बीवी के लिए मोटे लंड का जुगाड़ किया मैंने

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Horny Wife Riding Porn

मेरा नाम मनीष है और मैं अपनी पत्नी के साथ सूरत में रहता हूँ। मेरी उम्र 33 साल है और यहीं सूरत में मैं नौकरी में हूं। मेरी पत्नी का नाम गरिमा है और वो 31 साल की कामुक, सुडौल, गुदाज़, खूबसूरत लड़की है। मेरी पत्नी का रंग एक दम सफेद और शरीर के उभार आकर्षक है। Horny Wife Riding Porn

हमारी शादी को अभी एक ही साल हुआ है। मेरी पत्नी बहुत ही पतिप्रेमी और एक पति धर्म की महिला है। रोज़ रात को हम पति पत्नि एक दूसरे के साथ पूरे नंगे होकर चिपककर सोते है और एक दूसरे को बहुत प्यार करते है। हम दोनों को ही कामुक फिल्में पसंद आती है।

एक रात ऐसे ही मैं और गरिमा बिस्तर पर नंगे एक दूसरे से चिपके हुए थे और मेरे हाथ मे मोबाइल था जिसमें हम एक चुदाई की फ़िल्म देख रहे थे। गरिमा का हाथ मेरे लंड (जिसे लुल्ली कहना ज्यादा अच्छा होगा क्योंकि मेरे लंड लंबाई 5.5 इंच ही है) पर था जो सोई अवस्था में था और मेरी पत्नी के बार बार हिलाने पर भी जाग नहीं रहा था।

शायद मेरे लंड की इस हालत को देख कर मेरी पत्नी थोड़ी उदास थी। मैंने गरिमा के गाल पर चुम्बन दिया और कहा – जान आजकल (वो तो पहले भी कभी नहीं कर पाया, पर हर आदमी को ये गलतफहमी होती है कि वो अपनी पत्नी को संतुष्ट कर पा रहा है) मैं कुछ कर नहीं पाता पर क्या करूँ अब इसमें ताकत ही नहीं है।

मेरी पत्नी ने मेरे गाल पर हाथ रखा और मेरे होठों को चूमने के लिए आगे होती हुई बोली, कोई बात नहीं जान आप मुझे इतना प्यार करते हो वो ही कम है क्या? मैं बहुत खुश हूं आपकी बाहों में।

मैंने कहा – पर जान, शरीर भी तो कुछ चाहता है, तुम भी चाहती है होगी कि कोई मोटा तगड़ा मुसलदार लौड़ा तुम्हारी चूत और गाँड़ फाड़ दें, अब देखो इस फ़िल्म में ही इस आदमी का कितना मस्त लंड है, और लड़की कैसे कसमसा रही है देखो जान।

मेरी बात सुनकर मेरी पत्नी की कामुकता जाग्रत हो उठी, और फ़िल्म में चुदाई के दृश्य को वो बड़े गौर से देखने लगी। मैंने गरिमा के होठों को चूमते हुए कहा, बोलो जान, देखो पसंद आया न ऐसा लौड़ा, मैंने फ़िल्म में इशारा करके कहा।

मेरी पत्नी ने एक आह भरी और धीरे से बोली, हा जान उफ्फ्फ काश आपका भी ऐसा होता तो…..

मैंने कहा – तो क्या गरिमा? बोलो लेना चाहोगी ऐसा लौड़ा?

