मम्मी का पड़ोसी आशिक

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मेरे फैमिली मे मम्मी पापा मैं   और एक  भाई है।मेरी उम्र 13 साल है भाई की उम्र 15 साल । भाई बाहर होस्टल में पढ़ता है ।पापा लगभग 45 साल के है । मेरी मम्मी 36-37 की एक कसे हुए बदन की औरत है । मम्मी की हाइट साढ़े पांच फुट के आसपास है सांवला रंग गोल भरा हुआ चेहरा। मम्मी के कसे हुए तने चट्टान जैसे 36 साइज के बड़े-बड़े मम्मे   टाइट ब्रा और ब्लाउज  में हमेशा खड़े रहते हैं । मम्मी के बड़े खरबूजे जैसी छातियां गोल है और दोनों छातियों के बीच  बड़ी गहरी खाई है जिसमें  ब्लाउज  में  धंसे  मम्मे अलग ही दिखाई  देते हैं ।32 साइज की पतली और चिकनी कमर पर नाभी कमल के फूल की तरह नाभि चौड़े कूल्हे है और 36 साइज के पुष्ट नितम्ब। मम्मी कूल्हे के नीचे टाइट साड़ी पहनती हैं तो मम्मी के गुदांज नितम्ब और उभर आते हैं । मम्मी के चेहरे पर भरपूर नमक है जिसके कारण उनका सेक्सी बदन चमकता रहता है बिना मेकअप के भी मादकता चेहरे पर झलकती है। मम्मी 24-25  साल की कड़क माल लगती है इस उम्र में भी । मोहल्ले के जवान से लेकर बुड्ढ़े तक मम्मी की जवानी का आते जाते रसपान करने की फिराक में रहते हैं।



मेरे पापा सरकारी नौकर है चार पांच महीने पहले पापा को सस्पेंड कर दिया । जिसकी वजह से घर में परेशानी थी । हमारा घर  एक गली मे था। गली मे दोनो तरफ मकान थे। उस गली मे भी एक गली थी जिस्मे 2 मकान थे जिसमें 1 हमारा घर  और 1 दुसरे का था। जिस्मे एक 30-32 साल का एक लड़का  कमल  रहता था। कमल भैया देखने में हैंडसम और अच्छी कद-काठी के मर्द थे ।कमल भैया  के परिवार में कोई नहीं था वो अकेले रहते थे ।दो तीन साल पहले उनके मां बाप की डेथ हो गई ।कमल भैया की शादी भी नहीं हुई थी ।बो मम्मी पापा को चाचा चाची कहते।।कमल भैया से हमारे  घर जेसे संबंध थे।



 नौकरी छुटने की बजह से मेरे पापा बड़े परेशान थे। घर पर पैसों की तंगी हो गई थी ।पापा ने कई यार दोस्तों से कर्जा लिया था।कमल भैया ने हमारी बड़ी मदद की थी। पापा और मम्मी  दोनों ही उनका बहुत अहसास मानते थे ।बुरे वक्त में कमल भैया हमारे साथ खड़े रहे ।कमल भैया पापा और मेरे स्कूल जाने के बाद भी घर आ जाते थे और  मम्मी से बाते करते थे। क्युकी मम्मी को बो चाची कहते थे तो उन पर किसी को कोई ऐसी  शक बाली बात भी नही था। कुछ दिन पहले पापा वापस बहाल हो गए और आर्थिक तंगी भी लगभग खत्म हो गई।



कमल भैया अभी भी लगातार घर आते जाते रहते थे। मम्मी धीरे-धीरे कमल की तरफ आकर्षित होने लगी थी अब फोन पर भी पापा के नाम होने पर कमल से बात कर लेती थी ।कमल भैया भी मौका देखकर घर आ जाते और मम्मी की गर्म जवानी को आंखों से ताड़ते रहते थे । मम्मी भी समझ गई थी कि कमल उन्हें  चाहता है ।



