Sister Tight Pussy
हेलो दोस्तो मेरा नाम संगीता कुमारी है में घर में सब मुझे गुडिया बोलते है मेरे चचेरा भाई के साथ मैं क्रेजी सेक्स स्टोरी की नियमित पढ़ती हूँ। इधर की सच्ची कहानियां पढ़कर मुझे भी लगा कि क्यों ना मैं भी अपनी गर्म स्टोरी इस पर भेजूँ। Sister Tight Pussy
ये बात अभी के है जब में घर पर अकेली थीं। मैंने कभी-कभी तो मुझे लगता है कि क्यू चचेरे भाई यानी की के साथ सेक्स संबंध बनाना बनालू लेकिन मुझे डर लगता है कि मेरे बारे मे किसी को बात दी तो में क्या करूगी, अब मैं 19 साल की थी.. और मेरा चचेरा भाई दो साल छोटा है.
मैं सभी तरह के कपड़े पहनती हूँ.. जैसे सूट-सलवार.. जीन्स-टॉप.. स्कर्ट आदि.. मेरा फिगर का साइज़ 31-32-34 है.. चचेरा भाई भी जवान था.. और मेझे आज तक किसी ने भी चोदा है लेकीन मुझे हर तरह से चुद गई अपने चचेरा भाई से. उसने मुझे जमकर चोदा मुझे चोदा कर खुश करता रहा मे उसकी हर दिन मुझे नए पोजिशन में चोदता है कैसे ओर कहा, आगे पढ़े-
में उसके पास आती तो मेरे बूब्स को उसके बदन से टच कर.. जिससे यो उत्तेजित हो जाता है मैं आपको बता दूँ कि में। मेरे सूट्स के गले काफी खुले मेरे हुए होते हैं.. जिसके कारण मेरे चूची देखता रहता चचेरा भाई भी मुझे कुछ अजीब से नज़रों से देखता था।
मालूम हुआ कि वो चचेरे भाई मुठ मरता है, मेरा भी मन किसी से सेक्स करने का होता था.. लेकिन उसके लिए मैंने कभी यह नहीं सोचा था कि मैं अपने ही चचेरा भाई से सेक्स करूँ। मेरा कोई बॉयफ्रेंड भी नहीं था। में जब दिन को सोने जाती हु तो में पॉर्न वीडियो देखती हु .. तो मुझे वो ही पोर्न वीडियो याद आ रहा था। मैंने भी अपनी चूत में उंगली करके अपनी प्यास बुझा ली।
मैंने काफ़ी बार नोटिस किया कि मेरा चचेरा भाई मुझे जिसका नाम राजू है छुप-छुप कर मुझे देखता था है.. जैसे जब मैं घर पर झुक कर पोंछा लगाती या झुक कर कोई काम करती तो मेरे झूलते चूचों को निहारा करता था।
मे उसकी आंखों मे देख रही थी वो भी मुझे देख रहा था तो मैंने उससे कहा तुम मुझे क्यों देख रहे हो उसने कहा तुझे नही तेरे कपडे को देख रहा हु मैंने कहा कि मेरे चुचियों देखे रहा है, मैने आपने हाथ से चुचियों पर हाथ रखकर उसे छुपा लिया.
