Teen Girl Small Pussy
मैं विक्रम 26 का लौंडा हूं। मैं बरेली का रहने वाला हूं। मेरा लन्ड 7 इंच लम्बा है जो किसी भी चूत की भयंकर गर्मी को शांत करने के पूर्ण रूप से सक्षम है। जब मेरा लन्ड किसी भी चूत में घुसता है तो चूत पूरी तरह से पानी पानी हो जाती है। ये कहानी मेरे स्कूल टाइम की है जब में 18 साल का था। Teen Girl Small Pussy
इस समय मेरे ऊपर जवानी का नया नया जोश चढ़ा था। मेरा लन्ड चूत की तलाश में इधर उधर भटक रहा था। तभी मैंने इंग्लिश पढ़ाने वाली कल्पना मैडम को चोदकर मेरे लन्ड की प्यास बुझाई थी। अब मुझे जब भी मौका मिलता था तो मै कल्पना मैडम को चोद देता था। सब कुछ ठीक चल रहा था।
मैं मैडम की चूत से बहुत ज्यादा खुश था। तभी मेरी नज़रे हमारी एक्स्ट्रा क्लास में पढ़ने वाली शिखा से टकराने लगी। शिखा भी लगभग 18 साल की ही थी। उसके ऊपर अभी अभी जवानी ने अपना रंग दिखाना शुरू किया था। उसके बूब्स अच्छी तरह से उभर चुके थे जो लगभग 30 साइज के थे। शिखा के चूचे एकदम कसे हुए थे।
वो हमेशा ही दुपट्टे से चूचों को अच्छी तरह से ढककर रखती थी जिससे उसके चूचों को देखने का बहुत ही कम मौका मिलता था। शिखा की गौरी चिकनी कमर 28 की और गांड़ लगभग 30 साइज की थी। मतलब शिखा चोदने के लिए एकदम शानदार माल थी।
अब शिखा को देख देखकर मेरे लन्ड का भूगोल बिगड़ने लगा। अब मैं शिखा को चोदने के बारे में सोचने लगा। तभी मैंने कल्पना मैडम को ये बात बताई तो मैडम ने कहा– ये तो अच्छी बात है। अगर तुझे मौका मिले तो शिखा को लंड दे दे।
मैं– लेकिन मैडम शिखा को चोदने में आपको मेरी हेल्प करनी पड़ेगी।
मैडम– हां जब भी जरूरत पड़ेगी मै तेरी हेल्प कर दूंगी।
मैं– ठीक है मैडम।
मैडम– लेकिन पहले तू शिखा को पटा ले।
मैं– हां मै उसको पटा लूंगा।
अब मैं शिखा को मेरे लन्ड के नीचे लाने के लिए भरसक प्रयास करने लगा। अब मैं क्लास में शिखा से नज़रे मिलाने लगा। फिर कभी कभी हेल्प लेने के बहाने उसे टच करने लगा। धीरे धीरे शिखा को आभास होने लगा कि मै उसकी चूत लेने की फिराक में हूं।
अब वो मुझसे कन्नी काटने लगी और धीरे धीरे बात कम करने लगी। अब मेरा लन्ड ठनका। तभी मैंने कल्पना मैडम को हेल्प करने के लिए कहा। अब कल्पना मैडम ने ऊपर के हॉल में एक्स्ट्रा क्लास लेनी शुरू कर दी। फिर एक दिन मैडम ने टेस्ट लिया.