जब आदमी समस्या में होता है तब केवल उसे सुलझाने में लगा रहता है और जब कोई समस्या नहीं होती जीवन में  तो उसकी कामवासना भी जोर मारने लगती है । पापा की सेक्स की प्रति बेरुखी से भी मम्मी की  परेशान  थी पेट की भूख के साथ शरीर की भूख बुझना भी जरूरी है । अंदर ही अंदर  मम्मी का काम ज्वार उफन रहा था  । एक दिन  जब पापा किसी काम से शहर से बाहर गए हुए थे और केवल मैं और मम्मी ही घर पर थे। दोपहर का समय था ।  मैं उस समय हल्की नींद मे सोई थी।



मेने देखा की मम्मी ने हल्का सा मेकअप किया हुआ था । गुंदाज नितम्बों  पर कसी गहरी लाल साड़ी   टाइट ब्लैक  ब्लाउज में खड़ी हुई सुडौल चूंचियां कमर तक नीचे पोनी टेल में कसे बाल  सुराहीदार गर्दन उफ्फ किसी भी मर्द को घायल करने के लिए काफी है । मम्मी बहुत सुंदर दिख रही थी। मम्मी ने हल्के से दरवाजा बंद किया  जिससे  आवाज ना हो और चली गई। पहले भी मम्मी काम से ऐसे ही दरवाजा बंद कर मुझे अकेला छोड़ जाती थी । गली के मोड़ पर कमल भैया खड़े थे और उनके मकान का गेट खुला था। मम्मी चुपचुप उनके गेट मे घुसकर उनके घर मे चली गई। कमल भैया ने इधर उधर देखा और  घर में घुस गए और गेट को अंदर से लॉक कर लिया ।



मम्मी चुपचाप अंदर बिस्तर पर गर्दन झुकाये बेठी थी। उनकी सांस तेज चल रही थी जिसकी बजह से मम्मी के बड़े-बड़े  कठोर मम्मे  बड़े मादक तरीके से उपर नीचे हो रही थे । चेहरे पर घबराहट की बजह से पसीना आया हुआ था। साड़ी ब्लाउज मे बेठी मम्मी को देख कर कमल भैया ने स्माइल की। और पास आकर खड़े हो गये। मम्मी बहुत शर्मा रही थी। कमल भैया ने मम्मी के चेहरे को दोनो हाथो से पकड़ कर उपर किया। शर्म के मारे मम्मी का चेहरा लाल हो रहा था। कमल ने मम्मी के गाल पर किस किया और मम्मी से सटकर बैठ गया ।



कमल भैया ने मम्मी की चिकनी कमर में हाथ डाल अपनी तरफ खींच लिया । मम्मी के कठोर मम्मे कमल के सीने में धंस गए ।कमल ने  अपने होंठ मम्मी के लरजते होंठों से चिपका दिए।। कमल ने मम्मी के होंठो को चूसना शुरू कर दिया। मम्मी ने भी अपने बाहों का हार कमल के गले में डाल दिया।कमल के होंठ मम्मी के होंठो के रस को पिये जा रहे थे। कमल मम्मी की रसीली जीभ को चूस रहा था ।कमल के हाथ  मम्मी के  गोल चुनचुनो पर  रेंगने लगे।



कमल मम्मी के कठोर नारयिलों को हल्के हल्के दबा रहा था।  मम्मी हल्की हल्की सिसकारिया मार थी। लगातार होंठ चूसने की बजह से उनके होंठ लाल हो गये थे शायद कमल ने मम्मी के होंठो को काट लिया था।



