Cute Bhabhi XXX Kahani
दोस्तों मैं आपका दोस्त रोहित फिर से अपनी कहानी का अगला भाग लेकर फिर से हाज़िर हूँ. दोस्तों आपने मेरी कहानी के पिछले भाग पड़ोसन को लूडो में हरा कर पेला 1 में पढ़ा होगा की मैंने भाभी साथ लूडो खेल कर उनकी जिस्म से खेलने लगा. अब आगे- Cute Bhabhi XXX Kahani
अब मैने फिर से भाभी की टांगो को खोल दिया और उनकी चूत में लण्ड सेट कर दिया। अब मै भाभी की चूत में लण्ड ठोककर फिर से भाभी को बजाने लगा। अब मेरे लण्ड के हर एक झटके के साथ भाभी के बोबे हिल रहे थे। मुझे भाभी की चूत लेने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।
“ओह आह्ह आह्ह आह्ह सिससस्स आह्ह आह्ह उँह ओह सिससस्स अआईईई अआईईई।”
“ओह भाभी, बहुत मस्त माल हो आप। आह्ह ओह।”
मैं भाभी की टांगो को कंधो पर रखकर भाभी को खूब बजा रहा था। आज तो मेरे लण्ड को जन्नत का सुख मिल रहा था। इस ख़ुशी से मेरे लण्ड की बांछे खिल चुकी थी। भाभी की चूत में मेरे लण्ड को बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।
“ओह आह्ह आहाः आह्ह सिससस्स अआहः आह्ह ओह उँह ओह मर्रर्रर्र गाईईई। आईईईई आईईईई धीरे धीरेरे।”
मेरा लण्ड भाभी की चूत में बुरी तरह से अंदर बाहर हो रहा था। मुझे तो भाभी को बजाने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। अब तो भाभी सारे नखरों को ताक पर रखकर बुरी तरह से चुद रही थी। मै झमाझम भाभी की चूत में लण्ड ठोक रहा था। अब धुआंधार ठुकाई के बाद मेरा लंड हिचकोले ख़ाने लगा था।
तभी मैंने भाभी की चूत में झन्नाटेदार धक्के मारे और फिर लण्ड को भाभी की चूत में ठोक दिया। अब मैंने भाभी को कस लिया। तभी मेरा लण्ड भाभी की चूत में पिघल गया और मेरे लण्ड के पानी से भाभी की चूत भर गई। फिर मैं बहुत देर तक भाभी से लिपटा रहा। भाभी गुस्से से मुँह फुलाए हुई थी।
“रोहित ये तूने क्या किया?”
“भाभी, मैने पहले ही गेम की सारी शर्ते आपको बता दी थी।”
“लेकिन तूने चालाकी से मुझे हराया है।”
“मेने कोई चालाकी नहीं की। सबकुछ आपके सामने हुआ। आप गेम में हारी हो भाभी।”
तभी भाभी चुप हो गई। अब मेने फिर से भाभी के रसीले होंठो पर हमला बोल दिया। अब मै भाभी के होंठो को चूसने लगा। फिर मै भाभी के बोबो पर टूट पड़ा और फिर भाभी के बोबो को जमकर चूसने लगा। भाभी के बोबो को रगड़ कर चूसने में मुझे बहुत ही ज्यादा मज़ा आ रहा था।
“उन्ह ओह आहाहा ओह भाभी। आहाहा।”
फिर मैंने भाभी के बोबो को बहुत देर तक चुसा। अब मैने भाभी को पलट दिया। अब मै पीछे से भाभी के ऊपर चढ़ गया। अब मै भाभी को कसकर मेरे नीचे दबा चूका था। अब मै भाभी के कंधों पर किस करने लगा। भाभी के कंधों पर किस करने में मुझे बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।
