Horny Grand Mother XXX
दोस्तो नमस्कार मेरा नाम नन्दन है और मै 24 साल का हुँ। मेरे घर मे मेरी मेरी मम्मी के अलावा मेरी दादी है। मेरी मम्मी की उम्र 42 साल है। उनका विवाह बहुत कम उम्र में ही मेरे पिता से हो गयी थी। और मेरी दादी का उम्र लगभग 55 से 58 होगा। Horny Grand Mother XXX
पहले मेरे दादा जी नलकूप विभाग में कर्मचारी थे पर एक दुर्घटना में उनकी मौत हो गयी। उनके मौत के बदले मेरे पिता को उस विभाग में नौकरी और कुछ पैसे के साथ बहुत 10 बीघे खेत भी मिली। हमारे यह खेत सिर्फ नाम के होते है पत्थरीली जमीन होती है बहुत मेहनत के बाद तो अनाज उगता है।
कुछ समय बाद विभागीय गलती के वजह से मेरे पिता की भी मौत हो गयी। बाद में मुझे भी एक नौकरी मिली और खेत भी मिला। वैसे पिताजी के मौत के बाद मेरे घर वाले मुझे वो नौकरी नही करने की सलाह दे रहे थे पर मैं कोई और नौकरी भी नही कर पाता क्योकि मैं सिर्फ 10वी तक ही पढ़ाई किया था।
मेरे गाँव मे बहुत मुश्किल से तो 10 तक का ही स्कूल था। मेरा गाँव पहाड़ो से घिरा था और स्कूल जाने के लिए ऊबड़खाबड़ रास्ता था। 10वी के बाद के पढ़ाई के लिए लगभग 20 किमी दूर पहाड़ी पार करके जाना पड़ता तो अधिकतर बच्चे पढ़ाई 10 के बाद छोड़ ही देते थे।
मेरी माँ और दादी दिन भर खेत मे काम करते और रात में घर पर रहते थे और मेरी नौकरी टाइम रात में रहता था इसी लिए मैं दिन में खूब सोता था। एक बार मेरी मम्मी किसी काम के लिए नानी के वहाँ गयी हुई थी क्योंकि नानी भी अकेली ही थी.
मेरी माँ नानी की इकलौती सन्तान थी और मेरे नाना जी के मरने के बाद नानी भी अकेले रहा करती थी। एक दिन मैं घर पर सोया था और गर्मी होने के कारण मैं सारे कपड़े निकल कर सोया था कमर पर सिर्फ एक लुंगी लपेटा था। उस दिन दादी खेत नही गयी थी और मम्मी भी नही थी।
मैं गहरी नींद में सोया था और सेक्सी सपना देख रहा था तो मेरा लण्ड तन कर 8 इंच का हो गया था और 3 इंच मोटा था जो लुंगी में टेण्ट की तरह खड़ा था। जब दादी ने लण्ड को देखा तो देखती रह गयी वो अपने चूत को सहलाने लगी और मुह से अजीब अजीब आवाजे निकाल रही थी।
मैंने जब वो आवाज सुनी तो मेरी आँखें खुल गयी और दादी को इस अवस्था मे देखा तो मैं तुरंत उनको अपनी बाहों में भर लिया। दादी थोड़ी देर के लिए सकपकाई पर मैं उनके बुर पर जोर जोर से अंगुली चलाने लगा जिससे वो मेरे काबू में आ गयी।
मैं अपने ओठ को उनके बुर पर लगा कर बुर का रसपान करने लगा दादी भी जोर जोर से सिसकिया भरने लगी थी। अचानक वो नीचे बैठ गयी और मेरे लण्ड को मुह में भर कर चूसने अब मैं भी झड़ने वाला था मैंने दादी से बोला दादी मैं झड़ने वाला हु तो उन्होंने बोला कि मुह में ही झाड़ जा मैं झाड़ गया।
अब मै उनके चूची को मुँह में लेकर चूसने लगा और वो मेरे लण्ड को अपने हाथ से सहला रही थी कुछ ही मिनट के बाद ही मेरा लण्ड खडा हो गया। अब उन्होंने अपने पूरे कपड़े खोल कर मेरे आगे अपना टांग फैला कर लेट गयी और बोली छोड़ दो मेरे राजा ये बुर 20 साल से लण्ड के लिए तरस रहे है ।
मैं अपने लण्ड को उनके बुर के मुख पर रखा और जल्दी से घुसा दिया उनके मुह से चींखें निकल गयी और आँख से आँसू निकलने लगे और मैं झटके पर झटके लगाने लगा और वो मजे ले कर चुदवाने लगी। बाद में वो मुझे अपने नीचे किया और वो ऊपर बैठ गयी और अपने गाँड को ऊपर नीचे करने लगी.
चुदाई साम तक चली तबतक माँ के आने का टाइम और मेरे डयूटी जाने का भी टाइम हो गया था। साम की मेरी मेरी नानी के साथ आ गयी और बोली बेटा अब से तेरी नानी भी साथ मे रहेगी। मुझे कोई एतराज नही था पर अब नानी मेरे चुदाई में बाधक बन गयी ये सोच कर दुखः होने लगा था।
अब हम दोनों को समय नही मिलता था चुदाई के लिए तो मैं दादी को खेत रखवाली के बहाने अपने पास रात में बुला लेता पर ये बहाना ज्यादा नही चलता। अब मैं और दादी ने प्लान बनाया कि अब मैं काम पर पहले निकल जाता था और दादी खाना ले कर आया करती और मैं उनको जमकर चोदा करता था।
एक दिन ऐसे ही मैं पहले चला गया पर बहुत देर तक दादी नही आई तो मै बेचैन हो गया लगभग 2 घंटे बाद जब दादी आयी तो उनके आते ही मैं उनपर। टूट पड़ा और जल्दी जल्दी उनके पूरे कपडे निकल कर अपना लण्ड उनके बुर में डाला तो आज बुर कुछ टाइट लगा और जब मैं पूरा लण्ड डाला तो उनकी चीखे निकल गयी तब मुझे पता चला कि वो दादी नही नानी है।
खैर बुर में लण्ड तो चला गया था तो मैंने जम कर चुदाई शुरू कर दी नानी ने भी मजे ले कर चुद2वाने लगी। अब मैं हर रोज दादी तो कभी नानी को जी भर के चोदा करता था । एक दिन नानी ने बोला कि आज घर पर चोदना तो मैं अपने लण्ड पर तेल लगा कर उनका इंतजार कर रहा था कमरे में।
काफी अंधेरा था नानी आयी और मैं उनको सुला कर अपना लण्ड उनके बुर में दाल दिया। कसम से आज मजा आ गया था। मैं नानी को चोदे जा रहा था और उनके चुचे मसल रहा था तभी कमरे की लाइट किसी ने जला दिया तो। मैंने देखा कि वहाँ दादी और नही दोनों खड़े थे और मैं जिसे चोद रहा था वो मेरी मम्मी थी।
उन तीनों को मेंरा राज पाता चल चुका था मम्मी को मुझसे चुदवाने का यह प्लान दादी और नानी दोनों का था। खैर हम चारो को सबका राज पता चल चुका था तो अब मैं जिसे चाहे और जहाँ चाहे चोदा करता हु और सब मेरा साथ भी दिया करते है। दोस्तो उम्मीद करता हु की कहानी पसंद आई होगी।