 अब कमल भैया ने मम्मी को बेड पर लिटा दिया और अपनी  कमीज़ बनियान उतार कर मम्मी के उपर आ गया और मम्मी के रसीले होंठों को चूसने लगा।कमल भैया ने मम्मी के मम्मों को थाम रखा था और दोनो हाथो से उनकी हल्के हल्के उनकी मिसाई कर रहे  थे । मम्मी उत्तेजक सिसकारियां भर रही थी । आहहह आऊ। मम्मी बड़ी बेचैन हो रही थी। अब कमल ने मम्मी के ब्लाउज के बटन खोलने शुरू किये । मम्मी के ब्लैक ब्रा मे कसे  हुए  मम्मों  को देख कमल पागल हो गया ।कमल भैया ने मम्मी का टाइट ब्लाउज़  उतार दिया और  ब्रा के उपर से मम्मी के खरबूजों को मुंह में भरकर चूसने लगे । कमल ने मम्मी को पलटकर अपने से चिपका लिया । मम्मी की छातियां कमल के सीने में धंस गई  । दोनों की गर्म सांसें  निकल रही थी ।कमल फिर मम्मी के गुलाबी होंठों को चूसने लगा ।कमल ने अपने हाथ मम्मी के गुदाज नितंबों पर कस दिए और साड़ी के ऊपर से मम्मी के नितम्बों  को सहलाने लगा।



कमल भैया  ने अपना हाथ मम्मी की साड़ी में सरका दिया और मम्मी की छोटी सी मुनिया को पेंटी के ऊपर से ही छेड़ने लगे । मम्मी आनंद भरी उत्तेजक सिसकारियां भरने लगी।  कमल भैया का पैंट में में कसा मोटा लन्ड मम्मी की मुनिया में धंसा जा रहा था ।कमल ने मम्मी को फिर  अपने ऊपर ले लिया और‌  उनके होंठों को चूसते हुए नितम्बों को सहलाने लगे।



 कमल एक हाथ से पेटीकोट के ऊपर से मम्मी की चूत को सहला रहा था। अब कमल भैया ने मम्मी का पेटिकोट उतार दिया । मम्मी की मांसल जांघें कटीदार नितम्ब टाइट लो वेस्ट पेंटी में उभरी मम्मी की चूत पानी छोड़ रही थी।



कमल भैया मम्मी के अंगूठे से लेकर मम्मी की मांसल जांघों को चूमने लगे। कमल ने मम्मी के नितम्बों को उंचा कर भीगी पेंटी को निकाल फेंका। स्वर्ग का द्वार सामने थे । मम्मी की मुनिया के होंठ फड़फड़ा रहे थे । बाल रहित गुलाबी चूत पर कमल भैया ने एक चुंबन जड़ दिया। मम्मी की सिसकारी निकल गई।आह कमल भैया ने अपनी जीभ चूत के छेद में डाल दी । मम्मी ने उत्तेजना में कमल भैया का सिर पकड़ लिया और अपनी  चूत पर रगड़ने लगी। लंबी चुसाई से मम्मी आहें भर रही थी ।



 कमल भैया मम्मी के  उपर चढ़ कर उनकी  कठोर चूचियों को मसलने लगे । मम्मी के  निपल कमल की मिसाई  से सुर्ख लाल हो चुके थे और अब कमल उत्तेजना  में मम्मी के पपीतों को ब्रा के उपर से  ही बेदर्दी से रगड़ रहा था। मम्मी के मुँह से दर्द भरी सिसकरिया निकल रही थी।



एक बात थी कि दोनो मे कोई बात नही हुई थी। बस जैसे आंखों से एक दूसरे से बातें कर रहे थे



 कमल ने मम्मी  की चूत के दरवाजे को खुरेदते हुए चूत में एक उंगली डाली मम्मी  उछल पड़ी । उईईई मम्मी की चूत बहुत टाइट थी जिसमें कमल भैया की ऊंगली कसी कसी जा रही थी।दो  बच्चो की मां होने के बाबजूद मम्मी की चूत और  और छातियां गजब टाइट थी। मम्मी का पूरा बदन ही सुडौल और कसा हुआ था ।जिसकी बजह से कमल को ज्यादा मजा आ रहा था जेसे किसी कुवारी लड़की को चोदने जा रहा हो।