भाभी कसमसा रही थी। इधर मेरा लंड भाभी की गांड पर दबाव बना रहा था। फिर मै भाभी की चमचमाती हुई पीठ पर किस करने लगा। अब मै भाभी की पीठ पर जमकर किस कर रहा था। भाभी की मखमली पीठ पर किस करने में मुझे बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। मेरा लण्ड बार बार भाभी की गांड में घुसने की कोशिश कर रहा था।
फिर मैं भाभी की मखमली पीठ पर किस करता हुआ भाभी की गांड पर आ गया और फिर भाभी की गांड पर जमकर किस करने लगा। आहा! बहुत ही मस्त गांड थी भाभी की। मै तो भाभी की चिकनी गांड पर किस करने में पागल हो रहा था। भाभी गांड को इधर उधर हिलाने की कोशिश कर रही थी लेकिन मैंने भाभी की गांड को कसकर दबा रखा था।
भाभी लंबी लंबी सांसे ले रही थी। मै किस कर करके भाभी की पूरी गांड को गीला कर चुका था। अब मै भाभी को बेड से उतारकर नीचे ले आया। अब मैने भाभी से मेरा लण्ड चूसने के लिए कहा। भाभी मेरा लण्ड चूसने के लिए मना करने लगी।
“भाभी, आज आप गेम हार चुकी हो। और आज तो जो मैं कहूंगा वो तो आपको करना ही पड़ेगा।”
“तूने तो मुझे चालाकी से हराया है।”
“जो भी हो लेकिन हार तो हार होती है।”
अब भाभी के पास मेरी बात का कोई जवाब नहीं था। वो चुप हो गई थी। तभी मैने भाभी के मुंह में लण्ड रखा और फिर भाभी ने चुपचाप मेरा लण्ड चूसना शुरू कर दिया। भाभी आराम से मेरा लण्ड चुस रही थी।
“आह्ह ओह भाभी आह्ह बहुत अच्छा लग रहा है। उँह।”
भाभी लबालब मेरे लण्ड को चुस रही थी। मुझे भाभी को लंड चूसाने में बहुत मजा आ रहा था।भाभी मस्ती से मेरा लंड मुंह में ले रही थी।
“ओह्ह्ह्ह भाभी ऊंह ओह्ह्ह्ह।”
भाभी लबालब मेरे लंड को चूस रही थी। फिर थोड़ी देर बाद मैने भाभी के सिर को पकड़ा और मैं भाभी के मूंह को चोदने लगा। मेरा लण्ड अब फूल स्पीड में भाभी के मुँह की सफाई कर रहा था। आहा! मुझे तो बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।
“ओह्ह्ह भाभी! मैं तो कब से आपको चोदने के लिए तड़प रहा था। उन्ह ओह आह्ह बहुत आराम मिल रहा है।”
मै भाभी के मुंह में लंड पेले जा रहा था। भाभी के मुंह में मेरा लंड पूरा गीला हो चुका था। मुझे भाभी के मुंह में लंड डालने में बहुत मजा आ रहा था।
“ओह्ह्ह सिस्सस्स उन्ह्ह्ह् आहा।”
फिर मैंने बहुत देर तक भाभी के मुँह को चोदा। अब मैने भाभी को खड़ा कर दिया और उन्हे घोड़ी बनने के लिए कहा। अब भाभी फिर से नखरे करने लगी।
“यार मै घोडी नही बनूंगी।”
“भाभी ऐसे नही चलेगा यार। घोड़ी तो आपकों बनना ही पड़ेगा।”
फिर नखरे करने के बाद भाभी घोड़ी बन ही गई। अब मैंने भाभी की चुत में लंड सेट किया और भाभी की कमर पकड़ कर चोदने लगा।
“आह्ह आह्ह ओह सिससस्स आह्ह उन्ह आह्ह ओह आह्ह।”
“ओह मेरी घोड़ी आह्ह, खूब बजाऊंगा आज तुझे।”
“बजा ले मेरे सैया। मैं अब तुझे नहीं रोकूंगी।”
मेरा लंड धमाधम भाभी की चूत की सैर कर रहा था। भाभी घोड़ी बनकर मेरा लंड ले रही थी। मै भी घोडा बनकर भाभी की चूत में जमकर लंड पेल रहा था। भाभी को घोड़ी बनाकर पेलने में मुझे बहुत ही ज्यादा मज़ा आ रहा था।