तो मैडम ने जानबूझकर शिखा को कम नंबर दिए और मैंने तो कुछ लिखा ही नहीं था। अब मैडम ने सबको घर भेज दिया और हम दोनों को फिर से टेस्ट देने के लिए रोक लिया। अब हॉल में हम तीनो ही अकेले थे। तभी मैंने कल्पना मैडम को आंख मार दी।
मेरा इशारा मिलते ही मैडम ने कहा– मै प्रिंसिपल मैडम के पास जा रही हूं। आधे घण्टे बाद वापस आऊंगी तब तक तुम दोनों एक दूसरे की हेल्प लेकर अच्छी तरह से टॉपिक्स समझ लो। अब मैडम क्लास से बाहर निकल गई।
अब हम दो जवान जिस्म एक दूसरे के पास एक ही बेंच पर बैठकर टॉपिक्स को समझने लगे। खैर टॉपिक्स समझने में मेरा ध्यान कहां लगने वाला था। मेरा लन्ड तो शिखा को चोदने के लिए ज़ोर ज़ोर से मचलने लगा। शिखा टॉपिक्स समझ रही थी और मैं शिखा को हवस भरी नजरो से देख रहा था।
तभी मैंने हिम्मत करके शिखा से कहा– शिखा, तुम्हारा फिगर बहुत ज्यादा हॉट है।
मेरी बात सुनकर शिखा सकपका कर मेरी तरफ देखने लगी– यहां पढ़ाई करने के लिए रुका है या मेरे फिगर को देखने के लिए।
मैं– तेरे फिगर को देखने के लिए।
शिखा– चुप कर। तू बहुत दिनों से मुझे ताड़ रहा है।
मैं– अब क्लास में इतनी हॉट फिगर वाली लड़की हो तो लंड की तो हालात खराब हो जाती है ना।
शिखा– तुम लडको की यही प्रॉबलम है। बस लड़की देखी नहीं कि शुरू हो जाते हो।
अब मैंने सोचा टाइम बहुत कम है, शिखा को जल्दी से मेरे लन्ड के दर्शन करा देता हूं। तभी मैंने पैंट नीचे खिसकाकर झट से लंड बाहर निकाल लिया। मेरे लन्ड का उभर देखते ही शिखा के हॉट फिगर का भूगोल बिगड़ गया और उसकी नज़रे मेरे लन्ड पर टिक गई। कुछ देर बाद वो होश में आई। ये कहानी आप क्रेजी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.
शिखा– ये तू क्या कर रहा है? जल्दी से इसको पेंट के अंदर कर।
मैं– अब ये पैंट के अंदर नहीं जाएगा,जब तक तुम चूत नहीं दोगी तब तक मै पैंट नहीं पहनूंगा।
शिखा– यार तू खुद तो मरेगा ही,साथ में मुझे भी मरवाएगा। जल्दी अंदर कर मेम आ जाएगी
मैं– मेम तो प्रिंसिपल मेम के पास गई है। अब सोच लो तुम इतना मस्त लंड, तुम्हारी चूत की पूरी गर्मी निकाल देगा।
शिखा– नहीं, मुझे नहीं निकलवानी गर्मी वर्मी।
मैं– ठीक है जैसी तुम्हारी मर्ज़ी।
अब मैं पेंट को पूरी खोलकर, लंड को तानकर शिखा के ठीक सामने बेग को हटाकर बेग पर बैठ गया। अब मेरे लन्ड की खुशबू शिखा को मदहोश करने लगी। वो बुक को मेरे लन्ड के सामने पकड़कर टॉपिक्स समझने में ध्यान लगाने लगी लेकिन जब नंगा तना हुआ लंड किसी लड़की के सामने खड़ा हो तो उसकी चूत अपने आप ही लंड लेने के लिए तड़प उठती है।
शिखा धीरे धीरे मेरे लन्ड को निहार रही थी। अब मैं समझ चुका था कि शिखा की चूत पिघल रही है। तभी मै शिखा के दुपट्टे को हटाकर उसके मस्त कड़क चूचों पर हाथ फेरने लगा। तो शिखा मेरे हाथो को हटाने लगी। मैं हाथ हटाकर फिर से उसके चूचों को दबाने की कोशिश करने लगा।
