अनजान मर्द से मैंने रात भर चुदवाया

Hindi Chudai Kahani

मैं आपकी प्यारी दोस्त नेहा हूं। और मैंने आज अनजान मर्द से बुर फड़वा ली। वो ना जाने कहा का था।

दोस्तों मैंने पहले भी अपने भाई और पापा से खूब उछल-उछल कर बुर में लौड़ा चपवाया है। पर आज एक अनजान लड़के ने मेरी बुर का मस्त बाजा बजाया। तो दोस्तों आइए जानते है कि कैसे मेरी बुर का बाजा बजा, और अंत में उसने माल डालने की जगह लोहे की रॉड ही डाल दी मेरी बुर में।

मुझे चुदाने का बहुत शौक है। अगर आप भी मुझे चोदना चाहते हैं तो जरूर बताइएगा।

दोस्तों बात है बरसात के दिनों की, जब मैं जॉब करके देर शाम को घर आ रही थी, और रास्ते में ही बारिश होने लगी। मैंने बहुत से डॉक्यूमेंट लिए थे, इसीलिए मैं पास वाले घर में रुक गई।

वह घर जंगल में था सड़क के किनारे जिसमें मैं रुक गई।

बारिश उफान पर थी। बिजली भी कड़क रही थी। रात के लगभग 9 बज गए थे, और मैं उस वीरान जंगल में बारिश की वजह से अकेली थी। आप लोग तो जानते ही है ना दोस्तों जब मैं अकेली होती हूं, तो अपनी ही बुर को सहलाने लगती हूं, वो भी पोर्न वीडियो देख-देख कर।

बस मैं वही करने लगी और पोर्न वीडियो देखने लगी। मोटे लौड़े और गहरी-गहरी बुरें जिसमें लौड़े घुस कर तहलका मचा रहे थे।

कुछ देर बाद उसी रास्ते से एक और व्यक्ति आया, और उसी घर में रुक गया। पर मैं तो इतनी ज्यादा व्यस्त थी, कि मैंने उसे देखा ही नहीं। फिर उस लड़के ने मुझे पोर्न देखते हुए पकड़ लिया, और कहा, “ये क्या हो रहा है?”‌ मैं डर गई और बोली, “कुछ नहीं, आप कौन?”

उसने कहा, “मैं बारिश की वजह से यहां रुका हूं, और तुम लड़की होकर इतनी रात को यहां?”

मैं बहुत गर्म हो चुकी थी पोर्न देख कर, तो मैंने उससे साफ कह दिया, “मुझे चोदोगे?” वह भी कम कमीना नही था। उसने एक ही बार में कहा, “घोड़ी बन जाओ फिर।” मैं इतनी ज्यादा गर्म हो चुकी थी, कि मैंने तुरंत अपने कपड़े उतार दिए, और उसके लौड़े को अपने मुंह में लेकर चूसने लगी।

वह भी मस्ती से अपना लौड़ा चुसवा रहा था। फिर मैंने कहा, “लौड़ा ही चुसवाओगे या इस फटी बुर में भी ये डालोगे?”

उसने कहा, “फटी बुर?”

मैंने हंसते हुए कहा, “हां यार, मेरी बुर पर तो ना जाने कितने मरते है। मेरे भाई, पापा, चाचा, मामा, बुआ का बेटा और गांव वाले भी, आज तुम्हारी बारी है, तुम ठोक लो।”

दोस्तों उसने यह सुनते ही कहा, “साली रंडी, तूने अपने भाई से भी बुर फड़वाई है?” मैंने कहा, “हां यार, अब चोद इस बुर को समझा।”

दोस्तों वह मुझे चोदने के लिए तैयार ही नहीं हो रहा था, पर मैंने उसे जबरदस्ती मनाया और कहा, “चोद ले बेटा, ऐसी बुर और मौका नहीं मिलेगा।”

फिर मैंने अपनी बुर की दोनों फाकों को फैला कर उसे दिखाया। वह एक-दम नशा गया और मेरी बुर को चाटने लगा। उसने मेरे बुर की सारी गंदगी साफ कर दी अपनी जीभ से चाट कर।

अब मेरी बुर एक-दम चमक रही थी।

फिर उसने कहा, “मेरी रंडी, आज इस बुर पर मेरा राज है। अब मैं चाहे जो करुंगा।” मैंने भी कहा, “बेशक ये तेरी ही बुर है, चोद इसे।”

इतना सुनते ही उसने मेरी बुर पर हमला कर दिया, और घपा-घप चोदने लगा। मैं चिल्ला रही थी, और वह मुझे बस लगातार चोदे ही जा रहा था। उसने मेरी बुर को अपने मुंह में लेकर खूब काटा, और चूमा।

दोस्तों वह केवल और केवल मेरी बुर से ही खेल रहा था, और मैं भी उसके खंभे जैसे मोटे लौड़े से।