“आह्ह आहाः अहह आहाहा सिसस्ससस्स उन्ह आज आहाहाह आहाहा आह्ह ओह ………उन्ह।”
“बजाने दो भाभी।”
मै गांड हिला हिलाकर भाभी की चूत में लंड डाल रहा था। अब मेने भाभी की कमर को छोड़ दिया और फिर भाभी के बालो को पकड़ लिया। अब मैं भाभी जी के बाल पकड़कर उन्हें जमकर बजा रहा था।
“ओह आह्ह आहाः आह्ह आईईईई आईईईई उन्ह् सिस्सस्स।”
“ओह्ह्ह मेरी रानी। तूझे घोड़ी बनाकर पेलने में बहुत मजा आ रहा है। आहा।”
“आहा आईईईई ऊंह सिस्सस।”
मैं भाभी की चूत में दे दना दन लण्ड ठोके जा रहा था। भाभी भी घोड़ी बनकर अच्छी तरह से चुद रही थी। तभी भाभी का फिर से पानी निकल गया। अब भाभी पसीने से भीग चुकी थी। मै भाभी को बजाये जा रहा था। फिर मैंने भाभी को बहुत देर तक बजाया। अब मेरे लंड के टारगेट पर भाभी की मदमस्त गांड़ थी। अब मैं भाभी के चूतड़ों को बजाने लगा। तभी भाभी दर्द से करहाने लगी।
“आईईईई मम्मी। आईईईई आईईईई सिस्सस्स। आहा आईईईई उन्ह्ह्ह।”
“बहुत ही मस्त गांड़ है प्रिया तेरी तो। आहा।”
“आहा आईईईई ऊंह आईईईई सिस्सस।”
मैं भाभी की गांड़ पर जमकर चपेड़ मार रहा था। भाभी दर्द से बिलबिला रही थी।अब मै भाभी के गांड के हॉल में लण्ड सेट करने लगा।
“यार रोहित , प्लीज गांड मत मार। बहुत दर्द होता है।”
“भाभी , आपकी इतनी शानदार गांड है तो फिर मुझे गांड में लण्ड डालना ही पड़ेगा।”
“यार प्लीज।”
“नहीं भाभी, गांड तो मै मारूँगा ही।”
अब भाभी समझ चुकी थी कि चाहे अब वो कितनी भी मना करे लेकिन उनकी गांड में लण्ड ठुकना तय है। तभी मैंने भाभी की गांड में लण्ड सेट कर दिया।
“रोहित यार रुक जा ना।”
“नही भाभी अब मैं नही रुकूंगा।”
अब मैंने ज़ोर का शॉट मारा और मेरा लण्ड भाभी की गांड को फाड़ता हुआ उनकी गांड में पूरा घुसस्स गया। गांड में लण्ड घुसते ही भाभी के पैरों से जमींन खिसक गई। वो बुरी तरह से चीख पड़ी।
“ओह मम्मी मरर्रर्र गईईई ,,,, आईईईईई आईईईईई ओह मम्मी। आईएईई आईईईई,,, बाहर निकाल इसे,,, आईईईईई आईईईई बहुत दर्द हो रहा है।”
“बससस्स थोड़ा सा दर्द होगा प्रिया।”
तभी मैने भाभी को मज़बूती से पकड़कर फिर से ज़ोरदार शॉट मारा। भाभी फिर से बुरी तरह से चिल्ला पड़ी।
“आईईईईई आईईईईई ओह मम्मी, ओह रोहित मत मार मेरी गांड,,, आईईईईई आईईईई आईएईई।”
भाभी मेरे लण्ड के दो झटकों से ही बुरी तरह से बौखला गई थी। अब मै भाभी की गांड में झमाझम लण्ड ठोकने लगा। भाभी ज़ोर जोर से चीखने लगी। भाभी की चीखे बैडरूम में गूंज रही थी। मुझे भाभी की टाइट गांड में लण्ड डालने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।
“आईईईई आईईईई आईईई ओह मम्मी,,,, आईईईई आईईईई मरर्रर्र गईईई,,, आईईईई मत मार,,,,,”
“ओह प्रिया! आहा बहुत मज़ा आ रहा है तेरी गांड मारने में! आह्ह। बहुत शानदार गांड है तेरी।”
