकारी दास की भांति संभोग कर रहा था वो मेरे डर से अपनी मन की नहीं कर पा रहा था वरना मर्दो के जोश के आगे तो हर औरत झुक जाती है

मुझे उसका लंड बहुत सुखदायी लग रहा था और मुझे भीतर से लग रहा था कि उसे अपनी चूत से कस के जकड़ लूं मेरी चूत धक्कों के बढ़ते रफ्तार से और अधिक गीली होती जा रही थी maa beta sex story

अब तो फच फच जैसी आवाजें मेरी चूत से निकलनी शुरू हो गई थीं जैसे जैसे संभोग और धक्कों की अवधि बढ़ती जा रही थी वैसे वैसे हम दोनों की सांसें तेज़ और जोश आक्रामक रूप लेती जा रही थीं मुझे ऐसा लग रहा था जैसे वो मुझे ऐसे ही धक्के मारता रहे कभी ना रुके

वो भी शायद यही चाह रहा था कि मैं उसका किसी तरह से कोई विरोध ना करूं उस ठंड में भी अब हम दोनों के पसीने छूटने लगे थे मुझे उसका लिंग मेरी चूत के अंदर तपता हुआ लोहा महसूस हो रहा था जिस प्रकार मैं झुकी हुई थी और वो मुझ पर दोनों टांगें फैला कर चढ़ा हुआ था उससे धक्के बहुत मजेदार लग रहे थे

जैसे जैसे मेरी चरम सुख की लालसा बढ़ती जा रही थी वैसे वैसे मैं अपने चूतड़ ऊपर करती जा रही थी मेरे चूतड़ पीछे से पूरी तरह से उठ जाने की वजह से उसका लंड अब हर धक्के पे मेरे गर्भाशय तक जाने लगा मेरी कामोतेजना का अब ठिकाना ही नहीं रहा और मैं कराहने और सिसकने लगी maa beta sex story

उत्तेजना में मैंने किसी तरह एक हाथ पीछे ले जाकर उसके चूतड़ को पकड़ना चाहा पर वहां तक मेरा हाथ नहीं पहुंचा तब भी उसकी जांघ को पकड़ कर मैंने अपने नाखून गड़ा दिए इससे दीनू और उत्तेजित हो उठा और एक जोर का झटका दे मारा फिर गुर्राते हुए मुझे पेलने लगे

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