मैं अपनी पत्नी को किस कर रहा था और उसके नर्म मुलायम बूब्स मसल रहा था। मादक आवाज़ में मैंने कहा, जान बताओ ना, कुछ तो, क्या सोचती हो ऐसे लौड़े से चुदाई के बारे में। मेरी पत्नी हँसते हुए बोली, जान आप भी न, मैं बस आपकी हूं।

मैंने कहा – मेरी प्यारी पत्नी पर तुम्हारे दिल के भी तो कुछ अरमान होंगे, स्कूल टाइम के इस कॉलेज के टाइम के कुछ बताओ न।

मेरी पत्नी ने शर्माते हुए कहा – मेरी 2 3 सहेलियां थी, उनके बॉयफ्रेंड मुस्लिम थे, बोलती थी, मुस्लिम मर्द बहुत अच्छे से चोदते है।

मैंने गरिमा को कस के पकड़ लिया और होठो को चूमने लगा। उफ्फ्फ गरिमा तुम मुस्लिम मर्द से चुदने के लिए तैयार हो तो मैं कुछ करूं। अब तक मेरी पत्नी काफी उत्तेजित हो चुकी थी, अबकी बार वो बोली- हा जान, पर बहुत प्यार से। उफ्फ्फ, ऐसी ही बात करते करते उस रात तो हम सो गए। वो बुधवार की रात थी।

बीच के दो दिन में ऐसे ही बात करते हुए निकले। शादी के पहले ही से मैं अलग अलग साइट्स पर रोल प्ले करता रहा हूँ, जिसमें मैं कभी अपनी मम्मी कभी बहन तो कभी अपनी भविष्य की पत्नी को चुदवाया करता था। ऐसे ही मेरा एक दोस्त बना जिसके साथ मैं करीब 2 साल से ज़ी चैट पर बात कर रहा था।

दोस्तों, मैं आपको बता दूं मेरे उस दोस्त का नाम ज़ुबैर था और जो एक मुस्लिम था। ज़ुबैर का लौड़ा (जो वो मुझे चैट में दिखा चुका था) 8 इंच लंबा और 3 इंच मोटा एक मूसल की तरह था। मैंने उस ही दिन ज़ुबैर को मेल करके सूरत शुक्रवार को आने को कहा क्योकि उस दिन मेरी प्यारी पत्नी का जन्मदिन भी था और मैं चाहता था मेरी पत्नी इस दिन पूरे तन मन से चरम सुख को पा लें।

वैसे ज़ुबैर एक जिम ट्रेनर था उसका बदन काफी हट्टा कट्टा और वजनी था। शुक्रवार को सुबह आफिस जाने के बाद मैंने अपनी पत्नी गरिमा को फ़ोन करके पूरे शरीर की वैक्स और फेसिअल करवाने को कहा और उसे पूरी दुल्हन जैसी तैयार होने को कहा, जिसमें वो मेरे दोस्त ज़ुबैर को खुशी और प्यार दोनों दे सकें।

तो मेरे बताए हिसाब से ज़ुबैर सूरत में होटल में आ चुका था, मैंने भी अपनी बीवी को बता दिया था कि एक दोस्त मेरे साथ आ रहा है तो मैं ज़ुबैर को लेकर करीब 7 बजे घर पहुँचा। जाकर मैंने आगे से दरवाज़ा खोला और ज़ुबैर को अंदर लेकर आया।

इतने में मैंने अपनी पत्नी को आवाज़ दी कि वो पानी लेकर आ जाये। उफ्फ्फ अब मेरी धड़कनें बढ़ रही थी क्योंकि ये पहली बार था जब मैं अपनी पत्नी को किसी पराये मर्द के सामने पेश करने जा रहा था। उधर मेरी पत्नी सजी सँवरी पानी और चाय लेकर आई।

आज मेरी जान बला की खूबसूरत लग रही थी। उसकी लाल साड़ी, हल्का सा मेकअप होठों पर सुर्ख लाल लिपस्टिक हाथों में खनकती चूड़ियां। मेरी पत्नी को देखते ही ज़ुबैर के मुंह से निकला – बेमिसाल मनीष, क्या बला की परी है तेरी बीवी, जैसा सोचा था उससे कहीं ज्यादा खूबसूरत।