कमल ने अभी पेंट नही उतारी थी। उसका लंड पेंट मे बेचैन हो रहा था। अब कमल ने पेंट  उतारनी शुरू की। अंडरवियर  में कुतुबमीनार की तरह खड़ा लन्ड अंडरवियर फाड़कर बाहर आने को आतुर था ।अंडरवियर उतराते ही कमल का  8 लंबा और मोटा  लन्ड हवा में फुंकारने लगा ।  लम्बे तगड़े  लंड को देख कर मम्मी ने  शर्म से अपनी  आंखें बंद कर ली। कमल ये देख कर मुस्कराया और बोला शीला मेरी जान आंखें खोलों ।  मम्मी ने लरजते हुए अपनी आंखें खोल दी । कमल भैया का लन्ड उत्तेजना  में ऊपर नीचे होकर मम्मी को सलामी दे रहा था ।कमल मम्मी के उपर आ गया।कमल का लंड मम्मी की चूत को टच कर रहा था। कमल दुबारा मम्मी के  आम रस चूसने लगा । कमल के हाथ और होंठ दोनो ही अपना कमल दिखा रहे थे। मम्मी के मुंह से सेक्सी सिसकरिया पुरे माहोल मे उत्तेजना भर रही थी।





   कमल भैया ने मम्मी का सिर पकड़ अपने सुपाड़े पर रख दिया और मम्मी को चुसने को कहा । मम्मी ने अपने नाज़ुक होंठ कमल भैया के सुपाड़े पर चिपका दिए और हल्के हल्के चूसने लगी ।कमल भैया आनंद विभोर हो गए। थोड़ी देर की लन्ड चुसाई के बाद कमल भैया ने मम्मी को अपने नीचे ले लिया और मम्मी की ब्रा उतार दी । मम्मी के लकी कबूतर हवा में उड़ने लगे जिन्हें कमल भैया ने फौरन थाम लिया। कमल भैया मम्मी के गुलाबी निप्पलों को अंगूठे से मसल रहे थे ।कमल ने मम्मी के रसीले आमों को मुंह में भर लिया और बारी बारी से उनका रस चूसने लगा। कमल की चुसाई से मम्मी के निप्पल लाल हो गए ।  कमल के हाथ और होंठ दोनो ही अपना कमाल दिखा रहे थे। मम्मी के मुंह से सेक्सी सिसकरिया पुरे माहोल मे उत्तेजना भर रही थी। मम्मी कमल के फौलादी लौड़े को अपने नाज़ुक हाथों से सहला रही थी । उत्तेजना में कमल का लन्ड और लंबा मोटा हो गया जो मम्मी के हाथों में मुश्किल से समा रहा था।कमल का लौड़ा सांप की तरह फुंकारने लगा।



अब कमल बेकाबू हो चुका था। कमल ने मम्मी को अपनी गोद में खींच कर चिपका लिया और मम्मी की गुलाबी पंखड़ियों को मुंह में भर लिया। मम्मी को कमल ने इतना कसकर बांहों में समेट रखा था जैसे दो बदन एक जान हो ।कमल का लन्ड मम्मी के गुदाज नितंबों के नीचे दबा अंगड़ाई ले रहा था और मम्मी की चूत में घुसने को बेताब था।



मम्मी ने कमल के चौड़े सीने पर चुंबनों की बारिश कर दी । अब दोनों से बर्दाश्त से बाहर था मम्मी और कमल भैया फुल उत्तेजना में थे और अब दोनों शरीरों के मिलन का समय था। कमल ने मम्मी को बिस्तर पर सीधा लिटा । मम्मी की  मस्त चूचियां हवा में सीधे खड़ी थी ।नाभि कमल दमक रहा था ।पतली कमर चौड़े कूल्हे केलई जांघें जैसे बिस्तर पर खुद बिपाशा बसु लेटी हो। कमल ने मम्मी पर चढ़ कर मम्मी की दोनों छातियों को थाम लिया और अपना सुपाड़ा मम्मी की गहरी छातियों में सरका दिया। मम्मी के लिए ये नया अनुभव था । मम्मी की छातियों को भींचे भींचे कमल अपना लन्ड अन्दर बाहर कर रहा था। मम्मी सेक्सी आंहे भर रही थी। मम्मी ने कमल का सिर पकड़ अपने होंठों से चिपका दिए।