“आहा आईईईई ऊंह आईईईई सिस्सस्स।”
भाभी मेरे लण्ड के आगे बहुत बुरी तरह से झल्ला रही थी। उनकी दर्द भरी चीखे मुझे बहुत ज्यादा मज़ा दे रही थी। मैं फूल स्पीड में भाभी की गांड मार रहा था। आज तो मेरे लण्ड के हाथ लॉटरी लग चुकी थी। बहुत दिनों की कठिन मेहनत के बाद आज मेरे लण्ड को प्रिया भाभी मिल चुकी थी। मैं तो प्रिया भाभी का पूरा मज़ा ले रहा था। मै उनकी गांड में जमकर लण्ड पेल रहा था। भाभी का बुरा हाल हो रहा था।
“आईईईईई आईईईईई सिसस्ससस्स आहहह आह्ह आह्ह ओह उँह सिससस्स आईएईई आईएईई।”
अब धीरे धीरे भाभी की चीखे कम होने लगी थी। तभी भाभी बुरी तरह से कांप उठी और फिर भाभी की चूत में से गरमा गरम माल नीचे टपकने लगा। मेरे लण्ड के ज़ोरदार धक्कों से भाभी का पानी निकल चुका था। अब भाभी पसीने से तर बतर हो चुकी थी।
“आह्ह आह्ह उन्ह ओह सिसस्सस् आईईईई ,,,धीरे धीरे आहः आह्ह ओह उन्ह।”
“ओह प्रिया आह्ह बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा है।”
मैं गांड हिला हिलाकर भाभी की गांड मार रहा था। मेरा मोटा तगड़ा लण्ड भाभी की गांड में तगड़ा घमासान मचा रहा था। मेरा लण्ड भाभी की गांड के छोटे से छेद को बहुत बड़ा कर चुका था।
“आईईईईई आईईईईई बसस्ससस्स आहाहाह आह्ह उँह ओह बसस्ससस्स,, आईईईईई।”
भाभी बहुत देर तक गांड मरवाने के बाद अब थकने लगी थी। मै उनकी गांड में लण्ड पेलें जा रहा था। तभी भाभी का एकबार फिर से पानी निकल गया। भाभी फिर से पानी पानी हो चुकी थी।
“ऊंह आईईईई सिस्सस्स बस यार रोहित।”
फिर मेने भाभी की बहुत देर तक गांड मारी। अब भाभी को बेड की ज़रूरत महसूस हो रही थी। अब मैंने लण्ड बाहर निकाल लिया तभी भाभी भागकर बेड पर लेट गई। वो बहुत बुरी तरह से थक चुकी थी। अब मै भी बेड पर चढ़ गया। मेरा लंड अभी भी हुंकार भर रहा था। बससस्स फिर क्या था!
अब मैं भाभी की टांगे खोलने लगा लेकिन भाभी मना करने लगी। लेकिन मेरा लण्ड कैसे रुकता? मैने भाभी की टांगे खोल ही दी। अब मेने फिर से भाभी की टांगे ऊपर उठाकर उनकी चूत में लण्ड ठोक दिया। अब मेरा लण्ड फिर से भाभी की चूत में घमासान मचाने लगा।
“ओह आह्ह सिससस्स आह्ह ओह उँह ओह सिसस्ससस्स आहा आहः आह्ह।”
मैं गांड हिला हिलाकर भाभी की चूत में लण्ड ठोक रहा था। अब भाभी सिर्फ सिस्कारिया ले रही थी। मुझे रोकने की भाभी की बस की बात नहीं थी। वो उनकी चूत को मुझे देकर फ्री हो चुकी थी।मै उनकी चूत का भरपूर फायदा उठा रहा था।
“ओह प्रिया आह्ह मज़ा आ गया यार।”
“ओह आहाहाह आहः सिसस् उँह ओह आह्ह आह्ह ओह सिअस्सस्स्स।”
अब मै भाभी को मेरी बाहों में कस चूका था। मेरा लण्ड भाभी की बहुत चूत में झमाझम अंदर बाहर हो रहा था। भाभी को चिपका कर चोदने में बहूत ज्यादा मज़ा आ रहा था। तभी भाभी का एकबार फिर से पानी निकल गया। भाभी फिर से बुरी तरह से नसते नाबूत हो चुकी थी।