अब कुछ दिन बाद वो दिन भी आ गया.. घर पर केवल हम दोनों ही थे.. मतलब मैं और राजू उस हल्की गर्मी थी.. मैंने ब्लैक कलर ब्लाउज का के साथ साडी पहनी थी.. जिसमें मेरी पूरी कमर और मेरे गोरे-गोरे हाथ दिख रहे थे।
जब मैं तैयार होकर अपने कमरे से बाहर निकली.. तो राजू तो मुझे देखता ही रह गया, उसने अपनी नज़रों से मेरे पूरे जिस्म को देखा.. मेरे डीप नेक और ब्लैक ब्लाउज से मेरा गोरा बदन भी काफ़ी अधिक दिख रहा था।
मैंने अपने बालों को भी बाँध लिया था ताकि लोगों को मेरी कमर और पिछवाड़ा साफ़-साफ़ दिख सके। मैंने अपनी साड़ी को कमर पर मेरी नाभि से भी काफ़ी नीचे से बांधा हुआ था। कुछ देर गर्म था। मैं तो गर्म से पसीना आने लगी।
दिन को 10.30 पर मैंने चचेरा भाई को को कहा.की रूम में चलो अब हम दोनो रूम में गाए और पंखे से हवा लेने लागी चचेरा भाई ने सिर्फ एक जींस पहन रखा है ओर सो रहा था तो मैंने उसके जींस को नीचे सरका दिया और लंड को पकड़ कर देखने लगी फिर मैंने लंड चूसने लगी जोर जोर से हिलाने लगी फिर यो करीब 30 मिनट तक चूसते रही।
मैंने चचेरा भाई सो रहा था – मेने वहा से पर सोने के नाटक कर रही थी तभी चचेरा भाई मेरे बूब्स को सहलाने लगा और उसने अपना मुंह से चूसता रहा मेरे दोनो निप्पल को एक एक कर बारी बारी से पीने लगा मैं समझ गई और मैने आपने आंखे खोल तो में सिरकायी कराने लगी आह उह उह करने लगी. उसने मुझे में मेरा सूट भी खोल दिया और मेरी रेड कलर की समीज जो मेरे मम्मों को छुपाए हुए थी.. उसे भी खोल दिया।
मैंने उससे कहा- किसी को पता चल गया.. तो हम दोनों की बदनामी होगी।
उसने कहा- हम दोनों ही घर पर हैं.. और किसी को कैसे पता चलेगा गुडिया दीदी.
वो मुझे होंठ पर चुम्बन कर रहा था, मैं भी उसके बालों को सहला रही थी। उसने अपना अंडरवियर निकाल दिया और मेरी भी सलवार का नाड़ा खोल दिया। मैं अब केवल नंगी हुई. वो भी उसने निकाल। वो मेरे चूचियां को दबाने लगा और मेरे बदन पर हर जगह चुम्बन करने लगा और नाखून गड़ाने लगा।
कुछ ही पलों में वो नीचे को होकर मेरी चूत को सहलाने शुरु कर दिया। मेरी चूत से पानी निकल रहा था.. थोड़ी देर बाद उसने कहा की गुडी जानू मेरे लंड निकाल दिया हु। मैंने देखी तो उसका लण्ड काफ़ी बड़ा था, मैंने उससे कहा तुम्हारा लंड नही चूस सकती हु यो बोला की गुडी जानू.
फिर मैने उसकी लंड चूसने लगी चूसने के बाद मैने उसे कहा कि तुम्हारा लंड चूसने में मज़ा आने लगा और चूसने लगी, अब हम दोनों से सहन नहीं हो रहा था, वो मेरी दोनों टाँगों के बीच में बैठ गया और अपना लण्ड मेरी चूत पर रख दिया।
अब उसने अपने लौड़े को मेरी चूत के छेद में फंसा कर पुश किया.. लेकिन उसका लौड़ा मेरी चूत में नहीं गया और फिसल गया। उसने फिर से अपना लौड़ा मेरी चूत पर रखा और ज़ोर से धक्का मारा, इस बार उसका लण्ड अन्दर घुस गया, मेरी तो जान ही निकल गई.. मुझे लग रहा था कि मैं मार जाऊँगी। “Sister Tight Pussy”
उसने एक और धक्का मार कर अपना पूरा लण्ड अन्दर डाल दिया.. मैं दर्द से चिल्ला पड़ी। वो कुछ देर तक शांत लेटा रहा.. फिर जब मेरा दर्द कम हो गया.. तो उसने धक्के मारने शुरु किए। उसके हर धक्के से मैं मज़े से ऊपर उछलती और चुदाई का मजे लेते हुए मैने आवाज नीलने लगी उह उह आह ओह ओह ओह करने लगी पुरा 3 घंटे तक पेला फिर हम दोनो के पानी छोड़ दिया.
बाद में देखा तो बेडशीट खून से लाल हो गई थी, हमने वो चेंज की और जब मैं उठी.. तो मेरा पूरा बदन टूटने को हो रहा था.. मुझसे चला भी नहीं जा रहा था। मैंने देखा तो भाई मेरी तरफ देख कर हँस रहा था। उसने सारे कपड़े धो दिए थे। भाई ने मुझे गले से लगाया और कहा- आई लव यू जान.. तुमने मुझे खुश कर दिया। दोस्तो, यह मेरी पहली चुदाई की कहानी है.. मुझे बताएँ कि आपको ये कैसे लगी।