हैलो दोस्तो मेरा नाम राहुल है और मैं दिल्ली का रहने वाला हूं। मैं सेक्स कहानियां 4 5 से पढ़ रहा हूं और आज मैं। यहां अपनी कहानी लेकर आया हूं । ये मेरी पहली कहानी है , उम्मीद करता हूं आपको प्रसंद आएगी, कहानी थोड़ी लंबी होगी पर आपको मजा भी उतना हे आएगा ।
तो कहानी शुरू करने से पहले मैं आपको अपने ओर अपनी फैमिली के बारे में बता देता हूं।
मेरी उम्र 20 साल है और मैने इसी साल ग्रेजुएशन की है और ग्रेजुएशन करते ही सरकारी नौकरी की तैयारी में लग गया ।मैं दिखने मैं अच्छा तो नहीं कह सकते पर ठीक ठाक हूँ ,मेरी हाइट 5 फीट 10 इंच है , साधारण बॉडी है न कि कोई मस्कुलर । अपनी सेक्स लाइफ की बताऊं तो मैं अपनी गर्लफ्रेंड के साथ सेक्स कर चुका हूं पर ये कहानी मेरी और मेरी बहन की है ।
अब बात करते है मेरे परिवार की , परिवार में 4 लोग मैं, मेरी बहन जो मुझसे 2 साल बड़ी है और उसका नाम मनु है और वो पोस्ट ग्रेजुएशन करके प्राइवेट जॉब कर रही है । उनकी हाइट 5 फीट 5 इंच है और दिखने में गोरी हैं उनका फिगर अच्छा है क्योंकि वो रोज शाम को छत पर एक्सरसाइज करती है ।
उसके अलावा मम्मी ( 43 साल ) पापा (46 साल) के हैं । मम्मी एक हाउसवाइफ है और पापा इंस्पेक्टर हैं । जिस वजह से वो बहुत बिजी रहते हैं उनको फुर्सत ही नहीं मिलती । पापा जॉब करते है जिस कारण हमारी आर्थिक स्थिति अच्छी है , पापा मम्मी ने कभी किसी चीज की कमी महसूस नहीं होने दी।
हम सरकारी क्वार्टर में रहते है जिसमें 2 बेडरूम,1 रसोई, 1 लिविंग रूम , 1 बाथरूम और एक वाशरूम है ।
एक रूम में मम्मी और पापा पापा , एक में मैं ओर दी सोते हैं बाकी डिटेल में कहानी में बता दूंगा अब कहानी शुरू करते हैं।
ये कहानी शुरू होती है आज से 2 साल पहले जब मैं 20 साल का था और दीदी 22 की ।
मैं उस समय कॉलेज के 2nd वर्ष में था और दीदी पीजी के 1st वर्ष में।हम दोनों एक हे कॉलेज में थे जिस वजह से साथ आते और साथ ही जाते थे ।मैं और दीदी हमेशा से दोस्तो की तरह रहे हैं और एक दूसरे से प्यार(भाई बहन वाला ) करते हैं । कॉलेज जाकर अपने अपने लैक्चर अटेंड करते हैं ,दीदी की क्लास जल्दी खत्म हो जाती थी इसीलिए वो मुझसे पहले घर आ जाती थी । पापा रोज 10 बजे जाते थे और हम 9 बजे सब कुछ नॉर्मल चल रहा था जैसे हर फैमिली में चलता है।
एक दिन हुआ यूं कि पापा की पोस्टिंग चेंज हो गई जिससे पापा को जल्दी जाना पड़ेगा ,तो हम तीनों का नहाने का टाइम एक हो गया ।दीदी सबसे पहले नहाती थी और नहाने में बहुत समय लगती थी लगभग 30 मिनट , तो मेरे और पापा के बीच नहाने की दिक्कत आने लगी ।
अब पापा के सामने किसकी चलती है ?
