फैक्ट्री में काम करने वाली खूबसूरत लड़की को पेला 1

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ये कहानी है मेरी और मेरे फैक्ट्री में कम करने वाली एक सुंदर सी लड़की की है, जिसका नाम मालिनी है, आज वो महज 23 साल की है, और कुछ दिन पहले उसकी शादी भी तय हुई है, तो चलिये मैं आपका ज्यादा वक्त नहीं लूंगा और सीधा मेरी कहानी पर आते हैं। Horny Boss XXX

दोस्तों मेरा नाम विलास पाटिल है, लेकिन सब मुझे अब पाटिल के नाम से जनता है, मेरा गाव रायगढ़ है, लेकिन बिजनेस के लिए मैं कोल्हापुर आया और इधर ही सेटल हुआ, मेरी उमर 40 साल है, मेरी शादी को 15 साल हुए हैं।

मुझे 2 बच्चे हैं, एक लड़का और एक लड़की, लड़की 4 साल की और लड़की 10 साल का है, लड़की का नाम माधुरी है और लड़के का नाम अक्षय है, और मेरी बीवी का नाम ऐश्वर्या है जिस तरह अभी 35 साल की है, जो दिखाने में काफी खूबसूरत है, थोड़ी सवाली है, कद भी ज्यादा नहीं है, उमर के हिसाब से थोड़ी मोती भी हुई है, जैसे एक संसारी बीवी होनी चाहिए बिलकुल वैसी ही मेरी ऐश्वर्या है।

और घर में मेरी बूढ़ी मां भी रहती है, बच्चो का स्कूल, बूढ़ी एमए की जिम्मेदारी, सब के करन और कभी कम ज्यादा होता है तो ओ मेरे ऑफिस का काम भी करती है, मेरे सभी स्टाफ के साथ उसकी अच्छी बनती है, बिल्कुल एक दोस्त की तरह।

मेरी बीवी घर का काम और थोड़ा ऑफिस में ध्यान देने के करण हमेशा व्यस्त रहते हैं, बीच बीच में जब बच्चों को छुट्टी होती है तो अनलॉक लेके कभी हमारे घर जाति है तो कभी अपने मायके जाती है। तो इसी वजह से मुझे बहुत कम वक्त देती है.

इस साल में हमारा सेक्स लाइफ कुछ ज्यादा अच्छा नहीं है, क्योंकि वो ज्यादा तार थकी हुई रहती थी, मेरी का ध्यान रखना पड़ता था, वो चल फिर नहीं सकती थी.तो मेरा मन भी नहीं लगता था. और उसमें मैं कोल्हापुर में जो फैक्ट्री चलता था उसमें ज्यादा तार लड़की और औरत अति थी.

मेरी कपड़ों की फैक्ट्री थी, मतलब गारमेंट था, फैक्ट्री का मालिक मुंबई में रहता था और वो सब जिमेदारी मुझे पे छोड़के जाता था, तो इसीलिए उधर मैं ही बॉस था सब लोगो का। करीब 30 स्टाफ था, उसमें लड़की 20 और शादीशुदा औरते 10 थी, और चौकीदार, सुपरवाइजर, हेल्पर लोग थे।

औरतो में सब जवान थी 2 औरते उमर में ज्यादा थी,उन औरतो में एक औरत दिखने में बहुत सुंदर थी। वह, बीवी प्यास नहीं बुझा पा रही थी, और मेरे लंड की हल ठीक नहीं थी, हमेशा खड़ा रहता था करीब 8 इंच लंबा था मेरा लंड। मैं भी स्टाफ में कोई लड़की या और मिलती है क्या ये देख रहा था।

वाइज टू मेन 2 औरतो के साथ सेक्स किया था लेकिन उससे एक मुझे ब्लैकमेल करने लगी, और दूसरी ने कम छोड़ दिया तो मैं कोई नया मल मतलाब कमसिन सेक्सी लड़की पटाने के लिए सोच लिया। करीब 18 साल की एक लड़की थी वो एक डर गाव से फैक्ट्री में अति थी, उसका नाम मालिनी था देखने में बहुत खूबसूरत थी.