लेकिन बार बार शिखा मेरे हाथो को हटा रही थी। मैं समझ चुका था शिखा अब सिर्फ मात्र दिखावा करने के लिए विरोध कर रही है। तभी मैंने शिखा के हाथो में से बुक को छुड़ा लिया और उसे बेंच पर लेटाकर ताबड़तोड़ उस पर चढ़ाई शुरू कर दी। शिखा नखरे करते हुए मुझे उसके ऊपर से हटाने लगी।
लेकिन शिखा अच्छी तरह से जानती थी कि अब तो उसकी चूत की सील टूटनी ही है। तभी मैंने शिखा के दुपट्टे को हटा दिया और उसके मस्त कड़क चूचों को ज़ोर ज़ोर से मसलने लगा। मुझे शिखा के मस्त कड़क चूचों को मसलने और दबाने में बहुत ज्यादा मज़ा आने लगा।
शिखा अब भी अपने आप को छुड़ाने की कोशिश कर रही थी। तभी मैंने उसकी गौरी चिकनी कलाइयों को मसलते हुए उसके रसीले थिरकते होंठो पर मेरे प्यासे होंठ रख दिए। अब मैं शिखा के रसीले होंठों का जाम पीने लगा। मैं फूल स्पीड में शिखा के रसीले होंठों को चूसने लगा।
शिखा टांगो को इधर उधर फेंक रही थी। वो अभी भी विरोध करने की पूरी कोशिश कर रही थी। मैं शिखा के होंठो को रगड़े जा रहा था। थोड़ी देर बाद शिखा भी गर्म हो गई और वो भी मेरे होंठो में होंठ मिलाकर किस करने लगी। अब पूरे हॉल में चुंबनों की बारिश की आवाज़ गूंजने लगी।
अब हम दोनों चुदाई की आग में जल चुके थे। इधर मेरा लन्ड शिखा की चूत में घुसने की कोशिश करने लगा। कुछ देर तक शिखा के होंठो का जाम पीने के बाद मैंने शिखा के कुर्ते को पूरा ऊपर गले तक खिसका दिया। शिखा ने अंदर ब्रा पहन रखी थी।
तभी मैंने ब्रा को भी एक झटके में गले तक खिसका कर कड़क चूचियों को नंगा कर दिया। शिखा के चूचे बहुत ज्यादा गौरे चिट्टे थे। अब शिखा के मस्त कड़क चूचे मेरे हाथो में थे। अब मैं उन्हें ज़ोर ज़ोर से मेरी हथेलियों में लेकर कसने लगा।
आह! क्या मस्त चूचे थे शिखा के कसम से मज़ा आ गया था।
अब मैं शिखा के कड़क चूचों मसले जा रहा था। शिखा आह आह आह ओह करती हुई कसमसाने लगी। वो बेंच पर लेटी लेटी चेहरे को इधर उधर पटकने लगी। मैं लगातार शिखा के बूब्स को कुरेद रहा था। शिखा बुरी तरह से पागल हो चुकी थी।
तभी मैंने शिखा के कड़क चूचों को मुंह में डाल लिया और जल्दी जल्दी कड़क चूचों का रसपान करने लगा। अब शिखा और ज्यादा बैचने होने लगी। तभी उसने मेरे बालों को पकड़ लिया और ज़ोर ज़ोर से पसीने में लथपथ होकर बालो को नोचने लगी।
इधर खिड़की के बाहर से कल्पना मैडम हमारी चुदाई का लाइव टेलीकास्ट देख रही थी। मैं लगातार शिखा के चूचों को पिया जा रहा था। थोड़ी ही देर में शिखा के कड़क चूचे थूक में गीले हो चुके थे। मैं शिखा के चूचों को और चूसना चाहता था लेकिन टाइम बहुत ही कम था।
अब मैं सीधा शिखा की टांगो में आ गया और उसके सलवार के नाड़े को खोलने लगा। तभी शिखा ने सलवार के नाड़े को पकड़ लिया और सलवार को खोलने से रोकने लगी। मैं भी सलवार का नाडा खोलने के लिए की कोशिश करने लगा। तभी मैंने सलवार के ऊपर से ही शिखा की चूत को मुठ्ठी में भीच लिया।