“ओह्ह्ह्ह मम्मी। आहा आईईईई उन्ह्ह्ह सिस्सस्स आहा।”
मैं भाभी को मजे से बजा रहा था। आज तो मै भाभी को पूरी निचोड़ना चाहता था। मेरा लंड भाभी की हालत खराब कर चुका था।
“ओह आह्ह सिससस्स उँह ओह सिससस्स आह्ह आह्ह आह्ह।”
मैं भाभी की बहुत बुरी तरह से ठुकाई कर रहा था। मेरा लण्ड भाभी के पानी से गिला हो चूका था। मेरे लंड की ठुकाई से भाभी का पानी उछल उछल कर बेड पर गिर रहा था।मै भाभी को बजाए जा रहा था।
“आहा आईईईई उन्ह्ह्ह सिस्सस्स।”
अब मैने भाभी को ऐसे के ऐसे ही मेरे ऊपर चढ़ा लिया। अब भाभी मेरे ऊपर आ चुकी थी लेकिन वो कुछ भी नहीं कर रही थी। तभी मैंने भाभी की गांड़ पर चैपड मारी। “Cute Bhabhi XXX Kahani”
“चुदो ना भाभी।”
“नही यार मै नही चूदूंगी।”
“भाभी शरमाओ मत और चुदो।”
अरे यार…………….. तभी भाभी मेरे लंड पर बैठ गई और फिर चूत में लंड सेट करने लगी। अब भाभी उछाल उछाल कर चूत में लण्ड ठोकने लगी।
“आह्ह आह्ह आह्ह सिससस्स आहा आह्ह आह्ह उँह ओह रोहित बहुत अच्छा लग रहा है। आह्ह।”
“हां मेरी जान। खूब चुद।”
“हां चुद रही हूं रोहित।”
भाभी झमाझम चूत में लण्ड ले रही थी। भाभी की उछाल से उनके बोबे बहुत बुरी तरह से हिल रहे थे। भाभी के बड़े बड़े बॉबे पेंडुलम की तरह लटक रहे थे। झटकों की बढ़ती हुई स्पीड के साथ ही भाभी पसीने में भीगने लगी थी। “Cute Bhabhi XXX Kahani”
“आह्ह आह्ह अहा सिससस्स ओह उन्ह ओह सिअस्ससस्स आह्ह।”
“बहुत मजा आ रहा है मेरी जान। आहा।”
भाभी लपालप लण्ड ले रही थी। भाभी को देखकर लग रहा था कि आँटी को खुले माहौल की बहुत ज्यादा ज़रूरत थी जो इन्हें आज मिला है। आज भाभी अपने तरीके से जिस्म की भूख मिटा रही थी।
“आहा आईईईई उन्ह्ह्ह सिस्सस्स आहा।”
फिर कुछ देर में भाभी का पानी निकल गया और भाभी पानी पानी होकर मुझसे लिपट गई।
“ओह्ह्ह् रोहित थक गई मैं तो।”
“कोई बात नही भाभी। मै हूं ना।”
अब मैने भाभी को सीधा कर दिया और फिर से भाभी की चूत में लंड ठोक दिया। अब मैं भाभी को फिर से दे दना दन चोदने लगा। अब भाभी फिर से दर्द से बिलबिलाने लगीं।
“आह्हा आह्हा सिसस आह्हा ओह्ह्ह रोहित आह्हा।”
“आह्ह्ह भाभी बहुत मज़ा आ रहा है। आह्हा।”
“आह्हा अहहा ओह्ह्ह मम्मी।”
मै भाभी को जमकर बजा रहा था। मेरे लंड के झटकों से भाभी बोबे फिर से उछल रहे थे। मै भाभी की जमकर क्लास ले रहा था। मेरे लंड के जोरदार हमलो से भाभी को अब मम्मी नानी सब याद आ रही थी। “Cute Bhabhi XXX Kahani”
“ओह्ह्ह्ह मम्मी आह्ह्ह अहहह ओह्ह्ह् आह्हा।”
“आह्ह्ह भाभी बहुत मज़ा आ रहा है।”
“हाँ रोहित लेकिन अब निकाल दो आप।”
“अभी तो मजे लेने दो भाभी।”
मैं भाभी की चूत में लंड ठोके जा रहा था। भाभी आज चुद चुदकर पानी पानी हो गई थी। मेरा लंड फिर भी भाभी की चूत में तगड़ा घमासान मचा रहा था।
“आह्ह आह्ह आह्ह सिससस्स आह्ह उन्ह आह्ह आईईईई आईईईईई।”