मम्मी की चूत तपने लगी और कमल का लन्ड भी सुरख अंगारा हो रहा थी ।कमल ने मम्मी की गांड के नीचे तकिया लगा दिया । मम्मी की चुत उभर आई। चूत की दोनों खांपो की बीच लाल छेद कमल के लन्ड को आमंत्रण दे रहा था ।



 अब कमल ने अपने लंड को मम्मी की चूत पर रगड़ना शुरु कर दिया और हल्के से चूत के मुंह पर ठोकर मारी । मम्मी गनगना उठी । आहहह आहहह कमल ने लंड को एक झटके से मम्मी की चूत में घुसेड दिया। मम्मी की चीख निकल गई।कमल ने मम्मी के रसभरे होंठों को अपने होंठों में कस लिया। मम्मी की चीख मुंह में दब गई। कमल हल्के हल्के धक्के मारकर मम्मी के चूत के दरवाजे को खोलने लगा।मम्मी दर्द से सिसयाने लगी जेसे कोई कुवारी लड़की पहली बार चुद रही हो। कमल ने  मम्मी के सुडौल पपीतों को मुंह मे भर लिया। कुछ देर में मम्मी का  दर्द कम हुआ  और उन्हें मजा आने  लगा।उतेजना मे मम्मी तड़प रही थी। कमल ने एक जोरदार झटके से अपना लंड मम्मी की चूत  मे पूरा  घुसेड़ दिया। मम्मी की मुंह से हल्की चीख निकल गई। लन्ड चूत की जड़ तक घुस गया।



कमल ने फोरन उनके होंठो को अपने मुंह मे भर लिया ।अब कमल फूल स्पीड मे धक्के मार रहा था। मम्मी भी दर्द को भूल कर मजे मे आह्ह्ह उहहा करने लगी । पूरा माहौल मे मम्मी की मादक सिसकरिया गूंज रही थी। कमल धक्के पर धक्के लगा रहा। मम्मी बेहाल थी। तभी कमल ने अपना लंड निकल कर मम्मी को उल्टा कर दिया और मम्मी को घोड़ी  बना  मम्मी के  पीछे से उन पर चढ़ गया और मम्मी की चूत में लन्ड डाल जोर जोर धक्के मारने लगा। मम्मी की टाइट चुंचियो को दोनो हाथो मे पकड़ कमल मसल रहा था। मम्मी बेहाल हो रही थी ।बस बस अब नहीं प्लीज़  हौले हौले करो दर्द हो रहा है प्लीज़ आहहह नहीं न नहीं न ।



मम्मी धीरे-धीरे पस्त पड़ रही  थी लेकिन कमल का लंड अभी भी पूर्ण उतेजना मे था।शायद उसने कोई मेडिसिन खाई थी। कमल‌ ने मम्मी को गोदी में ले अपने से सीधा चिपका लिया। मम्मी  की चट्टान जैसी छातियां कमल के सीने में धंस गई ।कमल ने  बिना देर किए अपने लन्ड पर मम्मी के नितम्बों को दबा कर लन्ड चूत में धकेल दिया । मम्मी की कराह निकल गई ।आआ मैं मर गई आहहह। कमल मम्मी के गोल नितम्बों को थाम उपर नीचे करने लगा ।  आहहह आहहह  उफ्फ आहहह उफ्फ मम्मी खुद ही कमल की गोद में ऊपर नीचे होकर धक्के मारने लगी ।कमल का लन्ड मम्मी की चूत की जड़ तक जा रहा था ।सडडड सडडड कमल ने मम्मी के पपीतों को मुंह में भर लिया। दो जिस्म एक जान हो गए।बस करो न ।एक घंटे की घनघोर  नॉन स्टॉप चुदाई के बाद कमल ने हिचली ली और अपना वीर्य मम्मी की चूत मे छोड़ दिया। मम्मी निढाल हो बिस्तर पर लुढ़क गई। कमल भी उन पर पसर गया।