घर में वो सबसे बड़ी थी पापा शराबी द, छोटे भाई स्कूल में इसी परिवार की जिम्मेदारी मालिनी पर ही थी उसका कद लगभाग 5 फिट था, बहुत गोरी थी, पाव से लेकर ऊपर पुरी गोरी चिकनी थी, घुरले बल उसमें उसकी सुंदरता और बढ़ाती थी, उसके चेहरे पे हमेशा परेशानी दिखती थी.

उसकी काली काली आंखों, लाल रसभरे होंठ, मनो चटनी, चुनने का मन कर्ता था, हल्का वो ज्यादा बोलता नहीं थी मेरा दिल तो इस्तेमाल करने के लिए सोचने लगा। उसे चोदने के बारे में सोचने लगा, उसकी पतली कमर को देखने की मेरा लंड नाचने लगता.

इस्तेमाल करने की कोशिश में मैंने अब प्लान बनाना शुरू किया, पहले पहले वो बहुत काम बोलती थी, ऐसा लगता था कि मैं उसे अच्छा नहीं लगता था क्या मालुम, इसी कोशिश में मैं हर दिन उसे बतलाने के लिए कोई बनाता था उसका काम कैसा चल रहा है ये देखता था, ये ऐसा क्यों किया, वैसा क्यों नहीं किया ऐसा पक्का था।

बीच में उसकी सुंदरता की बहुत तारीफ करता था लेकिन वो गुस्सा हो जाती थी, तो मैं भी डर गया और उसके बारे में सोचना बंद किया. ऐसे ही कुछ दिन, कुछ माहीने बिट गए, उसकी और मेरी पहले जैसे बत नहीं होती थी, जो कुछ होता था आंखों में होता था.

मैं उसे वासना भरी नजर से देखता था ये हमें भी मालुम था क्योकि वो मुझसे गुस्से से देखती थी , ऐसे ही एक दिन पता चला कि वो फैक्ट्री में 4 दिन से नहीं आई। तो मैंने दूसरे स्टाफ से पक्का क्या हुआ, वो क्यों नहीं अति है? उसको फोन लगाने को बोला, लेकिन उसने उसे नहीं उठाया.

इसीलिये मैंने उसका नंबर मेरे पास लिया और उसको फोन लगता रहा था, लेकिन कोई रिस्पॉन्स नहीं था, शाम को मैं जब घर गया तो फ्रेश हो गया और चाय पी रहा था, चाय पिटे पिटे उसकी याद आई इसीलिये मैंने फिर से उसे फोन लगाने के लिए ट्राई किया मैं घर पे हु ये भी मैं भूल गया था.

उसे फोन लगा तो उधर से उसके भाई ने फोन उठाया और बताया कि दीदी अस्पातल में स्वीकार किया है, उसकी तबीयत ठीक नहीं है, मैंने पूछा किस अस्पताल में तो उसके शहर के अस्पताल का नाम लिया, तो मैंने फोन राखा और छै पाइक बच्चो के साथ टीवी देखने लगा.

सुबह जब मैं ऑफिस जाने की तयारी करने लगा तो मालिनी का ही ख्याल मन में था, क्या हुआ उसे, कैसी है, ऐसे सोचते ही मैं तैयार होगया और मा, बीवी बच्चों को दूर किया और और ऑफिस के लिए निकल पड़ा। और सीधा अस्पातल में गया, वहा नर्स को पूछा उसके बारे में मुझे तो मुझे बताया वो किधर है.