ज़ुबैर की बात सुनकर गरिमा खिल उठी, उसके होठों पर शर्म आ गई और वो मुझे देख कर बोली, ये ज़ुबैर जी है ना? मैंने कहा – हा जान, यही है ज़ुबैर (मैं अपनी पत्नी को पहले ज़ुबैर के बारे में बता चुका था, और मेरी बातें सुनकर ही मेरी पत्नी ने ज़ुबैर से मिलने की इच्छा ज़ाहिर की थी), तुम्हारे जन्मदिन का तोहफा। मेरी बात सुनकर मेरी बीवी ने मुझे हल्की सी मुस्कुराहट दी।

मैंने ज़ुबैर को बैठ कर चाय लेने को कहा, ज़ुबैर सोफे पर बैठा और मैं भी। वही एक तरफ़ जैसे ही मेरी बीवी बैठने लगी ज़ुबैर ने कहा, अरे इधर आकर बैठो गरिमा, मेरे पास। शर्म से लाल मेरी बीवी ने मुझे देखा तो मैंने कहा- हा, हा, जान, अब ज़ुबैर ही तुम्हारे मालिक है, ये जैसा कहें वैसा ही करना तुम्हारा फ़र्ज़ है।

ज़ुबैर ने मुझे देख कर कहा – ये कही ना दोस्तों वाली बात मनीष। हम तीनों हँसने लगे और मीठी बीवी ज़ुबैर के पास आकर बैठ गयी। मैंने देखा, ज़ुबैर ने अपना हाथ मेरी बीवी की कमर पर रख दिया और चाय पीने लगा। मेरी कामवासना भी चरम पर थी।

उफ्फ्फ मेरा पूरा शरीर कांप रहा था, अंदर से एक अजीब से एहसास का बवंडर उठ रहा था। अपनी बीवी को किसी गैर मर्द की बाहों में देखने की तमन्ना आज पूरी होने वाली थी। हमने चाय खत्म की और मैं ये बोल कर कि मैं हाथ मुँह धो कर आता हूँ, जब तक तुम दोनों बात करो, उठ कर बाथरूम की तरफ चल दिया।

तकरीबन 15 से 20 मिनिट के बाद जब मैं वापस आगे वाले कमरे में पहुँचा तो, उफ़्फ़फ़ मैं देख कर जोश से भर गया, मेरी छोटी से लुल्ली पानी छोड़ने लगी, उफ़्फ़फ़ मेरी बीवी की साड़ी और ज़ुबैर की जीन्स टीशर्ट फर्श पर पड़ी थी। मेरी बीवी का मुंह ज़ुबैर के मुंह से मिला हुआ था और दोनों एक दूसरे को बहुत प्यार से किस कर रहे थे।

ज़ुबैर ने मेरी प्यारी बीवी को अपनी बाहों में जकड़ा हुआ था। और दोनों एक दूसरे में खो से गये थे। मेरी बीवी बीच बीच में अपने होठ ज़ुबैर के मुंह से निकाल कर उसे, ई लव यू ज़ुबैर, कह रही थी। ज़ुबैर का मूसल जैसा बड़ा सा काला लौड़ा अंडरवियर से बाहर निकला हुआ था जिसकी चमड़ी पूरी नीचे से और लौड़े का टोपा सख़्त काला था, जिसे मेरी बीवी ने पकड़ा हुआ था और जो पूरा मेरी बीवी के हाथ मे भी नहीं आ पा रहा था।

मैं कमरे के दरवाजे से अपनी बीवी को ज़ुबैर के साथ प्यार करते देख रहा था। मुझे देख कर ज़ुबैर ने कहा – क्यों गरिमा, पसंद आया कि नहीं मेरा । मेरी बीवी ने कहा – उफ़्फ़फ़ जान, ये मनीष की छोटी सी लुल्ली से 10 गुना है। फिर ज़ुबैर ने मुझे इशारे से पास आने को कहा, और साथ ही मेरी बीवी को लौड़े को मुंह मे लेने का इशारा किया।

