पिछला भाग पढ़े:- मेरी बहन प्रिया दी की चुदाई-1
सुबह 8 बजे प्रिया दी का कॉल आया। मैं फ़ोन उठाया-
मैं: हैलो दी।
प्रिया दी: भाई कल मार्केट में जहां तू मुझे छोड़ कर गया था, वहीं आजा लेने। मैं अभी आ रही हूं।
मैं: ओके दी, मैं अभी आता हूं।
मैं भी बिस्तर से उठा, और जल्दी से मुंह धो कर गाड़ी लेकर मार्केट पहुंच गया, जहां कल प्रिया दी को हैदर अपने साथ ले गया था।
जब मैं वहां पहुंचा तो दी वहां नहीं आयी थी। मैं 2 मिनट वेट किया, तभी हैदर की गाड़ी मेरे बगल में ही रूकती है। सामने सलीम ड्राइव कर रहा था। बगल में हैदर बैठा था। पीछे वाली सीट पर क़ासिम प्रिया दी को अपनी गोद में बिठाए था, और उसके साथ मस्ती करने में लगा था।
फिर सलीम और हैदर भी दी की चूचियों के साथ खेलने लगे। मुझे गाड़ी के शीशे से दिख रहा था सब। करीब 5 मिनट तक वो लोग मेरी बहन के साथ मस्ती किये, फिर प्रिया दी गाड़ी से बाहर आयी।
हैदर: प्रिया टाइम मिलेगा तो जरूर कॉल करना। तुझे फिर हम लोग ले जायेंगे।
सलीम और क़ासिम भी बोले: हां प्रिया जरूर कॉल करना। तुम्हारे साथ बहुत मज़ा आया पूरी रात।
प्रिया दी: बिल्कुल यॉर, मुझे भी आप लोगों के साथ बहुत मज़ा आया।
फिर वो लोग गाड़ी लेकर निकल जाते है। मैं भी दी को बिठाता हूं, और घर निकल जाता हूं। थोड़ी ही देर में मैं दी को लेकर घर पहुंच जाता हूं। मैं गाड़ी को पार्किंग में लगाता हूं, फिर हम दोनों घर की तरफ जाने लगते है। प्रिया दी मेरे आगे चलती है, और मैं उनके पीछे जाता हूं। मैं देखता हूं प्रिया दी के चलने की स्टाइल थोड़ी बदल गयी थी।
मैं: क्या बात है दी, लगता है चारों ने जम कर चोदा है आपको। आपके तो चलने का स्टाइल ही बदल गया है।
प्रिया दी (शरमाते हुए): नहीं भाई, ऐसी बात नहीं है। तुम मेरा मज़ा ना लो।
मैं: ओह तो चुदाई अच्छी नहीं हुई आपकी कल रात?
प्रिया दी: ऐसी बात नहीं है भाई। मैं ये नहीं बोली मेरी चुदाई अच्छे से नहीं हुई। चुदाई तो पूछो मत कैसे हुई तेरी बहन की।
मैं: अच्छा तो कैसे हुई चुदाई मेरी प्यारी बहन की?
प्रिया दी: भाई चारों ने मुझे पूरी रात सोने नहीं दिया। चारों तुम्हारी बहन को पूरी रात रंडी की तरह चोदे।
मैं: वॉव दी, तब तो आप पूरी रात मज़े की।
प्रिया दी: मज़े की बात मत कर भाई, मुझे बहुत मज़ा आया उन लोगों के साथ।
तब तक हम दोनों रूम में आ गये थे।
प्रिया दी: भाई मेरे लिए कॉफ़ी लाओ प्लीज, पूरी रात की थकी हूं।
मैं: बिल्कुल दी, आप आराम करो, मैं अभी आपके लिए कॉफ़ी लाता हूं।
मैं तुरंत कॉफ़ी लाने चला गया, किचन में कॉफ़ी बनाया, और दी के रूम में ले गया।
प्रिया दी बेड पर ड्रेस चेंज करके लेटी हुई थी।
मैं: दी आपकी कॉफ़ी।
प्रिया दी: ओह थैंक यू मेरे प्यारे भाई।
दी कॉफ़ी पीने लगी। मैं वही बैठ गया दी की क्लीवेज दिख रहा था। दी की चूचियां लाल हो गयी थी
प्रिया दी: क्या देख रहे हो भाई इतना ध्यान से?
मैं: दी आपकी चूचियां देख रहा था, पूरी लाल हो गयी है।
प्रिया दी (मेरे तरफ मुस्कुरा कर): भाई सब ने मिल कर तेरी बहन की चूचियों को खूब नोच-नोच के मसला है
मैं: आखिर मेरी बहन की चूचियां है भी तो नोच-नोच के मसलने लायक। इतनी बड़ी-बड़ी चूचियां है, किसी का भी मन होगा इसको मसलने के लिए।
फिर दोनों जोर-जोर से हसने लगे।
प्रिया दी: तुम भी ना भाई बहुत शरारती हो.