फिर धमाधम ठुकाई के बाद मेरा लण्ड पिघलने वाला था। अब मैनें भाभी की चूत में लण्ड ठहराया और फिर भाभी को लपेटकर उनकी चूत को गर्म पानी से भर दिया। अब मैं पसीने से लथपथ होकर भाभी से लिपट गया। आज मेरा सपना पूरा हो चूका था। प्रिया भाभी को चोद कर मैं बहुत ज्यादा खुश था। भाभी थोड़ी गुस्से में थी। वो हारकर बुरी तरह से चुद चुकी थी।
“रोहित मैने ऐसे कभी नही सोचा था।”
“भाभी कभी कभी वो हो जाता है जिसके बारे में हम कभी नही सोचते हैं।”
“हां रोहित लेकिन जो भी तुने बहुत मस्त तरीके से बजाया मुझे।”
“आप कहो तो मैं तो और बजा दू आपको।”
“नही यार। अब आज तो इतना ही बहुत है।”
फिर थोड़ी देर बाद हम दोनों उठे। अब भाभी ने अंडरवियर पहनकर ब्रा पहन ली। फिर भाभी ने पेटिकोट पहनकर बलाउज पहन लिया। अब भाभी साड़ी पहनने लगी।
“गेम हारने की बहुत बुरी सजा दी है तूने ।”
“भाभी, गेम के रूल तो आपको पहले से ही पता थे।”
“हां लेकिन मैंने सोचा नहीं था कि मै हार जाऊंगी।”
“कभी कभी कछुआ भी जीत जाता है भाभी।”
अब भाभी साड़ी पहनकर रूम से बाहर चली गई। अब मेने भी कपड़े पहन लिये। भाभी अब रूम की बेडशीट को ठीक करने लगी। तभी भाभी के जिस्म को देखकर मेरा लण्ड फिर से तन गया। अब मेने भाभी को फिर से दबोच लिया। भाभी फिर से नखरे करने लगी।
“रोहित अब रहने दे यार। बच्चे आने वाले है।”
“भाभी बस एकबार और।”
“नहीं यार अब और नहीं।”
मेरा लण्ड भाभी की गांड पर दबाव बना रहा था। तभी मेने भाभी के बोबो को ज़ोर से मसल दिया। भाभी नखरे कर रही थी लेकिन मैंने भाभी को बेड पर पटक दिया और तुरंत उनकी टांगो को खोलकर भाभी की चड्डी खोल दी। अब मैने भाभी की टांगो को कंधो पर रखा और फिर भाभी की चूत में लण्ड ठोक दिया। “Cute Bhabhi XXX Kahani”
“आईईईईई सिससस्स आईईईईई आह्ह।”
अब मै भाभी को झमाझम चोदने लगा। भाभी फिर से सारे नखरे भूलकर चूत में लण्ड लेने लगी। मैं धमाधम भाभी की चूत में लण्ड डाल रहा था।
“आह्ह आह्ह आह्ह सिससस्स आहहह ओह उन्ह सिससस्स।”
मैं भाभी को दबाकर चोद रहा था। भाभी मेरे लंड से बुरी तरह से चुद रही थी।
“आहा आईईईई उन्ह्ह्ह सिस्स्स।”
तभी जोरदार झटको से भाभी का पानी निकल गया। अब भाभी बार बार जल्दी से काम ख़त्म करने के लिए बोल रही थी लेकिन मैं रेस को लंबी खीच रहा था। मुझे भाभी को चोदने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। फिर मैंने भाभी को बहुत देर तक बजाया और भाभी की चूत को लण्ड के पानी से भर दिया। “Cute Bhabhi XXX Kahani”
फिर थोड़ी देर बाद हम दोनों उठे और भाभी ने तुरंत चड्डी पहन ली। फिर थोड़ी देर बाद ही बेल बज उठी। बच्चे स्कूल से आ चुके थे। अब भाभी बच्चों को सम्हालने लग गईं। मैं भाभी की तरफ मुस्कुरा रहा था। भाभी भी मेरी तरफ़ मुस्कुरा रही थी। अब मै भाभी को चोद कर घर आ गया। आपकों मेरी कहानी कैसी लगी मुझे मेल करके जरूर बताए – [email protected]