मेरी बीवी झुकी और उसने मुझे देखा तो शर्मा गयी। ज़ुबैर ने कहा- मेरी जान, अब इस नल्ली से शर्माने की ज़रूरत नही, बस अब अपने यार ज़ुबैर के लंड को प्यार करो। मेरी बीवी झुकी और ज़ुबैर का लौड़ा चूसने लगी। उफ़्फ़फ़ कितना मज़ा आ रहा था मुझे देख कर।

ज़ुबैर ने मेरी बीवी की तरफ इशारा कर के कहा, मनीष कहा छुपा रखा था अब तक इस माल को यार। अब से तेरी बीवी मेरी प्रेमिका है। मैंने कहा – हा ज़ुबैर। मेरी जान अब तुम्हारी ही है, इसके साथ जो मर्ज़ी हो करो, बस इसे इतना प्यार दो जो इसे आज तक नहीं मिला।

मेरी बीवी बड़े प्यार से ज़ुबैर का लौड़ा चाट चाट कर एक प्यासी औरत की तरह चूसे जा रही थी। कुछ देर बाद ज़ुबैर ने मेरी बीवी को अपनी गोद मे उठा लिया और बोला – चलो गरिमा, अब हम अकेले में थोड़ा प्यार कर लें। ज़ुबैर मेरी बीवी को लेकर बैडरूम की तरफ गया।

उसने मेरी बीवी को बेड पर रखा, और दरवाज़ा बंद करते हुए मुझसे बोला, मनीष अब मुझे और गरिमा को अकेले में मज़ा करने दो और तुम यहाँ अपनी बीवी की चीखें सुनो और उसने दरवाज़ा बन्द कर लिया। मेरी दिल ज़ोर ज़ोर से धड़क रहा था, मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, मेरी बॉडी में कंपकपी हो रही थी।

उफ़्फ़फ़ आज मेरी बीवी एक मुस्लिम मर्द के साथ बैडरूम में अकेली है। ज़ुबैर मेरी बीवी का क्या हाल करने वाला है उफ़्फ़फ़। मेरी प्यारी बीवी, मेरी गरिमा। मैं दरवाज़े के बाहर ही खड़ा था और अंदर मेरा दोस्त ज़ुबैर मेरी प्यारी पत्नी गरिमा के साथ था।

यह बात मुझे बहुत रोमांचित कर रही थी मेरे कान दरवाज़े पर थे और मुझे अंदर से चूमने की आवाज़ आ रही थी। साथ ही मुझे मेरी बीवी के हल्के हल्के अहह उफ़्फ़फ़ की आवाज़ भी आ रही थी। ज़ुबैर ने कहा – कैसा लगा अपने यार का लौड़ा मेरी जान।

गरिमा बोली- जान कसम से, बहुत मस्त है ये तो मेरी जान ही ले लेगा।

ज़ुबैर ने कहा – फिर चुसो गरिमा। आहहह, उफ़्फ़फ़ वाह गरिमा क्या लौड़ा चूस रही हो, उफ़्फ़फ़ ऐसा लगता है बहुत प्यास है तुम्हारे अंदर।

गरिमा – हा जान, बहुत प्यासी हूं।

अब कुछ ऐसी ही आवाज़ों के बाद ज़ुबैर की फिर आवाज़ आई, सेक्सी यार, गरिमा आज तो पूरी चिकनी हो तुम।

गरिमा – आह हा जान, मेरे पति ने खास तुम्हारे लिए मुझे सजने और बाल साफ करने को कहा था।

आह उफ्फ के बीच कुछ किस की आवाज़ें और मेरी बीवी की आहें मेरे दिल मे बेचैनी और कंपन पैदा कर रही थी। इन आवाज़ों ने मेरी पूरी लुल्ली भीगा दी थी, जैसे मैंने पेशाब ही कर दी हो, आवाज़ों से अंदाज़ा लग ही रहा था कि अंदर ज़ुबैर और मेरी बीवी के बीच क्या चल रहा है।

अब ज़ुबैर ने कहा – जान तैयार हो ना.