मैं अंदर गया तो देखा उधर वो बेड पे लेती थी, जनरल वार्ड में थी, उसके साथ उसका छोटा भाई था, मुझे देखने के वो बिस्तर से उठने लगी लेकिन मैंने इस्तेमाल किया और लेते रहने को कहा, वो बोली सर आप क्या आए यह? अपने क्यों तकलीफ उठाई? सॉरी सर मैंने आपको ऑफिस में बताया नहीं।

ऐसी बाते करने लगी तो मैं बोला अरे ये कैसी बाते कर रही हो इतनी बिमार हो और मैं क्यों गुस्सा करूंगा तुम पे? पागल हो क्या? कुछ चाहिए तो मुझे बोलो, मेरा घर यही है, कुछ खाना पीना है तो बोलो, ये तेरा भाई है ना उसके पास देता हूं फिकर मत करो, और पैसा चाहिए तो बोलो मैं एक बार डॉक्टर से बात करता हूं तुम अब आराम करो.

मेरी बाते सुनके वो रिलैक्स हुई, उसे भी बहुत अच्छा लगा और वो बोली थैंक यू सर, मैं बोला पूरी तरह अच्छी हो जाओ और जल्दी से ऑफिस अजय और बुरा में थैंक यू बोलो। और मैंने उसे मेरा तिफिन दिया उसमे से थोड़ा खाया और थोड़ा उसके भाई को दिया, मैं ने उसको दोपहर के खाने के लिए फिकर मत करो मैं लता हु ऐसे कहके ऑफिस गया

दिमाग में मालिनी के बारे में सोचा रहा था, मैंने सोचा बीवी को कहता हूं, बीवी भी उसे थोड़ा जनता थी, मैं घर गया ऐश्वर्या खाना पका रही थी मुझे देखा आप आज जल्दी क्यों आए? खाना खाया क्या? तो मैं बोला उसे ऑफिस स्टाफ मालिनी की तबीयत ठीक नहीं है, बेचारी एडमिट है, बीवी को ये डूबा हुआ बुरा लगा और वो बोली अब कैसी है मालिनी?

जैसे मेरे मन की बात उसमें कहीं थी, मैं बोला ठीक है मेरी जान, तुम कहोगी वैसा ही होगा, तो बीवी बोली अभी एपी लेके जाओ शाम को मैं भी देखूं अति हु उसकी बीमारी की वजह से हमारे बीच में जो सब था वो दूर हो गया मेरी बीवी की बच्चो की उसके साथ दोस्ती हुई.

4 दिन के बाद उसकी तबीयत ठीक हुई और उसको डिस्चार्ज मिला, उसका अस्पताल का बिल देने में भी मैंने मैडम की, उसके छोटे भाई के साथ भी हमारे परिवार की बहुत दोस्ती हुई.  मेरी गाड़ी से हमने उसके घर छोड़ा, और 4 दिन आराम करने के बाद वो कम पे आने लगी.

हम उससे 4 दिन में रोज फोन करके तबीयत की जानकरी लेते थे, सुबह जब वो कम पे आई मैंने उसे अपने केबिन में बुलाया वो आते हाय थैंक यू सर मैं आपका ये अहसान कैसे चुका पाउंगी ऐसी बाते करने लगी, मैंने उसे पहले भाईथने को कहा और बोला शांत हो जाओ और थोड़ा पानी पिलो.

वो ग्लास उठाके पानी पाइन लागी, और वो बोले थैंक यू बोलना बंद करो और कम में ध्यान दो, पैसे की फिकर मत करो, और कोई मदद लगी तो मुझे बोलो, ये सब मेरी बीवी का ऑर्डर है तो वो भी मुस्करायी और बोली आप कितने अच्छे हो सर, भगवान के बाद आप हो मेरे लिए.

तो मैं कुर्सी से उठा और उसके पास गया और उसके सर पे हाथ रख के बोला ऐसी बाते मत करो, मैं हु ना? मैंने भी सर हिलाया और हा बोला. ऐसे दिन गुजरे गए, वैसे तो वो मुझे पहले से अच्छी लगती थी अभी और ये अच्छा मौका उसके और पास जाने का, तो मैंने अपना प्लान बनाने शुरू किया.

अब उसको पैसे की जरूरत थी उसकी पोस्ट बढ़ाया और सैलरी भी बधाई, इसी कारण उसे अब कभी कभी बहार जाने की वजह से कम की वजह से घर जाने को देर होने लगी, ऐसे ही एक दिन हम बहार कम के लिए गए थे, बाकी 2 लोग अपने बाइक से गए मालिनी की बस मिस होगी.