मैं: आखिर प्रिया सिंह का भाई हूं, तो शरारती तो रहूंगा ही।
प्रिया दी कॉफ़ी पीने के बाद: भाई अब मैं सोने जा रही हूं। मुझे बहुत तेज़ नींद आ रही है।
मैं: बिल्कुल दी, आप सो जाओ।
मैं फिर अपने रूम में आ गया। फिर मैं कॉलेज चला गया। कॉलेज से 2 बजे वापस आया तो देखा दी अभी सो रही थी। मैंने ड्रेस चेंज किया, फिर दी के रूम में गया, दी को उठाया और बोला-
मैं: दी चलो खाना खा लेते है।
प्रिया दी भी उठी और मेरे साथ खाना खाई। दी भी सुबह से खाना नहीं खाई थी, इसलिए उसको भी भूख लगी थी। हम दोनों खाना खाये, फिर हसीं मज़ाक हुआ। शाम को हम दोनों घूमने भी गए। वापस आये तो मैं और दी रूम में बैठ कर बात कर रहे थे कि मम्मी आ गयी।
मम्मी: प्रिया मैं कल मुंबई जा रही हूं तेरे पापा के यहां कुछ दिनों के लिए।
मैं: कल कितने बजे आपकी ट्रैन है मम्मी?
मम्मी: सुबह 7 बजे ही ट्रैन है बेटा।
प्रिया दी: कोई बात नहीं मम्मी, हम लोग कल सुबह जल्दी उठ कर आपको स्टेशन पहुंचा देंगे।
मम्मी: हम्म बेटा।
फिर मैं और दी मम्मी साथ में खाना खाये, और सो गए। क्यूंकी मम्मी को कल सुबह स्टेशन ले जाना था। कल सुबह 6 बजे दी मेरे रूम में आ गयी-
प्रिया दी: भाई उठ, मम्मी को स्टेशन छोड़ना है।
मैं भी उठा, फ्रैश हुआ, गाड़ी निकाली। फिर मैं दी और मम्मी को बैठा कर हम स्टेशन पहुंच गए। कुछ ही देर में ट्रैन आ गयी। मैं और दी सामान लेकर ट्रैन में रखे, और मम्मी को उनकी सीट पर बिठाया।
ट्रैन जाने के बाद मैं और दी घर वापस आये। हम दोनों नाश्ता किये। मैं हाल में ही बैठा था। दी अपने रूम में जाकर किसी लड़के से बात करने लगी। जब कॉलेज का टाइम हुआ तो मैं रेडी होने के लिया चला गया। जब रेडी हो गया, सोचा देखूं दी अभी रेडी हुई थी कि नहीं। जब मैं दी के रूम में गया, तो देखा दी अपनी क्लीवेज की पिक ले रही थी, और किसी को व्हाट्सप्प पर भेज रही थी।
मैं: दी कॉलेज चलोगी?
प्रिया दी (अपनी क्लीवेज सही करते हुए): नहीं भाई, आज कॉलेज जाने का मन नहीं है। अच्छा हुआ तू आ गया, तुझे मैं बुलाने ही वाली थी।
मैं: क्यूं क्या हुआ दी? बोलो क्या बात है?
प्रिया दी: भाई एक वीडियो बनानी है मेरी।
मैं: हां दी बिल्कुल बना दूंगा वीडियो। कैसी वीडियो बनानी है बताओ?
प्रिया दी: ये लो मेरी मोबाइल, मैं डांस करूंगी तुम वीडियो बनाना।
मैं: ठीक है दी, मैं आपके डांस का वीडियो बना देता हूं।
मैंने वीडियो बनानी स्टार्ट की। गाना था हाय रे गर्मी। प्रिया दी अपनी बड़ी-बड़ी गांड मटका-मटका कर अपनी क्लीवेज दिखा कर डांस करने लगी। प्रिया दी की आधी चूचियां दिख रही थी। बहन की इतनी बड़ी मटकती गांड देख कर मज़ा आ गया। 2 मिनट की ही वीडियो बनाई। फिर दी मुझसे मोबाइल ली, और अपने डांस का वीडियो देखने लगी।
प्रिया दी: भाई कैसा लगा मेरा?
मैं: बहुत हॉट डांस है दी।
फिर दी उस वीडियो को एक व्हाट्सप्प ग्रुप में भेजी। उस ग्रुप का नाम था पठान ग्रुप। वो वीडियो जाते ही लड़कों की तारीफे आना शुरू हो गयी। इब्राहिम पठान नाम के एक लड़के का मैसेज आया, “क्या गांड है प्रिया तेरी, तुझे ऐसे मटका-मटका कर चोदूंगा”। तभी अब्दुल का मैंसेज आया, “वाह प्रिया, तेरी चूचियों में डूब जाने का मन कर रहा है”। मानो मैसेज की लाइन लग गयी।
मैं: वाह दी, आपकी तो तारीफ करते-करते थक नहीं रहे है ये लोग।
प्रिया दी: मैं हूं ही तारीफ के काबिल भाई।
मैं: वो तो हो दी। दी इस ग्रुप में कितने लड़के होंगे?
प्रिया दी: ज्यादा नहीं है भाई, बस 58 लोग ही है।
मैं: तो ये वीडियो किसी और लोगों को भेज दिए तो?
प्रिया दी: अपने खास दोस्तों को ही भेजते है भाई। सब को नहीं भेजते है ये लोग।
मैं: और कोई काम है दी मेरे लिए?
प्रिया दी: नहीं बस यही काम था। थैंक यू सो मच भाई, लव यू।
मैं: लव यू टू दी। अच्छा दी अब मैं कॉलेज जा रहा हूं
प्रिया दी: ओके भाई, बाय।
मैं: बाय दी।
मैं कॉलेज चला गया।
आगे की स्टोरी अब नेक्स्ट पार्ट में। स्टोरी कैसी लगी [email protected] पर जरूर मैंल्स करके बताइयेगा। कमैंटस जरूर करिये आप लोग। कोई सुझाव देना है तो जरूर दे सकते है। धन्यवाद, लव यू एवरीवन।