गरिमा – जान आ जाओ मैं तो कब से तैयार हूं, बस मेरी चूत पर रहम करना, मेरी जान आई लव यू, चोदो अपनी जान को…..

इसके बाद एक के बाद एक मुझे मीठी बीवी की चीखें सुनाई देने लगी। आह जान, उफ़्फ़फ़ आह आह आह, उफ़्फ़फ़ बस जान, आह, धीरे धीरे प्लीज़ धीरे, अहह उफ़्फ़फ़ नहीं, अहह बस जान उफ़्फ़फ़। मेरी इधर बाहर आवाज़े सुनकर हालात खराब थी और उधर बंद कमरे में ज़ुबैर से चुदते हुए मेरी बीवी की।

उफ़्फ़फ़ मेरी बीवी तड़प रही थी सिसक रही थी, उफ़्फ़फ़ शायद ज़ुबैर के लौड़े ने मेरी बीवी की चूत फाड़ दी थी। इस बीच ज़ुबैर बोला, अरे गरिमा, क्या हुआ तो वो बोली, बस जान अब चूत में नहीं, मेरी चूत 2 बार पानी छोड़ चुकी है।

तो चल फिर जल्दी घोड़ी बन जा, अब मुझे चाटे की आवाज आई, और मेरी बीवी की भी अहह जान, धीरे। इसके बाद कुछ 10 मिनट तक मुझे मेरी बीवी के चीखने, चिल्लाने और रोने की आवाज़ आयी। उफ़्फ़फ़, ज़ुबैर मेरी बीवी को बहुत तबियत से पेल रहा था। 8 बजे वो कमरे में गए थे और अब 10.30 हो चला था। “Horny Wife Riding Porn”

कुछ देर की शांति के बाद ज़ुबैर ने कहा – चलो, जान अब मनीष को भी बुला लेता हूँ।

गरिमा – नहीं जान, उनको रहने दो।

ज़ुबैर – अरे बुला लेने दो बेचारे को देखने तो दो के उसकी बीवी कैसे मस्ती में चुद रही है।

गरिमा – ठीक है जान जैसा आप कहे।

अब ज़ुबैर में दरवाज़ा खोला और मुझे कमरे में अंदर आने को कहा, जैसे ही मैं अंदर गया देखा मेरी बीवी नंगी बिस्तर पर पड़ी है और ज़ुबैर मेरे सामने था। ज़ुबैर ने मुझे देख कर कहा – अच्छे से देख ले मनीष, ऐसे चोदा जाता है ऐसी माल बीवी को। देख बेचारी हिल ही नहीं पा रही। “Horny Wife Riding Porn”

उफ़्फ़फ़ मेरी हालत मेरी बीवी को देख कर खराब हो गयी थी। पूरी चादर गीली थी और मेरी बीवी की आंख लगी हुई थी, मैंने देखा मेरी बीवी के चहरे को और स्माइल देते हुए कहा, मज़ा आया न गरिमा। मेरी बीवी ने कहा – हा नेल्ले।

और ज़ुबैर और मेरी बीवी गरिमा मुझ पर हँसने लगे।

ज़ुबैर ने गरिमा को देख कर कहा – सुनो जान, इस आज से मनीष का नाम नल्ला ही रख दे तो पसंद आएगा न तुम्हें?

गरिमा – उफ़्फ़फ़ जान, इधर आओ न मेरे पास (मेरी बीवी ज़ुबैर को अपने पास बुलाती है और उसका हाथ पकड़कर उसे अपने ऊपर गिरा लेती है), जैसा आप चाहो।

ज़ुबैर ने कहा – उफ़्फ़फ़ जान तो फिर एक बार और हो जाये तुम्हारे पति के सामने।

गरिमा – जान जैसा आप कहे।

इसके बाद उन दोनों ने एक दूसरे को चूमना शुरू किया। ज़ुबैर मेरी बीवी के होठों को चूसते हुए उसके कामुक बदन को मसल रहा था। मेरी बीवी आहें भरते हुए, उफ़्फ़फ़ जान, लव यू, लव यू, ज़ुबैर कहते हुए ज़ुबैर के बदन से प्यार पा रही थी और वही कमरे में खड़ा ये सब देख रहा था।