तो वो परशान हो गई, मैं बोला फिकर मत करो मैं छोड़ता हूं तुमको, मेरे साथ बाकी 2 लॉग द वो बोले हम छोड़े हैं मालिनी को, तो मैं बोला मुझे उसका घर मालुम है और आपको अपने घर भी जाना है, इसी तरह मैं उसे छोड़ने गया. वो मुस्कान और बोली सर कितने अहसान करेंगे मुझसे?

तो मैं बोला तुम जैसे सुंदर लड़की मेरी गाड़ी पर बैठती है ये मेरे ऊपर अहसान है तो खिलखिला कर हंस पड़ी कुछ भी सर, मैं भला पूछा सामने कुछ भी नहीं, आप बहुत अच्छे हैं, ऐसा कहके वो मेरे पीछे बैठी, वो बहुत पीछे बैठ गई, जैसे जैसे उम्र बढ़ते गए मैं ब्रेक लगा गया तो वो मेरे एकदम करीब अगयी.

और उसके बड़े बड़े नरम नरम ममने मेरे पीठ को चुभने लगे, क्या कहू यार कितना मजा आ रहा था, मैं होश खो बैठा था, लगता था कि गाड़ी बीच में खादी करके उसके पास खिचके उसके मम्मे जोर से दबावु, और उसको वही किस करें पर इतनी जल्दी भी ठीक नहीं थी थोड़ी देर में अंधेरा बढ़ने लगा.

वो और उम्र एक और चिपक गई, इससे उसकी जंघे मेरे कुल्हे पे चिपक गई, और इतने में उसका घर आया, वो उतर के घर गई, उसकी सांसे तेज हुई थी वो थोड़ी गरम हुई थी मैं खुश होगया और उसको बे किया और घर को आया। दूसरे दिन फैक्ट्री बैंड थी, तो मेरी बीवी बोली चलो मालिनी के घर जाके आते हैं, उसकी तबीयत पूछते हैं उसके घरवालों से मिलते हैं.

तो मैं भी जात से राजी होगा, हमने उसे बताया नहीं और ऐसे ही निकल पड़े हम वहा गए तो वो कहीं बहार गई थी उसके भाई ने उसे फोन करके बुलाया थोड़ी देर के बाद वो आई, दोपहर को हम वही रुक गई हमने खाना बनाया, खाना खाने के खराब हम निकल पड़े। “Horny Boss XXX”

4 दिन के बुरे फिर से हमें जाना पड़ा ऑफिस के काम से, इस वक्त में, मालिनी, हेल्पर और सुपरवाइजर गए मालिनी मेरे साथ बैठ गई, आज मौसम थोड़ी बारिश जैसी थी लेकिन बारिश नहीं आई, वो भी मुझसे दूर बैठी थी, वो बोल राही थी सर जल्दी करो नहीं तो बस मिस होगी, मैं बोला ठीक है।

मैंने कोशिश की लेकिन आज भी होने देंगे, और फिर बस मिस होगी, मैंने घर फोन करके बोला मालिनी को छोडके आता हूं, तो ऐश्वर्या बोली ठीक है. थोड़ी देर के बुरे बीच रास्ते में बारिश शुरू हुई, तो हम एक शेड में थार गए, थोड़ी देर में बारिश गई तो हम निकल पड़े उम्र जेक बारिश जोरसे शुरू होगी.

दोनो भीग गए रुकने को कहीं भी शेड नहीं थी बीच में, भीगने के कारण वो और चिपक गई मुझे, सब जगह अंधेरा था, मुझे और भी ठंडा लगने लगी, मैं बोला जरा करीब हैं बैठो वो हम बोली और मेरे पीठ को उसके भीगे मम्मे लगाने लगे, उसके मेरे कंधे पे दोनो हाथ रखे और एकदम चिपक गई पुरा बदन थांद में गरम लग रहा था.