रिश्ता था बुर और लौड़े का बस।

वह मुझे स्पीड से चोद रहा था,‌ और लगातार गाली भी दे रहा था।

ऐसे ही वह मुझे धक्का-पेल चोद रहा था, और मेरी बुर का भोसड़ा बना रहा था। मैं भी बस आह आह ओह उफफ करके उसका लौड़ा धंसवाए जा रही थी।

लगभग आधे घंटे चोद कर उसने कहा, “साली तेरी ये बुर है या किसी खरगोश की बिल?” मैंने भी कहा, “ये बुर नहीं है बाबू, ये तो धर्मशाला है। कोई भी इसे चोद सकता है। अगर चोदना है तो और चोदो।”

उसने फिर से मुझे उल्टा लिटाया, और मेरी बुर के उस छेद में लौड़ा डालने लगा जिसमें से बच्चा होता है। अब मेरी बुर एक-दम फट गई थी, और पस्त भी। पर वह साला बस चोदे ही जा रहा था।

अंत में उसने मेरी बुर में अपना माल गिराने की जगह उसने लोहे की रॉड मेरी बुर में घुसा दी।

मेरी बुर की तो ऐसी की तैसी हो गई। उसमें से खून निकलने लगा और मैं जोर-जोर से चिल्लाने लगी, पर कोई दूर तलक नहीं था। फिर उसने मेरी बुर में अपना 9 इंच का लौड़ा चाप दिया।

मैंने कहा, ” मादरचोद, साले कुत्ते, कोई नरम नरम बुर में लोहे का रॉड चापता है क्या?”

उसने कान पकड़ कर कहा, “सॉरी जान, ज्यादा जोश में आ गया था इसीलिए।”

मैंने कहा, “कोई बात नहीं अब तू इस बुर को अपने इस लौड़े से फाड़, अगर एक मर्द है तो।”

फिर वह जोश में आ गया, और जोर-जोर से घोड़े जैसे चोदने लगा। वो तेज-तेज से आवाजें भी निकाल रहा था, “आज तेरी इस बुर की खैर नहीं। आज के बाद तेरी यह नरम बुर किसी से चुदाने के लायक नहीं रहेगी।” मैं भी बस उसे कहे जा रही थी, “चोद साले, चोद इस बुर को, फाड़ डाल साले, ये तेरी बुर है, जो मन चाहे वो कर।”

अब वो मेरी बुर में अपना उंगली डालने लगा, और हिलाने लगा।‌ मैंने कहा, “उंगली से क्या होगा? ऐसा कर कल तू जितने मर्द ला सकता हैं ला, मैं सबसे चुदवाऊंगी।

दोस्तों अगर एक बार बुर के अंदर 9 इंच का मोटा लौड़ा घुस जाता है, तो नानी ही याद आती है। इतना दर्द होता है, पर मैंने तो ये सारा दर्द सह चुकी हूं। अब मुझे घंटा फर्क नही पड़ता है कि मेरी नरम नरम बुर में क्या घुसा है।

फिर मैंने उसे जोश दिलाया और चोदने को कहा।

उसके बाद उसने मेरी बुर का ऐसा बाजा बजाया कि आज भी वह बाजा बज ही रहा है। नरम-नरम बुर में टाइट-टाइट लौड़ा बहुत आसानी से घुसता है।

दोस्तों मैं दिन भर में लगभग अपने भाई से तीन बार सेक्स कराती हूं, और मुझे लौड़े का स्वाद बहुत पसंद है।

मैंने आज तक इस बुर में ना जाने कितने लौड़े लिए है। क्या आपको भी घुसाना है इस फटी बुर में अपना प्यारा मोटा लौड़ा? तो आप भी घुसा सकते है।

मेरी बुर बहुत रसीली है, जो भी चूसेगा वो ही उसका मजा लेगा, वो भी फ्री में। तो आप लोग भी इस फ्री वाली बुर का फायदा उठाइए।

मैं आपसे वादा करती हूं कि मैं आप से सेक्स चैट और हो सके तो आपसे जरूर चुदूंगी।

मैं आपको अपनी सारी वो अंदर की चीज फाड़ कर दिखाऊंगी।

तो जरूर आप मुझे मेल करना।

प्यारे दोस्तों मैं किसी से भी बुर फड़वा सकती हूं। बस सामने वाले बंदे में दम होना चाहिए। क्या आपमें हैं‌दम? अगर हां, तो प्लीज मेरी बुर चोदे बिना मत जाना।

तब तक के लिए आप अपनी मम्मी बहनों को चोदते रहिए, जैसा मेरा भाई मुझे रात भर चोदता है।

और हां, मैं आपके लौड़े की भूखी हूं।

मेल जरूर करना मेरे सभी मर्दों-

[email protected]

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