उफ़्फ़फ़ कितना मज़ा आ रहा था मुझे। इसके साथ ज़ुबैर ने मेरी तरफ देखा और मेरी बीवी को मुंह खोलने का इशारा किया तो मेरी बीवी ने अपना मुँह खोला, मैंने देखा ज़ुबैर ने अपना थूक मेरी बीवी के मुंह मे डाला, जिसे मेरी बीवी बहुत प्यार से पी गई।

अब मेरी बीवी नीचे की और आई और ज़ुबैर के मोटे काले और बड़े से लौड़े को अपने मुंह मे लेकर चूसने लगी। कभी मेरी बीवी ज़ुबैर के लौड़े के टोपे को चाट रही थी कभी उसके बॉल्स चूस रही थी और बीच बीच मे मुझसे नज़रें मिला कर मुझे भी दिखा रही थी कि देख ले, इसे कहते है लौड़ा। “Horny Wife Riding Porn”

5 मिनट बाद ज़ुबैर ने मेरी बीवी को पैर फैलाने के लिए कहा और फिर ज़ुबैर उसके ऊपर चढ़ गया, उसने अपने लौड़े को मेरी बीवी की चूत के मुँह पर रखा और एक धक्के में पूरा लौड़ा मेरी बीवी की चूत में डाल दिया।

 उफ़्फ़फ़फ़ जाना, हहहह उफ़्फ़फ़फ़ आह, मार डालो उफ़्फ़फ़फ़ चोदो मुझे उफ़्फ़फ़फ़ मेरी बीवी अपनी कामुक आवाज़ में चीख रही थी और ज़ुबैर मेरी ही आंखों के सामने मेरी बीवी की चुदाई कर रहा था। उसके धक्के इतने मज़बूत थे कि कमरे से छप छप की आवाज़ आ रही थी।

10 मिनिट तक ज़ुबैर के धक्कों ने मेरी बीवी की चूत का हाल बेहाल कर दिया। वो बिस्तर पर छटपटाने लगी, उफ़्फ़फ़फ़ बस जान अहह मेरी चूत ने उफ़्फ़फ़फ़ जान बस पानी उफ़्फ़फ़फ़ जान पानी उफ़्फ़फ़फ़ मेरी बीवी की चूत ने पानी छोड़ दिया था और वो अपने पाँव भिचने लगी थी। “Horny Wife Riding Porn”

मेरी ये देख कर हालात पतली थी। इस पल ज़ुबैर ने अपना लौड़ा बाहर किया और 2 मिनिट रुका फिर उसने मेरी बीवी से कहा, गरिमा अब मैं तुम्हारी गाँड़ मरूँगा। उफ़्फ़फ़फ़ मैं जानता था मेरी बीवी की गाँड़ बहुत सख़्त थी, पर भी ज़ुबैर के कहने पर वो घोड़ी बन गई।

ज़ुबैर ने मुझे कहा, चल आ जा नल्ली, ये कपड़े खोल और इस घोड़ी की चूत के नीचे मुँह कर के लेट जा। उफ़्फ़फ़फ़ मैंने फौरन ज़ुबैर की बात सुनकर अपने सब कपड़े खोल दिये और अपनी बीवी की चूत के नीचे मुँह लगा कर लेट गया।

उफ़्फ़फ़फ़ मेरी बीवी की चूत से चिकना पानी धार बन के बह रहा था जो सीधा मेरे मुंह मे जा रहा था और मेरी आँखें मेरी बीवी की चूत से बहते पानी पर थी। अब ज़ुबैर आया और और उसने मेरी बीवी की गाँड़ पर तेल लगाया और एक एक करके दो उंगलियां मेरी बीवी बीवी की गाँड़ में डाल कर अंदर बाहर करने लगा।