शिखा एकदम से सिहर उठी और उसकी पकड़ नाड़े पर से ढीली हो गई। तभी मैंने सलवार का नाड़ा फटाफट खोल दिया। वो वापस नाड़े को पकड़ती तब तक बहुत देर हो चुकी थी। अब मैंने झट से सलवार को शिखा के घुटनो तक खिसका दिया। अब शिखा की पैंटी उतारने की बारी थी।
अब शिखा ने पैंटी को पकड़ लिया। तभी मै बेंच पर से नीचे उतरा और शिखा के मुंह की तरफ से चढ़कर 69 पोजिशन में आ गया। शिखा को एकदम से समझ में नहीं आया कि ये क्या हो रहा है। तभी मैंने शिखा के मुख में लंड घुसा दिया और गपाघप शिखा के मुंह को चोदने लगा। “Teen Girl Small Pussy”
मेरा बड़ा लंड बड़ी मुश्किल से शिखा के मुंह में घुस पा रहा था। शिखा आह आह उह आह उह करने लगी। इधर मै शिखा की पैंटी में हाथ डालने की उठापटक करने लगा। लेकिन शिखा बार बार मेरा हाथ हटाने का प्रयास कर रही थी तभी मैंने शिखा के दोनो हाथ पकड़ उसकी पेंटी को भी घुटनों तक खिसका दिया।
अब मैं शिखा की नंगी चूत को चाटने लगा, आह क्या मस्त चूत थी शिखा की,एकदम गुलाबी,गौरी चिकनी चूत। शिखा की चूत बहुत ज्यादा कसी हुई थी। चूत को देखकर मै समझ गया कि अभी तक शिखा ने चूत में लंड नहीं लिया है। शिखा की चूत के चारो ओर काली घनी झांटों का पूरा जंगल उगा हुआ था।
इसी काले घने जंगल के बीच में गुलाबी झील में पानी की बूंदे चमक रही थी। अब मैं शिखा की चूत को पागल सा होकर चाटने लगा। शिखा की नई नवेली चूत की खुशबू ने मुझे पागल बना दिया था। मैं गांड़ हिला हिलाकर शिखा के मुंह में लंड पेले जा रहा था। “Teen Girl Small Pussy”
शिखा बुरी तरह से पिघल कर पानी पानी हो चुकी थी। अब उसकी हॉट फिगर की गर्मी मेरे जिस्म को तपा रही थी। तभी मैंने शिखा की चूत में उंगली घुसा डाली। शिखा की एकदम से गांड़ फट गई और वो उछल पड़ी। शिखा की चूत का छेद बहुत ज्यादा कसा हुआ था।
अब मैं धीरे धीरे शिखा की चूत को कुरेदने लगा। मुझे शिखा की चूत कुरेदने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। खैर मेरी उंगलियों का कहर शिखा ज्यादा देर तक सहन नहीं कर पाई। उसने मेरी पीठ को कसकर पकड़ लिया और भट्टी की तरह तपती हुई चूत में से गरमा गर्म लावा बाहर निकाल दिया।
अब मैं शिखा के गरमा गरम लावे को पीने लगा। थोड़ी सी देर में मैंने शिखा की चूत को चाट कर साफ़ कर दिया। इधर मेरा लन्ड शिखा के मुंह में पूरा गीला हो चुका था। अब मैंने 69 पोजिशन को छोड़ा और सीधा शिखा की टांगो को फोल्ड कर दिया।
अब मैंने शिखा की टांगो को पकड़कर मेरे लन्ड का सुपाड़ा शिखा की कसी हुई चूत के मुहाने पर रखा। अब मैंने शिखा की गांड़ पर पूरा दबाव डालकर शिखा की चूत में लंड पेल दिया। अब मेरा काला घोड़ा शिखा की गुफा के दरवाजे को तोड़ता हुआ सीधा गर्भ गुफा तक पहुंच गया। शिखा ज़ोर ज़ोर चीख पड़ी। “Teen Girl Small Pussy”
शिखा– आईईईई मम्मी मर गई।
अब मैंने मेरे घोड़े को बाहर निकाला और फिर से उसे दरवाजे से गर्भ गुफा तक दौड़ा दिया। अब शिखा ज़ोर ज़ोर से बिलखने लगी।