मुझे अब कंट्रोल नहीं हुआ और मैंने बाइक रोकी और पीछे मुड़के हमें मेरे पास खिचा और बहो में हाथ डाल के मेरे पास खींच और जोर से उसके गले का चुम्मा लिया, उसके होठों को चुमा थोड़ी देर के बुरा उसे मुझे ढकेला, तो मैं भी होश में आया और सॉरी बोला और गाड़ी स्टार्ट किया और घर को छोड़ आया. “Horny Boss XXX”

वो उसके बुरे कुछ नहीं बोली और दुसरे दिन जब काम पे आई तो मुझे टेंशन था कहीं वो कुछ बोलेगी तो नहीं, लेकिन वो कुछ हुआ ही नहीं ऐसे दिखा रही थी इसके करन मैं भी तेनशान फ्री हुआ, और केबिन में जाके उसे अंदर बुलाया अंदर आने के खराब मैंने उसकी तरफ देखा वो मेरी तरफ नहीं देख रही थी और सामने इतने खड़ी रही.

कम की बाते कर रही थी लेकिन दोनों का भी ध्यान नहीं था, मैं कुर्सी उठा और उसके पास जाके खड़ा रहा, वो बिलकुल हिली नहीं और उसकी सांसे जोर से आने लगी, थोडा कनप रही थी, मैं पीछे जाके खड़ा होके यूज सॉरी बोला, और उसको पीछे से बहुत में लिया और गली पे चुम्मा लिया.

वो कुछ भी नहीं बोली, तो मैंने उसके मम्मे को दबया और किस करने लगा, लगभाग 5 मिनट ऐसे ही चला, तो वो बोली सर कोई आएगा, देखेगा तो मुसिबत होगी, ठीक है बोला और उसको छोड़ दिया , और बोला बहार चलो न लॉज पे, तो वो कुछ नहीं बोली और बहार कम करने लगी. “Horny Boss XXX”

उसके बाद पंछी मेरे जाल में अगया था, जब भी मौका मिलता है हम मजा लेने लगे, उसको बहुत दबाता था, उसके चुत में उन्गली डालता था, ये सब केबिन में या मेरी फोर व्हीलर में होता था, दोनो तरफ आग बराबर लगी थी, वो भी चुदने को बेकार थी.

एक दिन हमारे ऑफिस की मीटिंग गोवा में थी, ये मीटिंग को हम एक कार लेकर निकल पड़े, मैं, मेरी बीवी, मालिनी, हेल्पर जो गाड़ी चला रहा था, हम 4 लोग गए, मीटिंग 4 बजे थी, हम वह 12 बजे पाहुंचे, वो सर्दी के दिन द हैम होटल में गए मैं और हेल्पर एक रूम में द और मालिनी.

मेरी बीवी दूसरे रूम में, वहा परेशान ते ही मैं फ्रेश होने में बाथरूम में गया, देखा तो पानी गरम नहीं आ रहा था मैंने सर्विस को बोला प्रॉब्लम। तब तक हेल्पर फ्रेश होगाया, मैं फिर अंदर गया लेकिन पानी ठंडा ही था, मैंने बीवी को पूछा पानी के बारे में, तो वो बोली गरम आटा है, और बोली मेरे कपडे खराब हुए हैं, मैं आला शॉप से ले आती हूं. “Horny Boss XXX”

तो मैं बोला मालिनी को लेके जाओ तो बोली मालिनी फ्रेश नहीं हुई, तो मैं बोला हेल्पर को लेके जाओ, और वो दोनो निचे दुकान में गए, अब मैं मेरे रूम में और मालिनी दुसरे रूम में, मैं अभी फ्रेश नहीं हुआ था, पानी के करण मैं भी वहीं फ्रेश होने वाला था.

दरवाजा बंद था इसका मतलब मालिनी बाथरूम में थी, थोड़ी देर खराब वो मुझे फोन करके बोली सर आजाओ मैं होगी फ्रेश, मैं भी मेरा टॉवल लेके बाथरूम गया, देखा तो वो फ्रेश होके बैठी थी, मैं फ्रेश होगया और सिर्फ तौलिया लगाके बहार आया, देखा तो वो कुर्सी पे बैठ के टीवी देख रही थी.