 कमल ने मम्मी को बांहों मे भर लिया और उनके होंठो को धीरे-धीरे चूसने लगा। इतनी लम्बी चुदाई के बाद मम्मी को थोड़ी राहत मिली। दोनों एक दूसरे की बांहों में चिपके पड़े थे ।



थोड़ी देर बाद मम्मी  ने कपड़े पहने और बाल चेहरा सही किया  । कमल ने भी कपड़े पहन लिये पर बो मम्मी को छोड़ नही रहा था और उपर से चुंचियो को दवा रहा था। शायद उसका मन नही भरा था।  सेक्स की प्यास ही ऐसी है। मम्मी ने उसे मना किया।  लेकिन कमल ने मम्मी को खींच कर गोदी में बैठा लिया । और मम्मी को दबाने लगा। शीला आज रात को यहां ही रूक जाना चाचा तो कल आयेंगे मेरी बात हुई थी उनसे । आज सुहागरात भी मना लें । मम्मी ने शर्माते हुए कमल के होंठों पर किस किया । मम्मी  रूबी घर पर अकेली है रात में आना नहीं हो सकता है ।कमल तो मैं आ जाऊंगा मेरी जान।रुबी का इंतजाम है मेरे पास खाने के बाद उसे नींद की गोली खिला देना वो सुबह ही उठेगी । मम्मी ने मुस्कुरा कर कमल की छाती  चूम ली मामला सेट था।कमल ने जोश में मम्मी के होंठों को चूम लिया ।



शीला आज रात हमारी सुहागरात है तो दुल्हन की तरह तैयार रहना मेरी  रानी आज पूरी रात तुझे कसकर मसलूंगा  सालों  से तेरा आशिक  हूं लेकिन तुमने भाव ही नहीं दिया। बड़ी  मुश्किल से तुम हाथ लगी हो अब छोडुंगा नहीं । मम्मी ने सेक्सी अंदाज में कहा ठीक है ।कमल कहो ठीक है मेरे राजा। मम्मी  शरमा कर कर बोली जी मेरे राजा और अपना मुखड़ा कमल की छाती में छुपा लिया।



मम्मी गोद से उठी और चलने लगी  कमल ने गेट खोला और इधर उधर देखर लाइन क्लीयर होने पर मम्मी को बाहर आने का इशारा किया। मम्मी बाहर आ गई और दरवाजा खोल कर घर मे घुस गई।



रात को बारह बजे कमल चुपके से घर आ गया । मम्मी लाल जोड़े में नवेली दुल्हन की तैयार थी ।कमल  रात 11 बजे हमारे घर आया और कमल ने घुसते ही मम्मी को दबोच गोद में उठा लिया और चूमते हुए बेडरूम में  ले आ । सेक्स का भयंकर तूफान रात भर चला । मम्मी का अंग अंग कमल की चुदाई से खिल उठा।  कमल ने मौका मिलने पर मम्मी को खूब चोदा यहा तक की एक बार मेरे सामने ही ये समझ कर की ये बच्ची है इसे कुछ नही पता  मम्मी को दबोचकर कमरे मे घुस कर चुदाई की। पापा और मेरे  जाने के बाद कमल अब  मम्मी की खूब चुदाई करता है । मम्मी पर हर वक्त मादकता छाई रहती है ।

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