उफ़्फ़फ़ अहह जान, अहह चोदो अपनी गरिमा की गाँड़ मेरे ज़ुबैर उफ़्फ़फ़ मेरी जान, अहह गाँड़ मारो मेरी, मेरी बीवी कहार रही थी। ज़ुबैर ने मेरी बीवी की गाँड़ से अपनी उंगलियों को निकाला और मेरी नाक के पास लगा। उफ़्फ़फ़फ़ क्या खुश्बू थी उसकी उँगलियों में, जिसे में गहरी सांस लेकर सूंघने लगा। “Horny Wife Riding Porn”

अहह फिर ज़ुबैर ने अपनी उंगलियां मेरे मुंह मे डाल दी। उफ़्फ़फ़फ़ बहुत मज़ा आ रहा था और मेरी लुल्ली तो पानी पानी हो गयी थी। मैंने ज़ुबैर की दोनों उंगलियों को चूस चूस के साफ किया। अब ज़ुबैर ने मेरी बीवी की गाँड़ पर लौड़ा रखा और धक्के देने लगा।

उफ़्फ़फ़फ़ ज़ुबैर मेरी बीवी की गाँड़ मार रहा था अहह अहह अहह उफ़्फ़फ़फ़ अहह धीरे जान, उफ़्फ़फ़ आह, नहीं, उफ़्फ़फ़फ़ ओ, ओह अहह ज़ुबैर मेरी गाँड़, मेरी गाँड़ फाड़ दो जान। ज़ुबैर मेरी बीवी की गाँड़ मार रहा था और मैं उसकी चूत से टपकती हुई धार को पी रहा था।

उफ़्फ़फ़फ़ मेरी बीवी तड़प रही थी, दर्द से कहार रही थी और वो ज़ालिम बिना रहम में मेरी बीवी की गाँड़ चोद रहा था। ज़ुबैर का पूरा लौड़ा मेरी आँखों के एक दम पास से मेरी बीवी की गाँड़ में अंदर बाहर हो रहा था। कुछ 15 मिनट बिना रुके चुदाई के बाद, ज़ुबैर ने धक्के धीरे किया और अहह अहह गरिमा, मेरी रंडी उफ़्फ़फ़ अहह की आवाज़ों के साथ मेरी बीवी की ही गाँड़ में अपना वीर्य निकाल दिया। “Horny Wife Riding Porn”

उफ़्फ़फ़फ़ मेरी बीवी की गाँड़ से निकलता ज़ुबैर मलाईदार वीर्य टपक कर मेरे मुंह मे गिरा। अहह मेरी बीवी भी निढाल हो गयी और ज़ुबैर ने मुझे मेरी बीवी की गाँड़ और चूत साफ करने को कहा, जिसे मैं पूरा चाट गया। उफ़्फ़फ़ ज़ुबैर के वीर्य की खुशबू के साथ मेरी बीवी की गाँड़ की खुश्बू और दोनों का मिला स्वाद मेरे मुंह मे घुल गया।

थोड़ी देर बाद मैं एक तरफ था और मेरी बीवी ज़ुबैर के साथ लिपट के बिस्तर पर पड़ी थी। अब मेरी गाँड़ पर मुझे ज़ुबैर ने हाथ फेरा तो मेरी बीवी ने मेरी गाँड़ पर एक ज़ोर से लात मारी और बोली, चल नल्ली अब जा हम दोनों को आराम करने दे। उफ़्फ़फ़फ़ मैं मस्ती में पागल हो गया और वहाँ से बाहर आ गया। ज़ुबैर और मेरी बीवी हँसने लगे और एक बार फिर ज़ुबैर ने उठकर दरवाजा बंद कर लिया। (तो दोस्तों के कहानी का भाग 2 था, आगे की कहानी में मैं आपको बताऊंगा कैसे हमने दमन का टूर किया और ज़ुबैर ने किसके साथ मिलकर मेरी बीवी को चोदा).

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