मैंने कमरे का दरवाजा बंद किया, और उसकी तरफ पीछे जाके खड़ा रहा, और दोनो हाथ गले में डाले और जुक के उसकी गल का चुम्मा लिया, और दोनो हाथों से मम्मी दबने लगा, वो बोली सर छोड़ो भाभी आएगी अभी, तो मैं बोला उनको कुछ नहीं मालुम है. “Horny Boss XXX”

मैंने दरवाजा लॉक किया है, आएगी तो बाथरूम में जाउंगा, और ऐसे कहते उसे वह से उठा और मेरी बहो में लिया वो सलवार कमीज में थी, उसके लाल होने को जोर से किस करने लगा एक हाथ कुल्हे दबा रहा था दूसरा हाथ मम्मी दबा रहा था, वो कुछ नहीं बोल रही थी, मेरा 8 इंच लंबा लंड खड़ा हुआ था, टॉवल के निचे अंडरवियर नहीं था।

तो वो बाहर से उसके पीछे चूभ रहा था, मैंने उसका एक हाथ मेरे हाथ में लिया और मेरे जमीन पर रखा, वो एकदम कैंप गई और नहीं बोली और हाथ छोड़ दिया मैंने तौलिया फेक दिया और पूरा नंगा होके उसके सामने आया, अचानक उसकी नजर मेरे लौड़े पे पड़ी और वो उसे देखे चौक गई और देख के बाप रे बोली, और नजर आला की.

मैंने उसे अपनी बाहों में लिया मैं नंगा था इसीलिये मेरा लंड उसके पेट के ऊपर चुभ रहा था, उसे भी अच्छा लग रहा था, उसने भी मुझे कसके पकड़ा था, और उसकी सांसे तेज हो रही थी, हम एक दूसरे की मुह में मुह डालके किस कर रहे थे, हलकी उससे नहाने के बुरा पायजामा नहीं पेन्ना था सिर्फ निकर थी, और ऊपर ब्रा और सैलरी थी.

मैंने ज़त से हाथ निचे से सीधा उसकी चड्डी में डाला, और पंचो उन्गलियो से उसकी घनी झांटो में उन्गलिया फेरने लगा, और फ़िर बिच कि उन्गली उसके चुट में डाली, चुत तो बहुत टाइट थी, और जोर से उन्गली अंदर बहार करने लगा, और ऊपर किस करके दबने लगा. “Horny Boss XXX”

वो बहुत मेरी तरह उठाती हुई थी, वो भी मुझे जोर से चुम रही थी, और कहने लगी सर….नहीं…आउच…दुख रहा है…आपका कितना बड़ा है। ..प्लीज सर छोड़ो मुझे, कोई अजायेगा, अब मत… तड़पावो, ये ठीक है… नहीं है…उई मां…मार गई….इत्ने मैंने मैंने इस्तेमाल बेड पे बिठाया और मैं उसके सामने खड़ा होगा अब मेरा खड़ा बड़ा लंड उसकी आंखों के मुह के सामने वो यूज देख के हिल रहा था ऊपर नीचे हो रहा था.

वो ज्यादा चौंकी नहीं तो ऐसा लगा कि उसे ऐसे लंड देखे हैं..मैं अभी उसके मुह में डालने को देख रहा था, लेकिन वो नहीं मन रही थी, तो मैं बोला एक बार लेलो ना, वो नहीं मणि और बोली सर छोड़ो मुझे अब भाभी आएगी, जाओ बहार, तो मैं बोला तेरी चुदाई करनी है मुझे, तो वो बोली सर प्लीज आज नहीं …प्लीज सर…भाभी आएगी..ड्राइवर आएगा.