पापा नहा कर ड्यूटी चले जाते और में लेट होने लगा कॉलेज के लिए ,ऐसे ही मैं एक हफ्ते कॉलेज के लिए लेट हो जाता और मेरी क्लास मिस होने लगी ।
तो मैंने शाम को कॉलेज से आकर मम्मी से बोला : मम्मी आज से मैं पहले नहाया करूंगा मुझे नहीं पता दीदी से बोलो अब से मैं सबसे पहले नहाया करूंगा।
मम्मी: तू खुद जाकर बात कर उससे मुझे नहीं पता तुम दोनों का तुम्हारे पापा को लेट नहीं होना चाहिए
मैं दीदी के पास बात करने गया पर दीदी पहले ही मेरी और मम्मी की बात सुन रही थी अपने रूम में बैठे बैठे , जैसे ही मैं उनके पास गया
दीदी : मैं लेट नहीं नहाऊंगी , मुझे नहीं पता मुझे कॉलेज के लिए लेट नहीं होना ।
मैं : पर मनु ( दीदी को नाम से ही बुलाता हूं ) मैं भी तो लेट हो जाता हूं मेरी भी तो रोज क्लास मिस हो रही है 1 हफ्ते से।
दीदी : मैं क्या करूं फिर मैं लेट नहाऊंगी तो मैं लेट हो जाऊंगी फिर । तू एक काम कर जल्दी उठा कर सुबह इतनी लेट तक फोन चलाता है , पता नहीं क्या करता है ।
मैं : मैं कुछ नहीं करता हूँ ऐसा है तो आप जल्दी जल्दी नहाया करो ताकि मैं लेट न होउ ( दीदी को ताना मारते हुए ) पता नहीं आप क्या करती हो 30 मिनट तक बाथरूम में।
दीदी: अच्छा तो भी तो बहुत समय लगाता है नहाने में ,तू क्या करता है सब पता है मुझे बड़ी हूं तुझसे समझा
मैं: मैं कुछ नहीं जानता जल्दी नहा लेना कल से वरना …
दीदी: वरना क्या ? क्या करेगा तू ?
मैं : मैं बीच में बाथरूम मैं घुस जाऊंगा बाथरूम में
दीदी (इसपर हसने लगती है और स्माइल करती है ):ठीक है घुस जाना अगर हिम्मत है तो
अगले दिन दीदी नहा रही होती हैं तो मैं बाथरूम के बाहर से बोलता हूं
मैं: जल्दी आ जाओ वरना मैं अंदर आ जाऊंगा
दीदी: हां आकर तो दिखा ( मजाक में कहती हैं)
उनको लगता है कि उन्होंने लॉक लगा रखा होता है ,मैं दरवाजा खोल देता हूँ और शौक हो जाता हूँ ,मेरी आँखें खुली की खुली रह जाती है,दीदी नंगी सिर्फ पैंटी पहने खड़ी होती है बिलकुल मेरे सामने । उनको पता नहीं था कि दरवाजा सच में खुल जायेगा , जैसे ही दरवाजा खुलता है वो एकदम मेरी तरफ देखती हैं । हमारी आंखे मिलती हैं और हम एक दूसरे की आंखों में देखते हैं ।
हम दोनों का दिमाग एकदम से बंद हो जाता है ,अगले ही सेकंड हमें होश आता है ,मुझे उनकी सफेद चूचियां एकदम नरम और स्मूद लगती है,उसके ऊपर हल्के पिंक निप्पल मेरी आंखों में छप जाते है मेरी आंखों के सामने अपनी बहन के बूब्स देखकर मेरी हालत खराब हो जाती है ।
मैने अपनी बहुत सी गर्लफ्रेंड्स के बूब्स देखे थे पर अपनी बहन के बूब्स देखने पर एक अलग सी फिलिंग थी । मुझे ऐसा कभी महसूस नहीं हुआ था ,दीदी को होश आता है और वो एकदम से घूम जाती हैं और कमर मेरी तरफ कर लेती हैं ,मैं भी वापस बाथरूम से आ जाता हूं ।
हम दोनों ब्रेकफास्ट करते हैं पर पहली बार दोनों के बीच चुप्पी थी, दोनों एक दूसरे से नजर भी नहीं मिला पा रहे थे । मैं मनु दी से बहुत प्यार करता था ( जो एक भाई अपनी बहन से करता है),उनसे दूर नहीं रह सकता था मैं और न ही दी मुझसे।
दीदी से बात करे बिना मैं एक दिन भी नहीं रह सकता हूं , मुझे काफी बुरा लग रहा था और खुद पर गुस्सा भी आ रहा था कि ये मैने क्या कर दिया।
ब्रेकफास्ट करके हम दोनों स्कूटी से कॉलेज चले गए , पहली बार ऐसा हुआ कि हमने कालेज जाते हुए बात नहीं की हो । मुझे लगा कि दीदी मुझसे बात नहीं करना चाहती इसलिए मैं घर जल्दी आ गया , घर आते ही मैं रूम में आकर सो गया ।
Story will continue….
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