शिखा– आईईईई आआईईई ओह आह आह आईईईई ओह आह आह।
अब मैं धकाधक शिखा की चूत के किले को भेदने लगा। शिखा दर्द से करहाती हुई रोने लग गई। उसकी आंखो में से आंसुओ की धाराएं बहने लगी। अजब गजब नज़ारा था यारो जिस शिखा को मै इतने दिनों से पेलने के बारे में सोच रहा था आज वो शिखा क्लासरूम में बेंच के ऊपर मुझसे चुद रही थी। उसका कुरता और ब्रा उसके गले में अटके हुए थे और उसकी पैंटी ,सलवार उसकी टांगो में लटके हुए थे। मेरे लन्ड के हर शॉट के साथ मेरी शर्ट में लगी हुई टाई बार बार हिल रही थी।
मैं धकाधक शिखा की चूत में लंड पेल रहा था।
शिखा– आईईईई ओह आह ओह आईईईई मत चोदो अब।
लेकिन आज मै नहीं रुकने वाला था। मैं हांफता हुआ शिखा को बेंच पर लगातार पेले जा रहा था। शिखा की चूत बुरी तरह से घिस चुकी थी। थोड़ी देर में ही शिखा की चूत में खून की धाराएं बहने लगी। शिखा की चूत की सील टूट चुकी थी अब मेरा काला लंड चूत के खून में पूरा लाल हो गया। “Teen Girl Small Pussy”
अब मेरे लन्ड के हर एक शॉट के साथ चूत में से खून निकल कर बेंच पर बहने लगा। अब मैंने शिखा की टांगो को छोड़ा और उसके बूब्स को पकड़कर चोदने लगा। अब शिखा से बर्दाश्त नहीं हो रहा था। कुछ ही पलों में शिखा ने चीखते हुए गरमा गर्म लावा बाहर निकाल दिया।
अब शिखा निढाल हो चुकी थी। अब उसने मुझे बाहों में कस लिया और चुदाई का मज़ा लेने लगी। अब लंड की पेलमापेल के साथ ही फ्फाच फ्फ्फ घास्सस की आवाज़ गूंजने लगी। अब शिखा चुदाई के आनंद के सागर में डूबकर मादक सिसकारियां भरने लगी। ये कहानी आप क्रेजी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.
शिखा–आह आह ओह आह आह ओह आह।
मैं शिखा को गांड़ हिला हिलाकर ठोक रहा था। अब मेरा लन्ड पिघलने वाला था। तभी मैंने शिखा को कसकर बाहों में जकड़ लिया और मेरे लन्ड का पूरा मावा शिखा की चूत में भर दिया। मैं पसीने से लथपथ होकर शिखा के सेक्सी हॉट जिस्म के ऊपर ही गिर गया। थोड़ी देर तक हम दोनों ऐसे ही पड़े रहे। “Teen Girl Small Pussy”
शिखा की चूत लहूलुहान हो चुकी थी। अब मैंने मेरी चड्डी से शिखा की चूत को अच्छी तरह से साफ किया। फिर मैंने बेंच और नीचे पड़े खून के धब्बों को भी साफ कर दिया। अब शिखा ने पैंटी पहनकर सलवार का नाड़ा बांध लिया। फिर ब्रा और सलवार को ठीक कर लिया। अब मैंने भी अंडरवियर पहनकर पेंट पहन ली। अब शिखा और में वापस पढ़ने बैठ गई। थोड़ी देर बाद मैडम क्लास में आ गई।
मैडम– चलो आज तो बहुत लेट हो गया है। आज तुम घर पर अच्छी तरह से टेस्ट की तैयारी कर लेना।
हम– जी, मेम।
अब हम तीनो नीचे आए और शिखा घर चली गई।
मैडम– वाह विक्रम तूने शिखा को क्या जमकर बजाया है बेचारी की चीखे निकाल दी।
मैं– यार उसकी चूत बहुत ज्यादा टाइट थी।
मैडम– तूने तो उसका पूरा मज़ा लूट लिया।
मैं– मज़ा लूटने के बदले में उसे भी तो पूरा मज़ा चखाया है।