वो सही कह रही थी, मैंने भी यूज वही छोड़ा और तौलिया लगाके अपने रूम में जेक बैठ गया, थोड़ी देर में ऐश्वर्या और हेल्पर / ड्राइवर रामू आगाए, उनको जरा सा भी शक नहीं हुआ, शाम को मीटिंग खत्म हुई और हम लोग घर को निकल पड़े, हम चूहा मालिनी हमारे घर थाहरी.

घर जाके खाना खाने के बाद मालिनी अकेली किचन में थी बरतन धो रही थी, मैंने मौका देख के इस्तेमाल वहा जाके पीछे से पकड़ा और दबाने लगा चुनने लगा, और तुरंत वैसे ही बेडरूम मे जाते सो गया। ऐसे ही दिन कट रहे द वो बारिश के दिन और अचानक एक दिन फिर मालिनी कि मा को सिविल हॉस्पिटल कोल्हापुर में तबीयत खराब होने के कारण देखा किया वो फैक्ट्री में थी घर से उसको भाई लेकर आया था. “Horny Boss XXX”

उनके घर में सिर्फ उसके पापा थे हमको जैसे पता चला हम हॉस्पिटल में पहुंचे, डॉक्टर को पूछे तो बोले 4 दिन तो रखना पडेगा तो मालिनी मेरी तरफ देखने लगी, तो मैं बोला ठीक है कोई प्रॉब्लम नहीं, और मालिनी मां और भाई को समझने लगी, मा रोने लगी, तो मैं बोला कोई फिकर मत करो गाव में पापा संभल लेंगे.

छोटे के स्कूल का प्रॉब्लम होगा थोड़ा, 2 दिन मालिनी संभल लेगी, 2 दिन के लिए भाई को छुट्टी लेनी पड़ेगी, तो सब मन गए, भाई बोला मैं शुक्रवर, शनिवार अता हु, और आज की रात हूं, आज की रात का खाना ऐश्वर्या को फोन करके बोलने को, दूसरे दिन ऐश्वर्या और बच्चे गाव जानेवाले द शनिवार, रविवार की छुट्टी थी.

मैं बोला ठीक हूं, ऐश्वर्या भी मालिनी को बोली तुम को जो लागेला घर से बनाके ले जाओ, और सुबह मालिनी का भाई भी स्कूल की वजह से गाव गया, तो मालिनी अकेली हॉस्पिटल में रह गई, मैं उसका तिफिन लेके उधर गया और बोला शाम को खाने का कैसे करेंगे, तो मालिनी बोली बहार से लेती हूं. “Horny Boss XXX”

लेकिन नर्स बोली मा को बहार का खाना मत खिलाओ, और बोली आज उनको कुछ फल देदो। मैं भी अब फैक्ट्री में जाने लगा, घर में मेरी बीमार मा थी, वो ज्यादा चल फिर नहीं सकती थी 2 दिन के खराब उसका भाई आया तो मैं बोला तुम अब थोड़ा आराम करो मेरे घर जाके तो वो बोली आराम नहीं मा को थोड़ा खाना बनाता हूं.

तो मैं बोला ठीक है घर में मा है तुम जाओगी या मैं छोड़ू तुम्हें तो वो बोली मैं जाती हूं थोड़ी देर में तो मैं तो ठीक है बोला और मैं फैक्ट्री मैं गया, यार में अब दूसरे विचार आने लगे, अब मौका है, जब तक उसका भाई इधर है और ऐश्वर्या गाव गई है यही सही वक्त है उसके साथ सेक्स करने का, इसे बढिया मौका नहीं मिलेगा. यही सोच मैंने मालिनी को फोन लगाया मैंने पूछा कहा हो तो वो बोली अभी खाना बनाके हॉस्पिटल जा रही हूं, आपकी मां को खाना दिया है, तो मैंने पूछा मेरा बनाया है क्या तो वो बोली नहीं सर सॉरी। मैं ठीक है बोला, और शाम को भी आने को बोला। दोस्तों अभी मेरी कहानी बाकि है, आगे मैंने कैसे मालिनी को चोदा ये मैं कहानी के दुसरे भाग में बताऊंगा.

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